*किसी भी हालत में इंदौर संभाग की जनता के जान से खिलवाड़ नहीं करने देंगे सरकार को* *संभागायुक्त कार्यालय पर किसानों मजदूरों व राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने दिया धरना**न्यायमूर्ति कोचर समिति की रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग*
*इंदौर। पीथमपुर में जहरीले कचरे को जलाए जाने के खलाफ आंदोलन तेज होता जा रहा है आज इंदौर के संभावित कार्यालय के समक्ष विभिन्न जन संगठनों किसान संगठनों, ट्रेड यूनियनों द्वारा दिन भर दिए गए धरने में सरकार को चेतावनी दी गई है कि यदि सरकार ने यूनियन कार्बाइड का जहरीला कचरा पीथमपुर में जलाने की ज़िद नहीं छोड़ी और मालवा निमाड़ अंचल के जनजीवन को खतरे में डालने की कोशिश की तो इंदौर उज्जैन संभाग के लोग चुप नहीं बैठेंगे तथा बड़े जन आंदोलन के लिए तैयार रहेंगे।धरना स्थल पर ही निर्णय लिया गया कि रविवार 12 जनवरी को राऊ में धरना दिया जाएगा और आंदोलन की अगली रणनीति तय करने के लिए सभी संगठनों की 13जनवरी को बैठक होगी।
धरना स्थल पर दिनभर विभिन्न संगठनों के नेता संबोधित करते रहे जिन्होंने सरकार के दिए जा रहे तर्कों को लेकर कई सवाल उठाए और कहा कि यदि कचराज हिला नहीं था तो फिर उसे भोपाल में ही क्यों नहीं जला दिया गया। कचरे को लेकर सरकार और उसके मंत्री तथा मुख्य सचिव लगातार भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।
धरना स्थल पर भोपाल से आए का.प्रमोद प्रधान, शिवशंकर मोर्या ,श्याम सुंदर यादव, एडवोकेट बाबूलाल नागर,अरविंद पोरवाल, रामस्वरूप मंत्री, रुद्रपाल यादव, अरुण चौहान, सीएल सर्रावत, हरिओम सूर्यवंशी, शफी शेख,विजय दलाल,कमल गुप्ता,अजीत पंवार,डा. हेमंत हिरोले, महेश गोहर, प्रमोद नामदेव आदि ने संबोधित किया ।सभा का संचालन राहूल निहोरे ने तथा आभार रूद्र पाल यादव ने माना। बाद में राष्ट्रपति के नाम संभाग आयुक्त पर दिए गए ज
ज्ञापन में मांग की गई है कि जहरीला कचरा अमेरिका ही भेजा जाए, पीथमपुर में जलाने की कोशिश नहीं की जाए, साथ ही मध्यपदेश सरकार कचरे को लेकर गठित किए गए न्यायमूर्ति शांतिलाल कोचर समिति की रिपोर्ट को सार्वजनिक करें ,साथ ही कचरे को लेकर सरकार ने अभी तक कौन-कौन सी जांच कराई है, किस तरह की गैस रीसी और किस तरह से उससे बचाव करने के साधन उपलब्ध है इसकी भी जानकारी सार्वजनिक की जाए।
इस धरने में प्रमुख रूपसे का.श्याम सुंदर यादव, शिवशंकर मोर्य,अरविंद पोरवाल, रामस्वरूप मंत्री, रुद्रपाल यादव, अरुण चौहान, सीएल सर्रावत, हरिओम सूर्यवंशी, मुन्नालाल साहनी,बबलू जाधव,शेलेन्द पटेल,फादर मोजेस,शफी शेख,विजय दलाल,कमल गुप्ता,राहुल निहोरे,अजीत पंवार, लक्ष्मी नारायण पाठक,डा. हेमंत हिरोले, महेश गोहर, प्रमोद नामदेव,हरनाम सिंह धारीवाल,दिलीप राजपाल, सोहनलाल शिंदे,शिवाजी मोहिते,भागीरथ कछवाह, बटेश्वर सिंह,लक्ष्मण वर्मा, यशवंत पैठनकर,परेश टोकेकर सहित इंटक, एटक, सीटू, एचएमएस, एआईयूटीसी,अभ्यास मंडल, केंद्रीय ट्रेड यूनियन अभियान समिति, किसान संघर्ष समिति, संयुक्त किसान मोर्चा आदि के नेताओं ने भागीदारी की बड़ी संख्या में धरने पर किसान मजदूर और राजनीतिक सामाजिक कार्यकर्ता शरीक हुए ।