अग्नि आलोक

*जैन मुनि की हत्या को ले कर, समग्र जैन समाज की हुई विन्यांजलि व चिंतन सभा*

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*समाज जनों ने इसे श्रमण संस्कृति पर हमला बताया*

*समाज जनों ने कहा – मुनि के हत्यारों को फांसी हो*

इंदौर / कर्नाटक के  बेलगावी जिले में  चिकोड़ी तालुक में नंदी पर्वत पर स्थित जैन तीर्थ पर विराजमान जैन आचार्य परम पूज्य श्री 108 कामकुमार जी मुनिराज की दिनांक 5 जुलाई 2023 निर्मम हत्या कर हत्यारों ने मृत शरीर के टुकड़े – टुकड़े कर बोर वैल में डाल दिये, जिससे सम्पूर्ण भारत ही नहीं विश्व के जैन समाज में दुख व रोष व्याप्त है। इसे ले कर दिगम्बर जैन समाज सामाजिक संसद द्वारा समग्र जैन समाज की  विनयांजलि एवम चिंतन सभा का आयोजन सर सेठ हुकमचंद धर्मशाला में किया गया । 

उक्त जानकारी देते हुए दिगम्बर जैन समाज सामाजिक संसद के प्रवक्ता मनीष अजमेरा ने बताया की आचार्य श्री की षड्यंत्र पूर्वक निर्मम हत्या के खुलासे , अपराधियों पर कड़ी कार्यवाही  किए जाने की मांग के साथ दिगम्बर जैन समाज सामाजिक संसद एवम सामाजिक संस्थाओं द्वारा  विन्यांजली सभा का आयोजन अध्यक्ष नरेंद्र वेद, रिटायर्ड जज जे के जैन की अध्यक्षता में किया गया । जिसमे बड़ी संख्या में समग्र जैन समाज (दिगम्बर – श्वेतांबर ) के समाज जन , 210 जिनालयो के विभिन्न संस्थाओं के प्रमुख उपस्थित थे । प्रारंभ में मंगलाचरण कैलाश वेद ने किया । विनयांजलि व चिंतन सभा की प्रारंभिक जानकारी नकुल पाटोदी ने रखते हुए  हत्यारों को कड़ी सजा फाँसी देने  व संतों समाज को विहार में पुलिस सुरक्षा की माँग शासन से की । 

सभा में प्रमुख रूप से पूर्व मंत्री दिलीप राजपाल, सुरेन्द्र बाकलीवाल, कांतिलाल बम, डी के जैन अशोक मांडलिक, अशोक मेहता ,पार्षद टीनू जैन , प्रकाश छाबड़ा,अखिलेश शाह, महावीर जैन ,  अनामिका मनोज बाकलीवाल,निर्मल सेठी ,मुकेश टोंग्या ,  पिंकेश टोंग्या , प्रदीप बड़जात्या, अनिल जैनको,  पवन जैन , कमल सेठी (वक्ता), संजय जैन ,सौरभ पाटोदी ,सुदीप जैन , देवेंद्र पाटोदी ,वीरेंद्र बडजात्या, विजय कासलीवाल, जेनेश  झांझरी , नीता राजेश जैन पूनमचंद सतभय्या , कमल रावका, अशोक काला , गिरीश वेद ,मनोज बाकलीवाल , सचिन जैन ,आनंद कासलीवाल , इंदर सेठी ,होलास सोनी , चंद्रेश जैन , निलेश सेठी , राजेश गंगवाल , महेंद्र निगोत्या , स्वप्निल जैन ,डा आर के संघवी ,नीरज जैन , शितल जैन. अशोक जैन , डॉ अशोक बंडी, महावीर बेनाडा, सुधीर जैन , राजकुमार बड़जात्या ,  सुरेश सेठी , कैलाश लुहाडीया , गौरव पाटोदी,ऋषभ पहाड़िया , अशोक पाटोदी , मुकेश बाकलीवाल, सुशील गोधा ,जिनेन्द्र सेठी  राजेश जैन दद्दू ,रूपाली जैन ,  दिलीप निर्मला रत्नावत,

नरेन्द्र पाटनी , मोहित जैन, मयंक जैन ,नरेन्द्र पाटनी सुखलिया, डेविड बाकलीवाल, राकेश सोनी ,प्रद्युम्न पाटनी, भरत गोधा, अनंतनाथ जिनालय छावनी , महावीर जैन (संविद नगर) सुशील लुहाडिया, मनीष जैन , चिंतन जैन , सुयश बाकलीवाल , अभय जैन , अभिषेक जैन , अनीश सोनी , दीपेश पहाड़िया , गोतम काला , हर्षित जैन , जितेंद्र पोरवाल , मयंक सेठी , रजत काला , रितेश टोंग्या , टोनी गंगवाल , नितिन बड़जात्या , अखिलेश जैन , चिराग जैन , निलेश वेद ,वैभव कासलीवाल , पदम बाकलीवाल , जितू बड़जात्या ,मधु जैन ,उषा डोसी ,मीरा जैन ,लता सोगानी ,किरण जैन ,संगीता पाटोदी ,पिंकी पाटोदी ,रेखा जैन ,उषा पाटनी ,रेखा पतंग्या ,आदि सहित बड़ी संख्या में समाज जन व संस्थाओं के प्रमुख उपस्थित थे । सभी वक्ताओं ने इसे श्रमण संस्कृति पर हमला बताया। वक्ताओ ने समाज व शासन स्तर पर तीर्थो व संतो की सुरक्षा की आवश्यकता पर बल दिया।

सभा का संचालन मनीष अजमेरा ने किया । आभार महामंत्री डी के जैन ने माना।

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