एस पी मित्तल,अजमेर
आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर राजस्थान में विवेकानंद संदेश यात्रा 19 नवंबर से 7 जनवरी तक निकाली जाएगी। यात्रा के व्यवस्था प्रमुख डॉ. स्वतंत्र शर्मा और साहित्य प्रमुख उमेश कुमार चौरसिया ने बताया कि जब हम आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर अमृतकाल का अनुभव कर रहे हैं, तब हमें खासकर युवा पीढ़ी को स्वामी विवेकानंद के विचारों को भी समझना चाहिए। स्वामी जी के विचार युवा पीढ़ी तक पहुंचे इसलिए राजस्थान में संदेश यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। इस यात्रा को 19 नवंबर को झुंझुनूं जिले के खेतड़ी से उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। यह यात्रा 7 जनवरी को जोधपुर (सीएम अशोक गहलोत का गृह जिला) में समाप्त होगी। यह यात्रा अलवर, भरतपुर, धौलपुर, सीकर, झुंझुनूं, दौसा, सवाई माधोपुर, करौली, टोंक, बूंदी, कोटा, बारां, झालावाड़, भीलवाड़ा, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, उदयपुर, राजसमंद, पाली, अजमेर नागौर, चूरू, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, बीकानेर, जोधपुर, जालौर, बाड़मेर जैसलमेर आदि जिलों से गुजरेगी। यात्रा का उद्देश्य अपनी आध्यात्मिक शक्ति, गौरवपूर्ण संस्कृति व संस्कारों से ओतप्रोत, अद्भुत सामर्थ्य, वैश्विक शांति, भारतीय दर्शन और मानव कल्याण की प्रेरणा देने वाले सनातन धर्म, अमृत परिवार की संकल्पना एवं मूल्य परख आचरण के कारण की भारत विश्व गुरु को प्राप्त करना है। यात्रा के विभिन्न स्थानों पर साधु संतों के प्रवचन भी होंगे। इस यात्रा के संरक्षण मंडल में श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद गिरी महाराज, श्री निंबार्क पीठ किशनगढ़ के पीठाधीश्वर श्याम शरण महाराज, पथमेड़ा स्थित श्री गौधाम महातीर्थ के स्वामी दत्त शरणानंद महाराज आदि शामिल हैं। यात्रा के संबंध में और अधिक जानकारी मोबाइल नंबर 8852994177 तथा 6350657252 पर ली जा सकती है।
हौसला अफजाई:
अजमेर के कोटड़ा स्थित सेंट्रल एकेडमी स्कूल के निकट बने मूक बधिर और दृष्टि बाधित बच्चों के छात्रावास परिसर में 13 नवंबर को भव्य मेले का आयोजन किया गया। यह सरकारी छात्रावास सामाजिक संस्था अपना घर के सहयोग से चल रहा है। इस छात्रावास में करीब सौ दिव्यांग बच्चे आत्मनिर्भर बनने के गुण सीख रहे हैं। 13 नवंबर को मेले में शहर भर के लोगों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाकर दिव्यांग बच्चों की हौसला अफजाई की। अनेक परिवार अपने छोटे बच्चों के साथ इस मेले में शामिल हुए। परिवार के बच्चों ने काफी समय दिव्यांग बच्चों के साथ भी गुजारा। अजमेर के प्रमुख लोगों की ओर से मेला स्थल पर विभिन्न व्यंजनों की स्टॉल भी लगाई गई। लोगों ने दिव्यांग बच्चों के साथ स्वादिष्ट व्यंजनों का स्वाद भी लिया। हालांकि यह मेला दिव्यांग बच्चों की हौसला अफजाई के लिए था, लेकिन दिव्यांग बच्चे भी किसी से कम नजर नहीं आए। बच्चों ने अपने हाथों से जो सामग्री बनाई उसकी सभी ने प्रशंसा की। बच्चों द्वारा बनाई गई सामग्री की खरीदारी खूब हुई। संभवत: यह पहला मौका रहा जब दिव्यांग बच्चों की हौसला अफजाई के लिए शहर भर के लोग एकत्रित हुए। मेले को सफल बनाने में लायंस क्लब अजमेर प्रीमियम, बाल दीप ग्रुप, कल्याण संस्था, इन्हरवील क्लब, राजेंद्र मित्तल, भागचंद अग्रवाल, नवनीत परनामी, मेघा गर्ग, सुधीर झा आदि का भी उल्लेखनीय सहयोग रहा। मेला संयोजक सुबोध जैन, गौरव गर्ग, सुनील गोयल, अजय अग्रवाल, राजकुमार गोयल आदि ने आगंतुकों का स्वागत किया। इस अवसर पर डीएसपी छवि शर्मा, सेवानिवृत्त आईएएस स्नेहलता पंवार, सामाजिक कार्यकर्ता सुभाष काबरा आदि ने भी दिव्यांग बच्चों की हौसला अफजाई की। मेला संयोजक सुबोध जैन ने बताया कि भव्य में भी ऐसे मेले आयोजित किए जाते रहेंगे। इस संबंध में और अधिक जानकारी मोबाइल नंबर 9413312831 पर सुबोध जैन से ली जा सकती है।
सतर्कता बरतने की जरुरत:
उदयपुर के गीतांजलि मेडिकल कॉलेज में 10 से 13 नवंबर के बीच नेशनल कॉन्फ्रेंस ऑफ चेस्ट फिजिशियन संपन्न हुई। इस कॉन्फ्रेंस को राजस्थान के मशहूर चेस्ट फिजीशियन और अजमेर जेएलएन अस्पताल के अस्थमा रोग विभाग के सहायक आचार्य पीयूष अरोड़ा ने भी संबोधित किया। देश भर के विशेषज्ञों और कॉलेज के छात्रों के बीच डॉ. अरोड़ा ने कहा कि सर्दी का मौसम शुरू होते ही अस्थमा रोगियों की परेशानियां बढ़ जाती है। सर्दी के मौसम में फेफड़ों की सिकुड़न बढ़ती है, इससे अस्थमा रोगियों को सांस लेने में परेशानी होती है। डॉ. अरोड़ा ने सर्दी के मौसम में लक्षण, बचाव और इलाज के बारे में विस्तृत जानकारी दी। कॉन्फ्रेंस में डॉ. अरोड़ा ने पोस्टग्रेजुएट विद्यार्थियों के शोध पत्रों का आकलन भी किया।