डॉ. प्रिया
_दाद एक फंगल इन्फेक्शन है जो सिर, पैर, गर्दन या किसी अंदरुनी भाग में कहीं भी हो सकता है। ये लाल या हलके ब्राउन रंग का गोल आकार का होता है। अगर आपको ये इन्फेक्शन है तो आपकी बॉडी के किसी भी हिस्से पर लाल गोल निशान देख सकते हैं।_
ये बहुत तेजी से फेलता है जिस जगह पर हुआ है उसके आस पास की जगह पर भी फैलने लगता है। इन्फेक्शन ज्यादा बढ़ने पर बॉडी छोटी-छोटी फुंसियां भी देखने को मिलती है और उनमें पस भरने लगती है। इसलिए इस समस्या का समय पर इलाज करना बहुत जरूरी है.
*गेंदे का फूल :*
गेंदे की पत्तियों को लें और पानी में डालकर उबाल लें। इसे उबालने के बाद ठंडा होने पर अपनी बॉडी में जहां खुजली है उस जगह पर लगाकर अच्छे से साफ करें। या इसके लिए आपको गेंदे के फूल का रस निकलकर पीसकर पेस्ट बाल लें।
फिर इसे प्रभावित स्थान पर लगाकर सूखने के लिए छोड़ दें। जब यह सूख जाएं तो ठन्डे पानी की हेल्प से इसे अच्छी तरह साफ कर लें
*नारियल का तेल :*
त्वचा संबंधी समस्याओं के लिए अच्छा माना जाता है। यह न सिर्फ खुजली वाली त्वचा से राहत प्रदान करता है बल्कि त्वचा को चिकना और नरम भी बना देता है।
इसलिए प्रभावित क्षेत्र पर नारियल का तेल लगाने से आराम (dad ke upay) मिलता है।
*लहसुन :*
लहसुन में अजोइना नाम एक प्राकृतिक एंटी फंगल एजेंट (Anti–fungal agent) होता है जो फंगल संक्रमण को ठीक करने में मदद करता है।
लहसुन की एक फांक छीलकर उसकी पतली स्लाइस काट लें, प्रभावित क्षेत्र पर पतली स्लाइस को रखे और उसके चारों ओर एक पट्टी लपेट लें और रात भर के लिए इसे छोड़ दें। इसकी जगह पर लहसुन के पेस्ट का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
*हल्दी :*
हल्दी एक प्राकृतिक एंटीबायोटिक की तरह कार्य करता है। हल्दी और पानी को मिलाकर अच्छी प्रकार पेस्ट बना लें और रूई की सहायता से इसे प्रभावित क्षेत्र पर लगाएँ।
यह फंगल इन्फेक्शन का आयुर्वेदिक तरीके से इलाज करता है।
*एलोवेरा :*
ये एंटी-फंगल और जीवाणुरोधी होते है। प्रभावित त्वचा पर सीधे ऐलोवेरा जेल को लगाएं और रात भर के लिए छोड़ दें।
यह दाद चकत्ते आदि को ठीक करता है तथा यह त्वचा की स्वस्थ करने के लिए कईं पोषक तत्व और मिनरल प्रदान करता है।
*नीम :*
नीम की ताजी पत्तियों को पानी में उबालकर पानी को ठंडा कर लें तथा इस पानी को नहाने के लिए इस्तेमाल करने से दाद और खुजली में आराम मिलता है।
नीम के पत्ते में एंटीसेप्टिक और एंटीबायोटीक गुण होते हैं जो खाज-खुजली, दाद और त्वचा पर संक्रमण से होने वाले रोगों को दूर करने में मदद करते हैं। इस उपाय को करने के लिए नीम के पत्ते पीसकर दही में मिला कर दाद वाली जगह पर लगाएं। इस उपाय से दाद जड़ से खत्म हो जाएगा।
*नमक/लौंग/राई :*
सेंधा नमक पानी में नमक मिलाएं और प्रभावित भाग को लगभग 20 से 30 मिनट तक पानी में डालें। इसके बाद प्रभावित भाग को साफ पानी से धो लें।
विटामिन-ई से युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें। इसकी मदद से हमारे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है जिसकी मदद से शरीर ल्यूकोसाइट्स का उत्पादन करता है तथा फंगस को नष्ट करने में मदद करता है। विटामिन-ई के लिए जैतून का तेल, सूरजमुखी का तेल, अखरोट, मसूर की दाल, पालक, बादाम, तिल आदि का सेवन करें।
लौंग भोजन में लौंग का प्रयोग करें। इसके सेवन से फंगल संक्रमण दूर होता है
राई के बीज को बारीक पीसकर नारियल तेल के साथ पेस्ट बना लें। इसे दाद वाली जगह पर लगाएं। इससे दाद का इलाज होता है.
*पपीता/ कपूर/ सेव :*
कच्चे पपीते में एंटीफंगल गुण पाए जाते हैं जो फंगस को खत्म करने में मदद करते हैं। इसके लिए पपीते को पीस कर पेस्ट बना कर दाद पर 15 मिनट के लिए लगाएं और फिर हल्के गर्म पानी से धोएं। इस उपाय को दिन से 2 से 3 बार करें।
कपूर के पावडर में एक चम्मच शीशम का तेल मिलाकर दिन में दो से तीन बार लगाने से दाद से छुटकारा मिल जाता है।
सेब के सिरके रूई को सेब के सिरके में भिगो लें और अतिरिक्त सिरका निचोड़ दें। फिर इस रूई को 15 मिनट के लिए दाद वाली जगह पर रखें। आप इस प्रक्रिया को एक सप्ताह तक दिन में कई बार दोहराएं।
*टी ट्री/सरसों/अरंडी/लैवेंडर :*
टी ट्री ऑयल रूई को टी ट्री ऑयल में भिगोकर दाद वाले हिस्से पर लगाएं। इस प्रक्रिया को दिन में तीन से चार बार दोहराएं।
सरसों के बीज को आधे घंटे तक पानी में भिगोएं। फिर उसके बाद उन्हें पीसकर मोटा पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को प्रभावित जगह पर लगाएं।
अरंडी के तेल की कुछ बूंदें दाद वाली जगह पर लगाएं और कुछ देर हल्के हाथों से मसाज करें।
लैवेंडर ऑयल और ऑलिव ऑयल को मिलाएं। इसे प्रभावित हिस्से पर लगाकर छोड़ दें।
*बेकिंग सोडा/तुलसी/नींबू :*
बेकिंग सोडा भी धूप से होने वाली खुजली की समस्या को ठीक करता है। एक या दो चम्मच बेकिंग सोडा को पानी में डाल कर त्वचा को अच्छे से साफ करें। बेकिंग सोडा का पेस्ट बनाकर भी त्वचा पर इस्तेमाल कर सकते हैं। इसे लगाने के पांच मिनट बाद गुनगुने पानी से त्वचा को साफ कर लें।
तुलसी के पत्तों को अच्छी तरह धोकर पानी में उबाल लें और फिर नहाने के पानी में इसे मिला लें। घमौरियां होने पर भी आप तुलसी की पत्तियों को पीस कर त्वचा पर लगा सकते हैं। गर्मी में त्वचा पर होने वाली खुजली से बचाव के लिए नींबू के रस से त्वचा की मसाज करनी चाहिए।
नींबू के रस में ऐंटीबैक्टीरियल गुण होने की वजह से त्वचा के बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं। नींबू का रस त्वचा का रंग भी निखारता है।
(चेतना विकास मिशन)