भिंड जिले के दंदरौआ धाम मंदिर पर एक बार फिर अनोखा भंडारा देखने को मिल रहा है। जहां प्रसादी बनाने के लिए सीमेंट मिक्सर और वितरण करने के लिए जेसीबी मशीनों का उपयोग किया जा रहा है, जो अपने आप में किसी अजूबे से कम नहीं है।
दरअसल भिंड के प्रसिद्ध और ऐतिहासिक दंदरौआ धाम मंदिर के वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में इस बार सुप्रसिद्ध कथा वाचक प्रदीप मिश्रा शिव महापुराण का वाचन कर रहे हैं, जिसके चलते दंदरौआ धाम में लाखों श्रद्धालुओं और अनुयायियों की भीड़ टूट रही है। ऐसे में मंदिर तक पहुंचे श्रद्धालुओं के लिए विशाल भंडारा भी संचालित किया जा रहा है। जिसमें प्रसादी के रूप में चंबल का फेमस घोंटा आलू की सब्जी, खीर, पूड़ी और मालपुए वितरित किए जा रहे हैं, लेकिन इतनी तादाद में भीड़ के लिए भंडारा तैयार करना भी आसान नहीं है। ऐसे में समय बचाने और प्रसादी का रोटेशन बनाए रखने के लिए मंदिर प्रबंधन ने इस बार भी बड़े-बड़े बर्तनों के साथ ही प्रसादी बनाने के लिए कंस्ट्रक्शन कार्य में उपयोग होने वाली सीमेंट मिक्सचर मशीन और जेसीबी मशीन का प्रबंध किया है।
दंदरौआ धाम के महंत महामंडलेश्वर रामदास महाराज ने बताया कि इस बार प्रसिद्ध कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा दंदरौआ धाम में पधारे हैं, जिसकी वजह से हर दिन करीब एक से डेढ़ लाख भक्त कथा सुनने आ रहे हैं। ऐसे में भंडारे के लिए बड़ी कड़ाही का उपयोग किया जा रहा है, जिसमें से सब्ज़ी बनाने के बाद निकालना आसान नहीं होता। ऐसे में इस बार विशेष रूप से मंगाई गई जेसीबी मशीन को प्रसादी की सब्ज़ी निकालने के लिए लगाया गया है। खास बात यह है कि मशीन की वजह से कहीं प्रसादी दूषित ना हो और भक्तों के स्वस्थ को भी नुक़सान ना हो इसलिए जेसीबी की ग्रीसिंग भी देसी घी से कराई गई है और उससे प्रसाद की सब्ज़ी बड़ी-बड़ी ट्रैक्टर की ट्रॉलियों में ट्रांसफ़र कर वितरित की जा रही है।विज्ञापन
भंडारे की तादाद के मुताबिक मालपुए का घोल तैयार करने के लिए विशेष रूप से बनवाई गई सीमेंट मिक्सर वाली मशीन का उपयोग किया जा रहा है। रामदास महाराज का मानना है कि मुख्य भंडारे के दिन लगभग 5 लाख श्रद्धालु प्रसादी पाने के लिए आएंगे। वहीं प्रसादी तैयार कर रहे हलवाई ने बताया कि प्रदिन मंदिर में एक से सवा लाख श्रद्धालु भंडारा खा रहे हैं और प्रतिदिन इनकी संख्या बढ़ रही है। ऐसे में प्रसादी बनाने की क्वांटिटी भी हर दिन बढ़ती जा रही है। पांच दिवसीय कार्यक्रम में करीब 15 लाख लोगों को भंडारे के प्रसादी बनाने की उम्मीद हलवाई ने जताई है।
उत्तरप्रदेश के इटावा से आए एक भक्त परिवार के सदस्य ने बताया कि वे पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा सुनने के लिए आए थे लेकिन यहां भंडारे की व्यवस्था में मशीनों की उपयोगिता देख दंग रह गए हैं। उनका कहना है कि इस तरह प्रसाद बनाने के लिए जेसीबी और सीमेंट मिक्सर का उपयोग उन्होंने पहली बार देखा है। बता दें कि मंदिर में सुरक्षा व्यवस्था के साथ भीड़ को संभलने के लिए भारी पुलिस बल भी तैनात किया गया है। दंदरौआ धाम पर मोर्चा संभाल रहे गोहद एसडीओपी सौरभ कुमार ने बताया कि वर्तमान में दंदरौआ धाम पर क़रीब 700 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। इनमें ज़िले के 23 थानों का बल भी शामिल है वहीं भीड़ के साथ ही प्रसादी के समय होने वाली जोहापोच के लिए भी विशेष इंतज़ाम किए गए हैं।