~ अनामिका, प्रयागराज
कुछ बातों को अपने जीवन से तालमेल करते हुए विचार करें :
1.पहले सिगरेट को प्रमोट किया।
2. फिर प्राणघातक रिफाइंड को प्रमोट किया.
3. सरसों के शुद्ध तेल और देशी घी का विरोध किया।
4 .बच्चों के लिये अमृत समान देशी गाय के दूध और शहद के स्थान पर ,कैंसर कारक सिक्कोंमेड मिल्क पाउडर को प्रमोट किया।
5.खिचड़ी के स्थान पर 7 दिन पुरानी ब्रेड को प्रमोट किया।
6.सेंधा नमक के स्थान पर समुद्री नमक को प्रमोट किया।
7.मधुमेह एवं रक्तचाप के मानक क्यों बदले जाते रहे हैं ?
8. बीमारी के समय खाने पीने के निर्देश देने की प्रथा बंद करके क्यों अन्य बीमारियों को बढा़ने में सहयोग किया गया ?
9. आपरेशन से बच्चा पैदा होना, घुटनों का निरन्तर बढ़ता प्रत्यारोपण, जीवन पर्यंत रक्तचाप व मधुमेह की गोलियां खाना क्या कहीं माफिया का कुचक्र तो नहीं ?
10. हैंडप्रैक्टिस, ओरल सेक्स, एनल सेक्स, कितनों से भी सेक्स को विज्ञान सम्मत बताकर प्रमोट किया, जबकि ऐसा पशु भी नहीं करते. पेनिस की नसें नष्ट हों, नर नामर्द बने. योनि की सेंसटिविटी डेमेज हो, वह नाला बन जाए, संतान तक देने लायक नहीं रहे, सड़ जाए. मुँह- गले- योनि का कैंसर फैलता रहे. इनके पास इलाज़ है, सर्जरी है. जान जाए तो जाए, इनकी इंडस्ट्री तो फूले-फलेगी ही.
क्या मेडिकल माफिया ने इन सबको आपकी भलाई के लिये प्रमोट किया? क्या किसी मेडिकल माफिया ने आपको बताया कि उच्च रक्तचाप (BP), यूरिक एसिड और अन्य acid आदि की समस्या की जड़ चाय,नॉनवेज ,क्रोध ,असुंलित दिनचर्या आदि है ?
क्या किसी मेडिकल माफिया ने केमिकल युक्त चीनी के स्थान पर देशी खांड जिसमे कोई केमिकल नहीं पड़ता उसके बारे में बताया ?
क्या किसी मेडिकल माफिया ने फ्रिज के ठंडे पानी से होने वाले दुष्प्रभाव के बारे में बताया ?
सेक्स पॉवर की दवाएं बिल्कुल ही नपुंसक बना देती हैं, यह बताया?
क्या किसी मेडिकल माफिया ने AC कि हवा से शरीर कि पसीने से होने वाली प्रक्रिया में बाधा बताया जो कालान्तर मे शरीर की प्राकृतिक सफाई न होने से किडनी व हृदय रोग का कारण बनता है ?
क्या किसी मेडिकल माफिया ने हानिकारक विटामिन D के स्थान पर धूप स्न्नान लेने की सलाह दी ?
कैल्शियम की गोलियों जिससे कब्ज़ हो जाती है उसके स्थान पर क्या चूने की गोलियों का सेवन की सलाह दी ?
विटामिन C की गोलियों के स्थान पर खट्टे फल खाने की सलाह दी ?
जिंक की गोलियों के स्थान पर प्रातः ताम्रपत्र में जल पीने की सलाह दी ?
चाउमिन, मोमोज जो गली गली बेचा जा रहा है उस के मैदे, अझिनोमोट्टो व एसिड से होने वाले नुकसान के बारे में किसी भी मेडिकल डाक्टर से कभी सुना है कि किसी ने परहेज करवाया ?
इसका परिणाम भयंकर कैन्सर होगा जो जीवन भर की कमाई, दवाई के नाम पर इन को दे दो और जान से हाथ धो बैठो, दर्द जो होगा वह अलग।
जीवनशैली से रोगों की बात तो हो रही है परंतु जीवनशैली सुधार की बात क्यों नहीं ?
अगर मेडिकल माफिया आपको सही सलाह देगा तो एक तो यह इससे हाथ धो बैठगा दूसरा रोगी से।
या तो यह तथाकथित MEDICAL SCIENCE झूठी है या इसकी नीयत में खोट है। मानना न मानना भी आपकी मर्जी है। आज के समय डाक्टर बनने में जो लाखों-करोड़ खर्चा आता है वो मजबूरन कहीं से तो निकालना पडेगा।
लेकिन इन सब प्रश्नों पर विचार अवश्य करें, कुछ और भी प्रश्न आपके मन में आये होंगे उनको भी विचारें और आगे बढ़े. आपका स्वास्थ्य आपके हाथ में है न कि डॉक्टर के हाथ में। प्राथमिक स्वास्थ्य शिक्षा हम सभी के लिए अति आवश्यक है।
इसी तरह मेडिटेशन वर्ल्ड में कोई डांस करा रहा है, कोई साउंड सुना रहा है, कोई दवा या नशा दे रहा है. तीन दिन के प्रतिव्यक्ति दसियों हज़ार वसूले जा रहे हैं. मर्द का धन, औरत का तन लुटा जा रहा है.
हमारा मिशन 15 दिन का शिविर देता है. कुछ भी नहीं लेता. आप को जो व्यक्ति या संस्थान बेस्ट लगता है, आज़मा के देखो.
या फिर उसे चैलेन्ज करो. आकर हमारे मानवश्री से डिस्कस करे. डिस्कस पैटर्न पर, पथ पर या उपाय पर नहीं होगा. डिस्कस खुद के अनुभव पर, मंज़िल पर, प्राप्ति और पूर्णता पर होगा. अभिप्सु को फील कराकर दिखाना भी होगा.
प्लाटफॉर्म बीबीसी न्यूज़ चैनल होगा. दोनों पक्षो को कम से कम 50- 50 लाख की जमानत राशि चैनल के पास जमा करनी होगी. जो पक्ष सफल होगा, वह पूरे एक करोड़ ले जायेगा. सीधी, साफ और दो-टूक बात. (चेतना-स्टेमिना विकास मिशन).