बॉलीवुड के लिए साल 2022 अभी तक कुछ अच्छा नहीं चल रहा है। एक के बाद एक, बॉक्स ऑफिस पर फिल्में लगातार फ्लॉप और डिजास्टर साबित हो रही हैं। इसी बीच बॉलिवुड में एक के बाद एक फिल्मों की रिलीज के पोस्टपोन होने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। हाल ही प्रभास की अगले साल जनवरी में आने वाली फिल्म ‘आदिपुरुष’ पोस्टपोन होकर जून में पहुंच गई। उससे पहले सलमान खान की दो फिल्में ‘टाइगर 3’ और ‘किसी का भाई किसी की जान’ भी पोस्टपोन हो चुकी हैं।
‘टाइगर 3’ अब जहां अगले साल ईद से आगे बढ़कर दिवाली पर पहुंच गई है, वहीं ‘किसी का भाई किसी की जान’ इस साल 31 दिसंबर की बजाय अब अगले साल ईद पर रिलीज होगी। इस साल क्रिसमस पर भी तीन फिल्में ‘सर्कस’, ‘मैरी क्रिसमस’ और ‘गणपत’ रिलीज होने वाली थीं। लेकिन इनमें से कटरीना कैफ की ‘मैरी क्रिसमस’ और टाइगर श्रॉफ की ‘गणपत’ भी पोस्टपोन हो गई हैं। फिलहाल इन दोनों फिल्मों की नई रिलीज डेट नहीं आई है। यानी कि इस साल क्रिसमस पर इकलौती फिल्म रणवीर सिंह की ‘सर्कस’ रिलीज होगी। जबकि अगले साल वैलंटाइंस डे पर रिलीज होने वाली रणवीर सिंह और आलिया भट्ट की ‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ भी पोस्टपोन हो गई है। इसकी नई रिलीज डेट भी अभी घोषित नहीं की गई है।
सबकी अलग-अलग वजहें, पर फैसला एक
इन सभी फिल्मों की रिलीज डेट आगे बढ़ाने वाले तमाम निर्माताओं के पास अपनी-अपनी अलग अलग वजहें हैं। लेकिन यह समझने में देर नहीं लगती कि अचानक सारी फिल्मों की रिलीज डेट का आगे बढ़ना, फिलहाल बॉक्स ऑफिस पर धाराशाई होना भी है। इस साल कोरोना की तीसरी लहर के बाद जब फरवरी में सिनेमाघर खुले थे, तो काफी अरसे से अपनी फिल्में रिलीज करने का इंतजार कर रहे फिल्म निर्माताओं ने एक के बाद एक धड़ाधड़ फिल्में रिलीज कीं। लेकिन अफसोस कि इस साल ज्यादातर फिल्मों को बॉक्स ऑफिस पर निराशा ही हाथ लगी। इस साल रिलीज हुई फिल्मों में सिर्फ गंगूबाई काठियावाड़ी, द कश्मीर फाइल्स, भूल भुलैया 2 और ब्रह्मास्त्र को ही देखने के लिए दर्शक सिनेमाघर पहुंचे। जबकि बच्चन पांडे से लेकर हीरोपंती 2, रनवे 34, सम्राट पृथ्वीराज, रक्षाबंधन, शमेशरा, लाल सिंह चड्ढा, थैंक गॉड और राम सेतु जैसी बड़ी फिल्मों को भी निराशा का सामना करना पड़ा।
‘दर्शकों का मूड कुछ ठीक नहीं है’
इस बारे में बात करने पर प्रोड्यूसर और फिल्म बिजनेस एनालिस्ट गिरीश जौहर कहते हैं, ‘यह सच है कि पिछले कुछ दिनों में कई फिल्में पोस्टपोन हुई हैं। बेशक फिल्म निर्माताओं ने फिल्म की रिलीज आगे बढ़ाई है, तो उनके पास कोई ना कोई वजह तो रही ही होगी। उन्हें अपनी फिल्म के कॉन्टेंट, प्रेजेंटेशन और बाकी चीजों को लेकर जैसा फीडबैक मिला होगा, उसके आधार पर उन्होंने फिल्में पोस्टपोन की हैं। बेशक ये सभी फिल्में महंगे बजट में बनी हैं, तो कोई भी निर्माता अपनी फिल्म को बिना पूरी तैयारी के रिलीज करने का जोखिम नहीं लेगा। मैं तो पहले से ही कह रहा हूं कि अब नया कॉन्टेंट नए साल पर ही आएगा। शायद इसलिए ज्यादातार निर्माता अपनी फिल्मों को अगले साल में ले जा रहे हैं।’
क्या फिल्ममेकर्स को सता रहा है डर?
क्या फिल्म मेकर लगातार फ्लॉप हो रही फिल्मों से घबराकर सिनेमाघर में आने से डर रहे हैं? इसके जवाब में गिरीश कहते हैं, ‘मुझे ऐसा नहीं लगता है। दरअसल जिन फिल्मों की तारीखें बदली हैं, वे अपने आप को दर्शकों की बदली चॉइस के हिसाब से बदल रहे हैं। हालांकि मैं ये जरूर मानता हूं कि आजकल जो फिल्में रिलीज हो रही हैं, उनके निर्माता फिल्म का प्रमोशन नहीं कर रहे हैं। बेशक सभी बड़े बजट की फिल्मों को थिएटर में तो आना ही पड़ेगा। हालांकि एक सोच ये जरूर हो सकती है कि फिलहाल दर्शकों का मूड ठीक नहीं है, तो फिल्म को थोड़ा रुककर रिलीज करेंगे।’