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भीख मांगता हुआ साधु – यही भारत का भविष्य है

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पंकज राव

भीख मांगता हुआ साधु – यही भारत का भविष्य है. हांजी, फोटो सेव कीजिए, वॉलपेपर बना लीजिए. गाड़ी पर स्टिकर बनाकर चिपकाइये. इस फोटो को अपने बच्चों की शक्ल से मिलाइए. देखिये, मैच हो रही है या नहीं ?

भारत सरकार का बाहरी कर्ज दोगुना हो चुका है. सन 1947 से 2014 तक ये 52 लाख करोड़ हुआ था. 7 साल में अब 116 लाख करोड़ है. इस कर्ज में विदेशी सरकारें, आईएमएफ, वर्ल्ड बैंक, एडीबी, प्राइवेट कमर्शियल बैंक से लिया कर्ज, बॉन्ड खरीदने वाले भारतीय या विदेशी लोग, राज्य सरकारों को नहीं दिया गया स्टेटूरि भुगतान शामिल है.

आज देश का सालाना बजट, 30 लाख करोड़ है (कागजी बजट 35 लाख करोड़ है, जो हासिल होता नहीं). इस तीस लाख करोड़ का एक चौथाई लोन की क़िस्त में जाता है – ज्यादातर ब्याज में, मूल कम. मोई जी और निम्मो बाई इसे अपनी जेब से नहीं भरते. भरते हैं टैक्स के पैसे से।

निम्मो बाई ने बताया कि 1.25 लाख करोड़ के ऑयल बांड चुकाने के लिए सरकार 30 का पेट्रोल 100 में बेच रही है तो 116 लाख करोड़ के लिए आपकी कॉस्ट ऑफ लिविंग कहां पहुंचेगी ?? अरे डरो मत भाई, अभी तो पार्टी शुरू हुई है.

2024 तक तो भगवा राज हम चुन चुके हैं. तीन साल में कर्ज 200 लाख करोड़ पहुंचना तय है. कांग्रेस में वंशवाद है, इसलिए 2024 भी संघियों का जीतना तय ही है. ऐसे में अगले 2029 तक यह कर्ज 300 लाख करोड़ तक जाना तय है.

कर्ज पटाने के लिए और कर्ज लिया जाएगा. 30 की कमाई से 300 भर नहीं सकते. टैक्स बढेगा. यह आपके जॉब्स या वेतन बढाने के लिए नहीं, ब्याज पटाने के लिए. बढ़े टैक्स से महंगाई तो बढ़ेगी, पर वेतन नहीं. जीएम, डीजीएम, एजीएम लेवल के लोग अपनी कमाई से पेट भर ही लेंगे लेकिन शेष को कटोरा पकड़ना पड़ेगा.

नोट कर लीजिए, एक चीज के लिए बेफिक्र रहिये. मोबाइल डेटा फ्री रहेगा. आप संघी मीडिया के प्रोपगंडा फ्री में पढ़ सकेंगे. तो 2014 में कोई 24 करोड़ गरीब थे, राशन लेते थे, आज 80 करोड़ को राशन दिया जा रहा है. इस गति से 2029 तक ‘150 करोड़’ को राशन देना पड़ेगा. मैंने युवा भगवाधारियों सहित आप सबके होने वाले बच्चे एडवांस में जोड़ लिए हैं.

पर इतने को फ्री राशन देना भी सम्भव न होगा तो कटोरा ही अंतिम उपाय है. वो भी बाद में महंगा होने वाला है क्योंकि मेरी गुप्त सूचना के अनुसार अम्बाडॉनी ने अरबों कटोरे स्टॉक कर लिए हैं, वक्त आने पर ब्लैक में बेचेंगे.

तो अभी से खरीद लीजिए खूब सारे … अपने लिए कुछ रखकर, बाकी अपने मितरों, शादी ब्याह, छट्ठी, बर्थडे पर गिफ्ट कीजिए. अब्बाजान, चचाजान, भाईजान को भीख मांगने की स्किल सिखाइये ! और तस्वीर फिर से देखिये – ये आपका चुना हुआ भविष्य है ! ये भीख मांगता हुआ साधु, भारत का भविष्य है !

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