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टीम इंडिया में ब्लू जर्सी बड़ी मेहनत से मिलती है…. अपनी जगह बरकरार रखना ज्यादा मुश्किल

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भारतीय क्रिकेट टीम में जगह बनाना जितना मुश्किल है, अपनी जगह बरकरार रखना उससे कही ज्यादा मुश्किल। जहां एक-एक स्पॉट के लिए पांच-पांच दावेदार हो, वहां परफॉर्म करने का प्रेशर आप सोच ही सकते हैं। इस आर्टिकल में हम आपको पांच ऐसे टैलेंटेड खिलाड़ियों के बारे में बताते हैं, जो शुरू में तो काफी प्रॉमिसिंग लग रहे थे, लेकिन उतने ही जल्दी फीके भी पड़ गए।

डियन क्रिकेट टैलेंट की खान है। टीम इंडिया में सिलेक्शन से पहले खिलाड़ी जमकर खून-पसीना एक करते हैं। पहले डोमेस्टिक और फिर आईपीएल में जी-जान लगाना पड़ता है। तब कहीं जाकर टीम इंडिया के दरवाजे खुलते हैं। ये ब्लू जर्सी बड़ी मेहनत से मिलती है। इस आर्टिकल में बात करेंगे ऐसे खिलाड़ियों की, जिन्हें टीम इंडिया में मौका तो मिला, लेकिन वो अपनी जगह बरकरार नहीं रख पाए।

पृथ्वी शॉ​

जब पृथ्वी शॉ टीम इंडिया में आए तो कहा गया कि ये लंबी रेस का घोड़ा है। एक्सपर्ट्स को पृथ्वी के भीतर सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग और ब्रायन लारा का कॉम्बिनेशन नजर आया। पृथ्वी ने अपने करियर के शुरुआती दिनों में ही कुछ ऐसी पारियां खेली कि हर कोई दंग रह गया। मगर टैलेंटेड होने के बावजूद ये धाकड़ क्रिकेटर टीम इंडिया से बाहर चल रहा है। सिलेक्टर्स भी उन्हें भाव नहीं दे रहे हैं और उन्हें दूध में पड़ी मक्खी की तरह निकाल कर बाहर कर दिया है।

राहुल त्रिपाठी​

इस लिस्ट में पहला नाम है राहुल त्रिपाठी। आईपीएल में अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी और चुस्त फील्डिंग से राहुल त्रिपाठी ने हर किसी का ध्यान खींचा। कोलकाता नाइटराइडर्स के लिए राहुल ने कई बढ़िया पारी खेली। अपनी बेखौफ बैटिंग से वह लगातार टीम इंडिया में एंट्री का दावा ठोक रहे थे। 2023 में उन्हें पहली बार श्रीलंका के खिलाफ मौका मिला, लेकिन वह टीम में अपनी जगह पक्की नहीं रख पाए। भारत के लिए सिर्फ पांच टी-20 इंटरनेशनल मैच खेलकर ही उनके करियर पर ब्रेक लग गया। अब दोबारा जगह पाने के लिए उन्हें कई शानदार पारियां खेलनी होंगी।

देवदत्त पडिक्कल​

साल 2020 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के साथ अपने आईपीएल करियर की शुरुआत करने वाले बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने ऐसा खेल दिखाया कि हर कोई दीवाना हो गया। तेज गति से रन बनाने की क्षमता वाले पडिक्कल अब राजस्थान रॉयल्स की ओर से खेलते हैं। देवदत्त पडिक्कल को 2021 में ही टी-20 इंटरनेशनल खेलने का मौका मिल गया था, लेकिन दो मैच में वह सिर्फ 38 रन ही बना पाए। इस साल इंग्लैंड के खिलाफ धर्मशाला में उन्होंने अपना टेस्ट डेब्यू किया, लेकिन फिलहाल टीम से बाहर चल रहे हैं।

टी नटराजन

2020 के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर तेज गेंदबाज नटराजन ने एक के बाद एक तीनों फॉर्मेट में डेब्यू किया। अपनी सटीक यॉर्कर और खतरनाक बॉलिंग के दम पर बाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने ऐसी छाप छोड़ी कि हर कोई देखता रह गया। भारत के लिए उन्होंने एक टेस्ट, दो वनडे और चार टी-20 इंटरनेशनल खेले, लेकिन 2021 से वह टीम से बाहर चल रहे हैं। इंजरी और सर्जरी नटराजन के दो बड़े दुश्मन हैं।

प्रसिद्ध कृष्णा​

ईशांत शर्मा के लाइक टू लाइक रिप्लेसमेंट प्रसिद्ध कृष्णा भारतीय टीम के लिए तीनों फॉर्मेट खेल चुके हैं। दो टेस्ट, 17 वनडे और पांच टी-20 इंटरनेशनल खेलने के बावजूद वह टीम में अपनी जगह पक्की नहीं कर पाए। खराब फिटनेस और इंजरी ने उनके करियर में ब्रेक लगा दिया। चोटिल होने के चलते ही वह आईपीएल का एक पूरा सीजन नहीं खेल पाए थे। यंग टैलेंटेड और डाइनेमिक पेसर होने के बावजूद उनका करियर लंबा न चल पाना दुखदायी है। वापसी करने के लिए उन्हें लंबा संघर्ष करना होगा।

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