अग्नि आलोक

*चंडीगढ़ मेयर चुनाव में वोट की डकैती के बाद कांग्रेस के फंड पर सरकार की डकैती*

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विजय दलाल

*देश के इतिहास में यहां तक कि आपातकाल तक में इडी, सीबीआई और इन्कमटैक्स विभागों द्वारा विपक्षी दलों पर इस तरह की कार्यवाहियों के उदाहरण आप नहीं पाएंगे।*

*अगर ईवीएम नहीं हुई तो इंडिया गठबंधन जिस दिशा में आगे बढ़ रहा है भाजपा को 2024 के चुनाव में 370 तो क्या 170 सीटें लाना मुश्किल है यह भय मोदी – अमित शाह ब्रांड बीजेपी को सता रहा है इसलिए विपक्षी दलों पर एक के बाद एक गैर कानूनी और असंवैधानिक हमले किए जा रहे हैं।*

*ऐसे में सुप्रीम कोर्ट यदि चुनाव घोषणा से पहले वीवीपेट पर्ची की 100% समानांतर गणना पर फैसला नहीं देता है तो सुप्रीम कोर्ट ने जिस तरीके से चुनावी बांड पर अपने फैसले में 5 वर्ष लगाकर बीजेपी को अरबों रुपए इकट्ठे करने दिए और विपक्ष को इडी और इन्कमटैक्स विभाग द्वारा सरकार के इशारों पर विपक्ष के विरुद्ध कार्यवाहियों खासतौर से जमानतों के मामले में जो रूख अख्तियार किया उसने मोदी सरकार को और अधिक निरंकुश होने की ताकत ही प्रदान की है।*

*आज सुप्रीम कोर्ट को मालूम है कि आज केवल बदनामी से बचने के लिए और विश्वसनीयता को कायम रखने के लिए वो इस तरह के फैसले दे रहा है जब मोदी सरकार ने पुरे प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और यहां तक कि सोशल मीडिया तक पर पुरी तरह से कब्जा कर लिया है।*

*विपक्ष आज मोदी सरकार पर कितने भी आरोप लगाले, जनता कितने भी आंदोलन कर लें, विपक्ष कितनी भी यात्राएं निकाल,  सोशल मीडिया पर इस सरकार के कितने भी बड़े बड़े भ्रष्टाचार के मामले उजागर हो जाए वो आम जनता के सामने पब्लिक मीडिया में उनका कवरेज ही नहीं है।

तो अब यही कह सकते हैं कि”*बिल्ली सौ चूहे खा कर हज को चली!”*

*ईवीएम हटाओ – लोकतंत्र बचाओ !*

इलेक्टोरल बॉन्ड की हम मिलकर परतें खोलेंगे।**पेश है यह रिपोर्ट–

ईडी और इनकम टैक्स का सामना कर रहीं 30 कंपनियों ने बीजेपी को 335 करोड़ का चंदा, यानी प्रोटेक्शन मनी दिया है।* 

*मुंबई में मवाली इसे हफ़्ता वसूली कहते हैं। दिल्ली में फिरौती इसका नाम है। आप दलाली मान लें।* 

*अब इस राम राज्य का झंडा आप अपने घर पर फहराएं या गाड़ी पर, इतना समझ लें कि अब चोरों का कोई ईमान नहीं। कल आपसे भी हफ्ता या फिरौती मांगी जा सकती है।* 

*किडनी, लिवर सब बेचने को तैयार हैं? तो बोलिए जय श्रीराम।*

*पूरी लिस्ट पेश है।* 

TNM-NL Investigation: 30 firms facing ED, IT probe donated Rs 335 cr to BJP

An investigation of EC records and financial statements over five years, and surveys by central agencies point to a pattern. Accusations of political funding being no less than extortion have found their way to news headlines in the past. An exclusive investigation.

These are some of the findings of The News Minute and Newslaundry’s analysis of Election Commission records, case files, and financial statements between the financial years 2018-19 and 2022-23. In some cases, donations were made during or after raids were conducted on the company and in some others, the companies that donated the money received licences or clearances. However, in some cases, the agency action continued despite the donations.

So, who were the 30 companies who donated to the BJP directly between 2018-19 and 2022-23? Where were they based? What were they accused of? We tell you in this story.

The episodes mentioned in this report only point to a pattern between raids or surveys by central agencies and donations to the BJP. Accusations of political funding being no less than extortion have found their way to news headlines in t

*इस लिंक को संभालकर रखें, क्योंकि हमने मोदी सत्ता और ईडी, आईटी की पैंट उतार दी है।*

*Soumitra Roy*

TNM-NL Investigation: 30 firms facing ED, IT probe donated Rs 335 cr to BJP

TNM-NL Investigation: 30 firms facing ED, IT probe donated Rs 335 cr to BJPAt least 30 companies, which donated a total of nearly Rs 335 crore to the BJP between financial years 2018-19 and 2022-23, also faced action by central agencie
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