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पैदा की गई उलझने?

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शशिकांत गुप्ते

राधेश्यामजी आदतन उलझन में रहतें हैं।
राधेश्यामजी को Confusion में देखकर उनकी पत्नी ने सलाह दी आप आपके मित्र सीतारामजी के पास जाकर उनसे चर्चा करो,आपका confusion दूर होगा।
पत्नी की सलाह पर राधेश्यामजी को यह कहावत याद आई।
हर सफल पुरुष के पीछे स्त्री का हाथ होता है
राधेश्यामजी ने पत्नी की ओर प्रशंसात्मक दृष्टि से देखा।
उन्हें निम्न श्लोक का भी स्मरण हुआ।
यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः।
इस श्लोक का अर्थ है: जिस जगह पर नारी की पूजा होती है, अर्थात स्त्रियों का सम्मान किया जाता है, वहां पर देवता निवास करते हैं।
उपर्युक्त कहावत और श्लोक पर गहराई से चिंतन मनन करने पर राधेश्यामजी मानसिक रूप से असमजंस्यता की स्थिति में पहुँच गए।
राधेश्यामजी सीतारामजी के पास गए और अपनी समस्याएं बताई।
सीतारामजी ने राधेश्यामजी से कहा आप ने जिस कहावत को याद किया और जिस श्लोक का स्मरण किया और उसका अर्थ समझने की जो कौशिश की है,यही तो आपकी समस्याओं का समाधान है।
हम कहावतों को पढतें है।सूक्तियों को दोहराते हैं।सुविचारों को पढतें हैं।यह सब सिर्फ पर उपदेश कुशल बहुतेरे के लिए होतें हैं।
आचरण में लाने का तनिक भी प्रयास नहीं करतें हैं।
हमे चिंता है विधर्मी नारियों की यह बहुत है,यह प्रशंसनीय कार्य है।तीन तलाक़ पर कानून बनाया?
हम स्वयं क्या कर रहें हैं।पत्नी को त्यागकर स्वयं की स्तुति के लिए विज्ञापनों का सहारा ले रहे है।
अपने धर्म को मानने वाली लगभग तीस प्रतिशत से अधिक युवतियों के तलाक के मुकदमे न्यायालय में विचाराधीन है। इस तरह के मुकदमों में उलझी हुई युवतियों की गैर सरकारी संख्या लगभग चालीस प्रतिशत से अधिक है।
Maximum governance minimum government
अर्थात न्यनतम सरकार और अधिकतम शासन।
उक्त स्लोगन का खूब ढिंढोरा पीटा गया था।
आज क्या हो रहा है।रसूखदार के पुत्र की गिरफ्तारी की जगह खातिरदारी की जाती है?
इतना सुन राधेश्यामजी ने सीतारमजी को रोक दिया और कहा कि आप की बातों से एक बात स्पष्ट रूप से समझ में आ गई।हमेशा उलझन (Confusion) में नहीं रहना चाहिए निष्कर्ष (conclusion) निकलना चाहिए।
सीतारामजी ने राधेश्यामजी को समझाया उलझन तो असफल लोगों द्वारा जानबूझकर पैदा की जाती है।

शशिकांत गुप्ते इंदौर

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