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उपचुनाव के कारण क्या बच पाएंगे कड़कनाथ?

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भोपाल। (हिन्द न्यूज सर्विस)। पूर्व में हुए झाबुआ जिले के विधानसभा उपचुनाव के सम्पन्न होने के बाद झाबुआ जिले से जो खबरें सुर्खियों में रही थी यह खबरें प्रमुखता से प्रकाशित हो रही थी कि झाबुआ जिले में उपचुनाव की वजह से कड़कनाथ की कमी से जूझ रहे हैं लोग, हालांकि उस समय तत्कालीन पशु चिकित्सा विभाग के डॉक्टर द्वारा जब यह जानकारी चाही गई थी तो उन्होंने बताया था कि झाबुआ में हुए उपचुनाव के बाद इस जिले ही नहीं बल्कि अलीराजपुर में कड़कनाथ की कमी से लोग जूझ रहे हैं उक्त अधिकारी ने जो उस समय बताया था उसके अनुसार झाबुआ उपचुनाव के दौरान जो नेता व कार्यकर्ता झाबुआ जिले में आये उनकी वजह से कड़कनाथ के मुर्गे ही नहीं बल्कि चूजे तक खत्म हो गये थे? अब जब अलीराजपुर जिले जोबट में विधानसभा में के उपचुनाव होने हैं उस स्थिति में झाबुआ में हुए उपचुनाव के मद्देनजर क्षेत्र के लोग जहां कड़कनाथ की बिक्री होने से उत्साहित हैं तो वहीं लेकिन वह अपने कड़कनाथ मुर्गों की सुरक्षा पर भी ज्यादा ध्यान देने लगे हैं, इसी दौरान मध्यप्रदेश सरकार ने झाबुआ जिले के कड़कनाथ की ३० हजार की क्षमता वाली हैचरी मशीन को लेकर अपर मुख्य सचिव जेएन कंसोटिया ने झाबुआ में नवीन हैचरी का निरीक्षण किया और उन्होंने इस दौरान १५ अक्टूबर तक ३० हजार क्षमता की नई हैचरी मशीन लगाने के निर्देश दिये। 

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