आयोग ने वापस लिया दो शिफ्ट, दो परीक्षा का फैसला
-अब पुराने पेटर्न में ही होंगी परीक्षाएं, तारीखों का ऐलान होगा जल्द
प्रयागराज,।उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने पीसीएस-प्री और आरओ-एआरओ की परीक्षा में वन डे वन डे वन शिफ्ट का मंजूरी दे दी है। प्रतियोगी छात्रों के आंदोलन के चलते आयोग ने गुरुवार को एक बैठक में यह निर्णय लिया है। बता दें कि छात्रों ने पिछले चार दिनों से प्रयागराज में आयोग कार्यालय के सामने नॉर्मलाइजेशन और दो शिफ्ट में होने वाली परीक्षाओं का विरोध कर रहे थे।
बता दें कि प्रयागराज में हजारों छात्र उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। उनकी मांग थी कि आयोग द्वारा कराई जाने वाली स्टेट पीसीएस 2024 की प्रारंभिक परीक्षा और आरओ/एआरओ की प्रारंभिक परीक्षा में लागू होने वाले ‘नॉर्मलाइजेशन’ को खत्म कर दिया जाए। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने दो शिफ्ट, दो परीक्षा के विवादास्पद निर्णय को वापस ले लिया है। आयोग के इस फैसले से पीसीएस और आरओ/एआरओ (समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी) परीक्षाओं के अभ्यर्थियों को बड़ी राहत मिली है। इस निर्णय के खिलाफ प्रयागराज में पिछले चार दिनों से करीब 20,000 छात्रों का आंदोलन चल रहा था। आखिरकार छात्र विरोध प्रदर्शन के आगे सरकार को झुकना पड़ा और इसी के साथ यूपीपीएससी ने फैसला वापस ले लिया। आयोग के सचिव अशोक कुमार ने दोपहर करीब 4 बजे छात्रों के बीच आकर परीक्षा के पैटर्न में बदलाव की घोषणा की।
इससे पहले यूपीपीएससी ने पीसीएस और आरओ/एआरओ परीक्षाएं दो शिफ्टों में आयोजित करने का निर्णय लिया था। इस निर्णय के अनुसार, पीसीएस प्री परीक्षा 7 और 8 दिसंबर को और आरओ/एआरओ परीक्षा 22 और 23 दिसंबर को होनी थी। छात्रों का कहना था कि एक ही दिन में दोनों शिफ्टों में अलग-अलग परीक्षा आयोजित करने से उनके लिए तैयारियों में कई प्रकार की दिक्कतें आएंगी। इसके विरोध में छात्रों ने प्रयागराज के आयोग कार्यालय के सामने धरना शुरू कर दिया, जो लगातार चार दिनों तक चला।
प्रदर्शन के दौरान पुलिस और छात्रों में झड़प
गुरुवार सुबह छात्रों का प्रदर्शन उस समय उग्र हो गया जब पुलिस ने उन्हें जबरन हटाने की कोशिश की। पुलिसकर्मी सादी वर्दी में आकर धरने पर बैठे छात्रों को उठाने लगे, जिस पर छात्रों ने विरोध जताया। पुलिस के रवैये से नाराज होकर छात्रों ने सड़क पर लेट कर आंदोलन को और तीव्र कर दिया। उनका आरोप है कि इस दौरान पुलिस ने अभद्र व्यवहार किया और छात्राओं के साथ भी दुर्व्यवहार किया। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि कुछ ही देर में करीब 10,000 से अधिक छात्र आयोग के नजदीक एकत्र हो गए और बैरिकेडिंग तोड़ते हुए आयोग के गेट तक पहुंच गए।
यूपीपीएससी सचिव ने लिया फैसला, छात्रों से की बातचीत
गुरुवार दोपहर आयोग के सचिव अशोक कुमार ने बाहर आकर छात्रों को संबोधित किया और घोषणा की कि पीसीएस प्री परीक्षा अब पुराने पैटर्न पर एक ही दिन में होगी। साथ ही आरओ/एआरओ परीक्षा 2023 के लिए एक विशेष कमेटी का गठन किया जाएगा। इस कमेटी में परीक्षाओं के सभी पहलुओं पर विचार करने के बाद अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। रिपोर्ट के आधार पर आरओ/एआरओ परीक्षा के संबंध में अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
प्रयागराज के डीएम ने दी नई तारीख जल्द जारी करने की सूचना
प्रयागराज के जिलाधिकारी रवींद्र कुमार ने बताया कि जल्द ही पीसीएस परीक्षा की नई तारीख की घोषणा की जाएगी। छात्रों के आंदोलन और मांगों को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है।
छात्रों का आंदोलन जारी, परीक्षा प्रणाली में पारदर्शिता की मांग
हालांकि आयोग के फैसले के बाद भी छात्र आयोग कार्यालय के सामने डटे रहे। उनका कहना है कि परीक्षा की प्रक्रिया में पारदर्शिता होनी चाहिए और ऐसी व्यवस्था बनाई जानी चाहिए जिससे अभ्यर्थियों को किसी भी प्रकार का अन्याय न सहना पड़े।