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बीजेपी ने मोदी सरकार की तारीफ की तो वहीं विपक्ष ने इसे आंकड़ों की बाजीगरी करार दिया

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file photo

दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने शनिवार को जैसे ही पेट्रोल-डीजल पर उत्पाद शुल्क कम करने की घोषणा की आम जनता को मानो राहत का टॉनिक मिल गया। केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर प्रति लीटर 8 और 6 रूपये एक्साइज ड्यूटी घटाकर लोगों को बड़ी राहत दी। इसके बाद पेट्रोल के दाम 9.5 रुपये तो वहीं डीजल के दाम 7 रुपये प्रति लीटर तक कम (Petrol-Diesel Excise Duty Cut) हो गए हैं। इसके बाद राजनीति ने भी खेल दिखाना शुरु कर दिया। भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने इस कदम पर मोदी सरकार की तारीफ की तो वहीं विपक्ष ने इसे आंकड़ों की बाजीगरी करार दिया। आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने इसके अलावा उज्जवला योजना के अंतर्गत आने वाले 9 करोड़ परिवार वालों को 12 सिलिंडर तक प्रत्येक सिलिंडर पर 200 रुपये की सब्सिडी देने का भी एलान किया है।गृह मंत्री अमित शाह ने थपथपाई मोदी सरकार की पीठ
पेट्रोल- डीजल की कीमतें कम होने और गैस सिंलिंडर पर 200 रुपये की सब्सिडी देने संबंधी फैसले की केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) ने तारीफ की। अमित शाह ने ट्वीट करते हुए कहा कि इस चुनौतीपूर्ण वैश्विक स्थिति में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क घटाकर और गैस सिलेंडर पर 200 रुपये की सब्सिडी देकर आम जनता को बहुत बड़ी राहत दी है। अन्य क्षेत्रों के लिए भी कई ऐसे कदम उठाए हैं जिससे उत्पादों के दाम में कमी आएगी।


गृह मंत्री ने कहा कि मोदी जी एक संवेदनशील नेता हैं जो देश के हर वर्ग की परवाह करते हैं। एक अन्य ट्वीट में शाह ने कहा कि मोदी जी देश के हर वर्ग की चिंता करने वाले एक संवेदनशील नेता हैं। इसलिए पिछले आठ वर्षों से देश के गरीब, किसान और आम जनता के हितों की चिंता हमेशा से मोदी सरकार के निर्णयों के केंद्र में रही है। इस जन-हितैषी निर्णय के लिए मोदी जी और निर्मला सीतारमण जी का आभार व्यक्त करता हूं।


केंद्र के बाद अब महाराष्ट्र सरकार भी कम करे वैट- फडणवीसमहाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने केंद्र सरकार के पेट्रोल-डीजल पर लिए फैसले की तारीफ की वहीं उद्धव सरकार से वैट घटाने की मांग की। फडणवीस ने सोशल मीडिया के माध्यम से कहा कि पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क कम करने से केंद्र सरकार के राजस्व पर सालाना करीब एक लाख करोड़ रुपये का असर होगा। महाराष्ट्र सरकार को इसका अनुसरण करने और पेट्रोल व डीजल पर राज्य के करों में कमी लाने की जरूरत है। पूर्व मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि राज्य के उत्पाद शुल्क की वजह से महाराष्ट्र उन राज्यों में हैं जहां ईंधन की कीमतें सबसे अधिक हैं। फडणवीस ने कहा, ‘‘केंद्र सरकार के इस फैसले ने एक बार फिर इस तथ्य को साबित किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार गरीबों के लिए काम करती है।’’


केंद्र सरकार का फैसला ऐतिहासिक- जेपी नड्डा
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी घटाए जाने पर केंद्र सरकार की तारीफ की और इसे ऐतिहासिक फैसला करार दिया। जेपी नड्डा ने कहा कि मोदी ने विभिन्न राज्यों में ईंधन की कीमतों का हवाला देते हुए भाजपा शासित और गैर-भाजपा दलों द्वारा शासित राज्यों के बीच महत्वपूर्ण अंतर का जिक्र किया था। नड्डा ने कहा कि मोदी सरकार का शनिवार का फैसला दिखाता है कि वह आम आदमी के हितों के प्रति कितनी संवेदनशील है। उन्होंने कहा कि इससे यह भी पता चलता है कि मोदी सरकार लोगों के जीवन को आसान बनाने के लिए किस तरह काम कर रही है।


पेट्रोल-डीजल पर उत्पाद शुल्क में कटौती पर्याप्त नहीं- उद्धव ठाकरे
महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे केंद्र सरकार के इस फैसले से संतुष्ट नहीं दिखे। सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि दो महीने पहले पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क में 18.42 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई थी और आज इसे आठ रुपये कम कर दिया गया है, जबकि डीजल पर उत्पाद शुल्क 18.24 रुपये प्रति लीटर बढ़ा दिया गया था और अब इसे छह रुपये कम कर दिया गया है। भारी बढ़ोतरी और फिर न्यूनतम कटौती करना अच्छा नहीं है। उन्होंने कहा कि लोगों को वास्तविक राहत तब मिलेगी जब उत्पाद शुल्क को छह या सात साल पहले के स्तर पर लाया जाएगा।


आंकड़ों की बाजीगरी न करे केंद्र सरकार- कांग्रेस
कांग्रेस ने मोदी सरकार लके इस फैसले को आंकड़ों की बाजीगरी करार दिया। पार्टी ने कहा कि इसके बजाय केंद्र पेट्रोल एवं डीजल पर उत्पाद शुल्क को पूर्व की यूपीए सरकार के समय के स्तर पर लाए। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला (Randeep Surjewala) ने यह दावा भी किया कि सरकार ने पिछले 60 दिनों में पेट्रोल -डीजल पर उत्पाद शुल्क में 10-10 रुपये की बढ़ोतरी की और अब आठ एवं सात रुपये की कटौती की गई है। सुरजेवाला ने ट्वीट किया, ‘वित्त मंत्री जी , आज पेट्रोल की कीमत 105.41 रुपये प्रति लीटर है। आप कहती हैं कि कीमत 9.50 रुपये कम हो जाएगी। 21 मार्च, 2022 को पेट्रोल की क़ीमत 95.41 रुपये प्रति लीटर थी। लोगों को बेवकूफ मत बनाइये।’


सुरजेवाला ने आगे कहा कि देश को आंकड़ों की बाजीगरी की जरूरत नहीं है। देश को जुमले नहीं चाहिए। देश को जरूरत इस बात की है कि पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क घटाकर मई, 2014 के स्तर पर लाया जाए यानी 9.48 रुपये प्रति लीटर किया जाए। इसी तरह डीजल पर उत्पाद शुल्क को घटाकर 3.56 रुपये प्रति लीटर किया जाए। उन्होंने कहा, “छलावा बंद करिये और लोगों को राहत देने का साहस दिखाइए।”

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