पटना: लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार में राजनीतिक दलों ने अभी से अपनी तैयारी शुरू कर दी है। बीजेपी की और से केंद्र सरकार के 9 साल पूरे होने पर हर जिले में कार्यक्रम किया जा रहा है। इसमें सरकार के कामों की जानकारी घर-घर पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। इधर नीतीश कुमार भी गैर-बीजेपी दलों को एकजुट करने में लगे हैं। बीते महीने पटना में विपक्षी एकता के लिए बैठक हुई थी। नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने भी बिहार में अपने कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए कार्यक्रम की शुरुआत कर दी है। इन सब के बीच सवाल उठ रहा है कि इस बार लोकसभा चुनाव में क्या होगा? बिहार में महागठबंधन को मोदी की एक और लहर बहा ले जाएगी या फिर विपक्षी एकता अपना दम दिखाएगी? ऐसे ही सवालों को लेकर टाइम्स नाउ नवभारत और ईटीजी ने सर्वे किया है कि अगर आज चुनाव हुए तो बिहार में किस पार्टी की क्या स्थिति होगी?
NDA- महागठबंधन को बिहार में कितनी सीटें?
बिहार में लोकसभा की 40 सीटें है। अगर आज चुनाव हुए तो एनडीए यहां महागठबंधन पर भारी पड़ता नजर आ सकता है। सर्वे के मुताबिक, एनडीए के खाते में 22 से 24 सीटें जा सकती हैं। जबकि महागठबंधन को पिछली बार की तुलना में ज्यादा सीटें मिल सकती हैं। सर्वे के अनुसार, अगर आज चुनाव होते हैं तो महागठबंधन को 16 से 18 सीटें मिल सकती हैं। जबकि अन्य के खाते में शून्य सीट रहने की संभावना है।
अभी चुनाव हुए तो NDA- महागठबंधन को कितना वोट शेयर
वहीं वोट शेयर की बात करें तो बिहार में 45 फीसदी से ज्यादा वोट के साथ एनडीए ने बढ़त बना रखी है। जबकि महागठबंधन के खाते में 42.10 प्रतिशत वोट शेयर जा सकता है। वहीं अन्य के खाते में 12.70 फीसदी वोट शेयर रह सकता है।
लोगों का पीएम मोदी पर भरोसा कायम
टाइम्स नाउ नवभारत और ईटीजी का ये सर्वे बिहार में उस वक्त किया जा रहा था, जब गैर-बीजेपी दल विपक्षी एकता के लिए पटना में जुटे थे। सर्वे से एक बात जो निकलकर सामने आ रही है कि विपक्षी एकजुटता का असर लोगों पर ज्यादा नहीं पड़ता दिख रहा है। लोगों का भरोसा पीएम नरेंद्र मोदी पर 2014 और 2019 की तरह ही बना हुआ है।