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कैलाश विजयवर्गीय के खिलाफ इंदौर में लाठी लेकर सड़क पर बैठ गईं महिलाएं

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मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में मंगलवार के दिन नशे के खिलाफ महिलाओं ने हल्ला बोल दिया। इलाके में खुली शराब की दुकान एक साल के बाद भी नहीं हटने पर महिलाओं ने सड़कों में उतरकर प्रदर्शन किया। महिलाओं ने मंत्री कैलाश विजयवर्गीय पर वादा खिलाफी का आरोप लगाया। महिलाओं में इतना आक्रोश था कि पुलिस भी उनको शांत नहीं करा पाई।

 मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में नशे के मामले बढ़ते जा रहे हैं। इसको लेकर मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने भी पुलिस को कार्रवाई करने निर्देश दिए थे। अब इस नशे के खिलाफ महिलाओं ने मोर्चा खोल दिया है। दरअसल, बाणगंगा क्षेत्र के कुशवाह नगर में रहने वालों ने शराब दुकान हटाने की मांग वर्षों से कर रहे हैं। हालांकि दुकान अभी भी वहीं बनी हुई। इससे गुस्से में आई महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन किया।

दरअसल, इस दुकान को हटाने को लेकर विगत विधानसभा चुनाव के दौरान क्षेत्र की महिलाओं ने प्रत्याशियों से अवगत कराया था। उनकी समस्याओं को ध्यान में रखते हुए क्षेत्र के विधायक और वर्तमान में कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने चुनाव के तुरंत बाद शराब दुकान को हटाने की घोषणा की थी। हालांकि इस घोषणा को एक साल पूरा होने के बाद दुकान अभी भी उसी स्थान पर संचालित हो रही है।

एक साल पूरा होने के बाद दुकान नहीं हटने से महिलाओं में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है। मंगलवार को महिलाओं ने चक्का जाम कर विरोध प्रदर्शन किया और कैलाश विजयवर्गीय पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया। प्रदर्शन के दौरान महिलाओं ने बताया कि शराब दुकान के कारण कुशवाह नगर मुख्य मार्ग से महिलाओं और बच्चों का गुजरना मुश्किल हो गया है। शराबी अक्सर महिलाओं पर अभद्र टिप्पणियां करते हैं और छेड़छाड़ की घटनाएं आम हो चुकी हैं।

बच्चों और युवाओं में बढ़ रही नशे की लत

प्रदर्शन में भाग ले रही महिलाओं ने कहा कि शराब दुकान के कारण क्षेत्र के युवाओं और बच्चों में शराब की लत बढ़ रही है। इसके चलते कई परिवार टूटने की कगार पर हैं। दो दिन पूर्व क्षेत्र में शराबियों ने एक लड़की के साथ छेड़छाड़ की वारदात को अंजाम दिया, जिसके चलते वह लड़की मजबूरी में क्षेत्र छोड़कर चली गई। इस घटना ने महिलाओं के गुस्से को और बढ़ा दिया।

शराब दुकान से बिगड़ रहा माहौल

महिलाओं ने आरोप लगाया कि शराब दुकान के कारण क्षेत्र का वातावरण पूरी तरह बिगड़ चुका है। उन्होंने, मंत्री कैलाश विजयवर्गीय से आग्रह किया कि वे अपनी घोषणा को अमल में लाते हुए इस दुकान को तुरंत हटाएं। महिलाओं के विरोध के चलते पुलिस बल भी मौके पर पहुंचा।

महिलाओं के विरोध प्रदर्शन के दौरान बाणगंगा थाने की सब इंस्पेक्टर गरिमा शाक्यवार मौके पर पहुंचीं। लेकिन, महिलाओं के आक्रोश को शांत करने में असमर्थ रहीं। खबर लिखे जाने तक प्रदर्शन जारी था और पुलिस बल बड़े अधिकारियों के पहुंचने का इंतजार कर रहा था।

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