संदीप पुरोहित
भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस को घेरने में कोई कमी नहीं छोड़ रही है। जनाक्रोश यात्रा के मंच से राज्य सरकार पर भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, कानून व्यवस्था के सवाल तो उठा ही रही है, साथ ही अपने पुराने रामकार्ड को भी खूब खेल रही है। वहीं कांग्रेस के स्थानीय नेता भारत जोड़ो में व्यस्त हैं।
जोधपुर संभाग में भाजपा के महामंत्री और प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने जोधपुर, ङ्क्षतवरी, ओसियां और खींवसर खींवसर सहित आधा दर्जन से ज्यादा जनाक्रोश यात्राओं में कांग्रेस को निशाने पर लिया। उन्होंने कांग्रेस के केन्द्रीय नेतृत्व पर कम गहलोत सरकार पर ज्यादा प्रहार किए। वहीं केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने लोहावट में बिना राहुल गांधी का नाम लिए कहा कि जिस कांग्रेस और कांग्रेस के नेताओं ने राम को नकारा आज वही मंदिर-मंदिर ढोक दे रहे हैं। गजेन्द्र सिंह की लोहावट में सक्रियता हमेशा चर्चा का विषय रहती है।
वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने जोधपुर में शेरगढ़ में हुई गैस दुखांतिका के पीडि़तों से मुलाकात कर उन्हें ढांढस बंधाया। इस दुखांतिका के दौरान सभी दलों के नेताओं ने बयानबाजी में संयम दिखाया जो कि अच्छा उदाहरण है।
कांग्रेस पूरी तरह से भारत जोड़ो यात्रा की तैयारियों में लगी है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपना कार्यक्रम बदलकर जोधपुर आए और शेरगढ़ गैस हादसे के पीडि़तों से मुलाकात कर सांत्वना दी।
भारत जोड़ो यात्रा में ताकत दिखाने के लिए मुख्यमंत्री के गृह जिले में कांग्रेस के नेता काफी सक्रिय नजर आए। पाली, जालोर, सिरोही, बाड़मेर, जैसलमेर और नागौर में भी यात्रा का ही वातारण है। रालोपा के नेता हनुमान बेनीवाल भी जोधपुर में आए और अपने ठेठ पुराने अंदाज में ही दोनों पार्टियों पर आरोप लगाए। बेनीवाल की लगातार यह कोशिश रहती है कि मारवाड़ में स्थिति त्रिकोणीय बनाई जाए। होगा क्या यह तो भविष्य के गर्भ में है