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गोडसे के हिन्दुस्तान के साथ नहीं रह सकते हमें गांधी, नेहरू का हिन्दुस्तान चाहिए-मुफ्ती

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बनिहाल/जम्मू
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी चीफ महबूबा मुफ्ती ) ने बुधवार को कश्मीर के मुद्दे पर एक बार फिर मोदी सरकार पर तगड़ा हमला किया है। मोदी सरकार को चेतावनी देते हुए महबूबा मुफ्ती ने कहा कि यदि केंद्र ‘कश्मीर रखना’ चाहता है तो अनुच्छेद 370 बहाल करे और कश्मीर मुद्दे का हल करे। उन्होंने कहा कि लोग ‘अपनी पहचान एवं सम्मान’ वापस चाहते हैं और वह भी ब्याज के साथ। उन्होंने ये भी कहा कि जम्मू कश्मीर के लोग गोडसे के भारत के साथ नहीं रह सकते। हम महात्मा गांधी का भारत चाहते हैं।

महबूबा ने लोगों से एकजुट होने और ‘संविधान द्वारा प्रदत्त विशेष दर्जा बहाल करने के समर्थन में उनके संघर्ष तथा लोगों की पहचान एवं सम्मान की सुरक्षा’ के लिए अपनी आवाज मुखर करने को कहा।

नाथूराम गोडसे के साथ नहीं रह सकते- महबूबा
बनिहाल के नील गांव में एक जनसभा को संबोधित करते हुए महबूबा ने यह भी कहा कि जम्मू कश्मीर के लोगों ने ‘हमारी किस्मत का फैसला महात्मा गांधी के भारत के साथ किया हमें अनुच्छेद 370 दिया, हमारा अपना संविधान और ध्वज दिया’ तथा (नाथूराम) गोडसे के साथ नहीं रह सकते।

क्या बोलीं महबूबा मुफ्ती?
पीडीपी प्रमुख ने कहा, ‘हमने महात्मा गांधी के भारत के साथ अपनी किस्मत का फैसला किया, जिसने हमें अनुच्छेद 370, हमारा संविधान और ध्वज दिया। यदि वे हमारी हर चीज छीन लेंगे तो हम भी अपना फैसला वापस ले लेंगे। उन्हें सोचना होगा कि यदि वे अपने साथ जम्मू कश्मीर को रखना चाहते हैं तो उन्हें अनुच्छेद 370 बहाल करना होगा और कश्मीर मुद्दे का हल करना होगा।’

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‘जम्मू कश्मीर के लोग गोडसे के भारत के साथ नहीं रह सकते’
महबूबा ने कहा, ‘जम्मू कश्मीर के लोग गोडसे के भारत के साथ नहीं रह सकते। हम महात्मा गांधी का भारत चाहते हैं, भारतीय संविधान से हमें मिली हमारी पहचान और सम्मान वापस चाहते हैं तथा मैं आश्वस्त हूं कि उन्हें ब्याज के साथ इसे लौटाना पड़ेगा।’

‘कश्मीर को लाठी या बंदूक के दम पर नहीं रख सकते’
महबूबा ने कहा इतिहास गवाह है कि किसी भी शक्तिशाली राष्ट्र ने बंदूक के दम पर लोगों पर शासन नहीं किया है। उन्होंने कहा, ‘आप कश्मीर को लाठी या बंदूक के दम पर नहीं रख सकते…महाशक्ति अमेरिका अपनी ताकत के बल पर अफगानिस्तान में शासन करने में नाकाम रहा और उसे वहां से जाना पड़ा।’

पाकिस्तान से बात करने पर क्या बोली महबूबा मुफ्ती?
महबूबा ने भारतीय जनता पार्टी का नाम लिये बगैर कहा, ‘हमारे खुद के कुछ लोग उस वक्त नाराज हो जाते हैं जब मैं जम्मू कश्मीर में शांति और (कश्मीर) मुद्दे के हल के लिए पाकिस्तान से वार्ता करने की मांग करती हूं। वे मुझे देशद्रोही और राष्ट्र विरोधी करार देते हैं।’ पीडीपी चीफ ने कहा, ‘आज वे लोग तालिबान और चीन के साथ भी बातचीत कर रहे हैं, जिसने (चीन ने) लद्दाख में हमारी जमीन हथिया ली है और अरूणाचल प्रदेश में एक गांव भी बसा दिया है।’

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