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मतदाताओं की अधिसूचना ; पानी नहीं तो वोट भी नहीं

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इंदाैर

नगरीय निकाय चुनावों को लेकर अधिसूचना भले ही अभी जारी नहीं हुई है, लेकिन जनता ने अपनी अधिसूचना चस्पा कर दी है। गर्मी में संभावित चुनाव के चलते फिलहाल सबसे बड़ा मुद्दा पानी के रूप में सामने आया है। वार्ड 79 की शिव सागर सिटी के लोगों ने जलसंकट के चलते वोट देने से इनकार कर दिया है। रहवासियों ने मेन गेट के बाहर बोर्ड चस्पा कर दिया है, जिस पर लिखा है- ‘नर्मदा नहीं तो वोट नहीं’। गमले वाली पुलिया के पास यह रहवासी इलाका है।

पहले ग्राम हुकमाखेड़ी में आता था। अब निगम क्षेत्र में है। रहवासी निगम को सभी तरह का शुल्क भी जमा करवाते हैं। रहवासी अश्विन शर्मा ने बताया यहां करीब 270 परिवार हैं, जिनमें 400 वोटर हैं। कॉलोनी में पानी का संकट है। पांच साल सेेेे सिर्फ आश्वासन दिया जा रहा है कि नर्मदा आएगी। कब आएगी, इसका जवाब किसी के पास नहीं है। यहां लाइनें भी बिछ चुकी हैं। यहां से कुछ दूरी पर बिजलपुर है। वहां नर्मदा का पानी पहुंच गया है, लेकिन इस कॉलोनी में अब तक नहीं पहुंचा है। सैटेलाइट टाउनशिप के रहवासी भी इसी तरह परेशान हैं।

निगम का टैंकर कभी आया ही नहीं, खुद ही मंगवाते हैं

कॉलोनी में ज्यादातर बोरिंग सूख चुके हैं। रहवासी सुमित राजोरिया ने बताया 2016 में यहां शिफ्ट हुए थे। निगम को सभी तरह का शुल्क जमा करवा चुके हैं। बोरिंग में पानी नहीं है तो टैंकर मंगवाना पड़ते हैं। निगम के टैंकर यहां आते ही नहीं हैं। वार्ड से जुड़े जोन 14 में कई बार गए। वहां समस्या बताओ तो कहा जाता है टैक्स जमा करने की रसीद दिखाओ। जब कहते हैं कि टैक्स का स्टेटस ऑनलाइन जांच कर लीजिए तो कर्मचारी ध्यान ही नहीं देते।

और निगमायुक्त ने कहा- किसी भी क्षेत्र से पानी को लेकर हंगामे की सूचना अब तक नहीं

निगमायुक्त प्रतिभा पाल का कहना है शहर में 500 एमएलडी पानी दे रहे हैं। गर्मी में जलप्रदाय सिस्टम सही तरीके से काम कर रहा है। आसपास के एरिया में बोरिंग सूख रहे हैं। निगम के पांच हजार बाेरिंग में से करीब 800 से 900 बोरिंग सूख गए हैं या पानी कम हो गया है। ऐसे क्षेत्र में 350 टैंकर चल रहे हैं। किसी क्षेत्र से पानी को लेकर हंगामे की सूचना नहीं है।

जोन में 27 टैंकर चला रहे हैं, जहां नर्मदा नहीं वहां ज्यादा फोकस

जोन 14 के सहायक यंत्री ब्रजमोहन भगोरिया ने बताया जोन में 27 टैंकर रोज चला रहे हैं। वार्ड 79 के ज्यादातर क्षेत्र में नर्मदा नहीं है, वहां ज्यादा फोकस है। पहले यह कॉलोनी पंचायत क्षेत्र में थी। बाद में निगम सीमा में आई है। कॉलोनाइजर ने पानी की लाइन की व्यवस्था ही नहीं की थी। अब इसे अमृत योजना में लिया गया है।

पानी और शहर… गर्मी में 40% बढ़ी मांग, 6 लाख आबादी टैंकरों पर निर्भर

500 एमएलडी पानी आपूर्ति का दावा तुलसी नगर, चंदन नगर, राजेंद्र नगर, भंवरकुआं, विदुर नगर सहित कई इलाकों में लोग पानी के लिए परेशान हैं। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत जहां रोड का काम चल रहा है, वहां आए दिन रहवासी पानी के लिए परेशान हो रहे हैं। कई बार पाइप लाइन फूट चुकी है। नगर निगम का दावा है शहर में 382 टैंकर चल रहे हैं। इनमें से 82 सरकारी हैं। 6 हजार, 8 हजार, 10 हजार, 12 हजार और 18 हजार लीटर की क्षमता के टैंकर हैं। एक टैंकर अधिकतम पांच फेरे लगाता है। हर दिन नौ एमएलडी पानी टैंकरों से बंटवा रहे हैं। छह लाख की आबादी ऐसी है, जहां नर्मदा या यशवंत सागर का पानी नहीं पहुंचता है। यह आबादी पूरी तरह टैंकरों पर ही निर्भर है। गर्मी में पानी की खपत 40 फीसदी बढ़ जाती है। इस हिसाब से यदि टैंकर कॉलोनियों तक पहुंचे तब भी चार लाख लोगों तक ही पहुंच पा रहा है। सीएम हेल्पलाइन की बात करें तो अभी 100 शिकायतें ऐसी हैं, जो पेंडिंग हैं। इसके अलावा कम दबाव से पानी आना, पाइप लाइन फूटना, निर्माण कार्य के कारण पानी की परेशानी वाली समस्याएं अलग हैं।

आज पश्चिम क्षेत्र की टंकियां 1-1 मीटर खाली रहेंगी

महू में रविवार को नर्मदा के दूसरे चरण की पाइप लाइन लीकेज के कारण हजारों गैलन पानी बह गया। लाइन को ठीक कर दिया है, लेकिन इसके चलते सोमवार को पश्चिमी इलाके में जलप्रदाय प्रभावित होगा। इस क्षेत्र की करीब नौ टंकियां पूरी तरह से नहीं भर पाएंगी। करीब एक-एक मीटर खाली रह सकती हैं। वहीं, उर्दू स्कूल और गाड़ी अड्डा ब्रिज के पास सीवरेज का काम चलने के कारण लाइन ओपन हो गई है। इस वजह से यहां भी काम करवाया जा रहा है। इस कारण यह टंकियां भी खाली रहेंगी।

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