~ डॉ. प्रिया
ज्यादातर लोग आलू, सेब खीरा आदि जैसे तमाम सुपर फूड्स के छिलके को उतार कर डाइट में शामिल करते हैं. इसका कोई फायदा नहीं है, परंतु कई नुकसान जरूर हैं। आप खाद्य पदार्थों से केवल छिलके नहीं बल्कि पोषक तत्वों के गुणवत्ता को भी उतार देते हैं।
यह एक बुरी आदत है, जिसे हम सभी को नियंत्रित करना चाहिए। हमें अपने बच्चों को शुरुआत से ही फल एवं सब्जियों के छिलके खाने की आदत डलवानी चाहिए. यह बेहद न्यूट्रिशस होते हैं।
छिलकों के साथ खाएं ये 6 सुपरफूड्स :
*1. सेब :*
सेब को हमेशा छिलके के साथ खाना चाहिए। हालांकि, आजकल लोग इसे उतार देते हैं, परंतु यह एक अच्छी आदत नहीं है। सेब के छिलकों में भरपूर मात्रा में फाइबर पाया जाता है, खास कर सॉल्युबल फाइबर जिससे पेक्टिन तीन कहते हैं। ये फाइबर पाचन क्रिया के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है। इसके अलावा इसमें एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं, जो शरीर को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से प्रोटेक्ट करते हुए समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं। इसलिए सेब को छिलके के साथ काटकर खाएं।
*2. खीरा :*
खीरे की गुणवत्ता से तो आप सभी वाकिफ होंगे, परंतु जब हम इसे छीलकर खाते हैं, तो इसकी आधी गुणवत्ता कम हो जाती है। खीरे के छिलके फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट के एक बेहतरीन स्रोत हैं, खासकर ऑर्गेनिक खीरे के छिलके खाने में भी क्रंची और स्वादिष्ट होते हैं। छिलके की असल गुणवत्ता प्राप्त करने के लिए आपको इसे पानी में डुबोकर कुछ देर के लिए छोड़ देना है, उसके बाद इसे अच्छी तरह क्लीन करें और फिर अपनी डाइट में शामिल करें।
*3. कीवी :*
कवि को छिलके सहित खाने से इसके फाइबर की गुणवत्ता डबल हो जाती है। वहीं विटामिन ई, सी और पॉलीफेनोल जैसे आवश्यक पोषक तत्वों की खुराक इसमें जुड़ जाती है। कीवी का छिलका खाने से सूजन कम होती है और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल संबंधी स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
*4. आलू :*
आलू के छिलके न्यूट्रिशन का पॉवर हाउस हैं। छिलके वाले आलू की में विटामिन सी, पोटेशियम, फोलेट, मैग्नीशियम और फॉस्फोरस का उच्च स्तर होता है। आलू को छिलके के साथ खाने से शरीर को अधिक मात्रा में फाइबर प्राप्त होता है, जो आंत के स्वास्थ्य और संतुष्टि में योगदान करते हैं।
आलू के छिलकों में कई बायोफंक्शनल कंपाउंड होते हैं। यह कोलेजन प्रोडक्शन को उत्तेजित करता है, जिससे की बॉडी को एंटी एजिंग प्रभाव प्राप्त होते हैं। आलू के छिलके में एंटीबैक्टीरियल और एंटीऑक्सीडेंट प्रॉपर्टीज भी पाई जाती हैं।
*5. गाजर :*
गाजर के बाहरी लेयर को अक्सर हम छीलकर निकाल देते हैं, जिसके साथ कई महत्वपूर्ण पोषक तत्वों की गुणवत्ता भी खत्म हो जाती है। इसलिए हमेशा इसके आउटर लेयर के साथ खाएं। उनमें भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट और फाइबर पाए जाते हैं। इसके अलावा छिलके गाजर में फ्लेवर और क्रंच ऐड करते हैं। यह शरीर में पोषक तत्वों की गुणवत्ता जोड़ने के साथ-साथ तमाम तरह की समस्याओं के खतरे को भी कम कर देते हैं।
*6. तरबूज :*
तरबूज का आउटर लेयर स्किन नहीं होता है, परंतु ये पोषक तत्वों से भरपूर मोटे छिलके के परत से घिरी होती है। हालांकि, छिलके तरबूज की तुलना में कम मीठे होते हैं परंतु इनमें भरपूर क्रंच होता है। तरबूज के छिलके में अमीनो एसिड की मात्रा पाई जाती है, जो ब्लड सर्कुलेशन और ब्लड प्रेशर को इंप्रूव करती है। इसके अलावा यह फाइबर से भरपूर होते हैं, जो डाइजेस्टिव सिस्टम के लिए बेहद फायदेमंद है। इतना ही नहीं इसमें विटामिन सी और विटामिन b6 जैसे खास पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो इम्यूनिटी को बढ़ावा देते हुए आपके ब्रेन फंक्शन को भी बूस्ट कर सकते हैं। इसलिए इन्हें फेकने की जगह अपनी डाइट में शामिल करें।
आमतौर पर फल एवं सब्जियों के छिलकों पर पेस्टिसाइड्स और अन्य प्रकार के केमिकल्स लगे हो सकते हैं, जो आपकी बॉडी के लिए हेल्दी नहीं है।
ऐसे में किसी भी चीज को छिलके के साथ खाने से पहले उसे 1 से 2 घंटे के लिए पानी में भिगोकर छोड़ दें।
उसके बाद अच्छी तरह से हाथ से रगड़ कर क्लीन करें और फिर इसे अपनी डाइट में शामिल करें। इससे मौजूदा पेस्टिसाइड्स क्लीन हो जाते हैं।