डॉ. नेहा, नई दिल्ली
स्केन्स ग्रंथियां जिन्हें पैरायूरेथ्रल ग्रंथियां भी कहा जाता है, योनि की पिछली दीवार पर, मूत्रमार्ग के निचले हिस्से के नजदीक स्थित होती हैं। ये ग्रंथियां काफी हद तक पुरुषों में पायी जाने वाली प्रोस्टेट ग्रंथियों की तरह होती हैं और महिलाओं के यौन स्वास्थ्य की दृष्टि से महत्वपूर्ण होती हैं।
ये ग्रंथियां तरल पदार्थ का स्राव करती हैं, जो लुब्रिकेशन में सहायक होता है। पर क्या इनमें ट्यूमर का होना संभव है?
*महिलाओं में स्केन्स ग्रंथियों की उपयोगिता :*
ऐसा माना जाता है कि चूंकि प्रोस्टेट ग्रंथियां ऐसा द्रव स्रावित करती हैं जिनसे वीर्य बनता है, स्केन्स ग्रंथियां कामोत्तेजना के दौरान ‘महिलाओं में स्खलन’ के समान काम करती हैं।
हालांकि स्केन्स ग्रंथियों में ट्यूमर काफी दुर्लभ होता है, और इस वजह से इनके क्लीनिकल लक्षण, डायग्नॉसिस तथा मैनेजमेंट भी चुनौतीपूर्ण हैं। साथ ही, अस्पष्ट लक्षणों और कलीनिकल संकेतों के चलते यह मुश्किल और भी बढ़ जाती है।
*महिलाओं में प्रोस्टेट कैंसर के लक्षण :*
स्केन्स ग्रंथियों में ट्यूमर के कई लक्षण हो सकते हैं, जो कि मूत्रमार्ग और योनि में ग्रंथि की लोकेशन से संबंधित हो सकते हैं। सामान्य लक्षणों में शामिल हैंः
*1. दर्द या असहजता*
यह मूत्रमार्ग और योनि स्थान के आसपास हो सकता है तथा यौन संसर्ग या पेशाब करते समय बढ़ सकता है।
*2. मूत्रमार्ग से स्राव*
कुछ मरीजों को असामान्य स्राव की शिकायत हो सकती है, जो कई बार मूत्रनली का इंफेक्शन (यूटीआई) या योनि में अन्य किसी इंफेक्शन के कारण हो सकता है।
*3. पेशाब संबंधी लक्षण*
इनमें डिसुरिया (मूत्र त्याग के समय दर्द होना), बार-बार पेशाब करने की इच्छा महसूस होना, और ट्यूमर द्वारा मूत्रमार्ग पर दबाव डालने से पेशाब का अटकना (यूरिन रिटेंशन) शामिल हैं।
*4. स्पर्श करने योग्य द्रव्यमान*
कुछ मामलों में, शारीरिक जांच के दौरान मूत्रमार्ग के मुख के पास स्पर्श करने योग्य द्रव्यमान महसूस होता है.