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*ब्लड ग्रुप के आधार पर करें डाइट का निर्धारण*

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      ~ डॉ. प्रिया 

सबसे अधिक खानपान ही हमारे शरीर पर प्रभाव डालते हैं। हेल्दी डाइट से मेंटल और फिजिकल हेल्थ दोनों प्रभावित होते हैं। वहीँ आहार हमारे ब्लड ग्रुप से भी जुड़ा हुआ है।

    यदि हम अपने ब्लड ग्रुप के अनुसार भोजन लेते हैं, तो यह कई तरह की बीमारियों से बचाव भी कर सकता है। कई शोध इस ओर इशारा करते हैं कि हमें अपने ग्रुप के अनुसार आहार का सेवन करना चाहिए।

*कैसा होता है ब्लड ग्रुप के अनुसार आहार?*

     हार्वर्ड हेल्थ पब्लिशिंग के अनुसार, अपने ब्लड ग्रुप के अनुसार भोजन करने से व्यक्ति स्वस्थ रह सकता है। वेट मनेजमेंट हो सकता है। व्यक्ति लंबे समय तक जीवित रह सकता है। हेल्दी फ़ूड के साथ-साथ एक्सरसाइज भी जरूरी है। हालांकि जानकारी के अभाव में आज भी लोग ब्लड ग्रुप के अनुसार भोजन नहीं कर पाते हैं।   

     भोजन का चनाव करने से पहले अपने ब्लड ग्रुप का पता लगाना जरूरी है। मुख्य रूप से ओ(O), एबी (AB), ए(A), बी (B) ब्लड ग्रुप के अनुसार अपने आहार का चयन करें ।

*टाइप ओ ब्लड ग्रुप :*

ओ ब्लड ग्रुप वाले लोगों को हाई प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थों का चुनाव करना चाहिए। उन्हें मांस, मछली, सब्जियां और फल खाना चाहिए। अनाज, बीन्स और फलियां सीमित मात्रा में खानी चाहिए।

     वजन कम करने के लिए सी फ़ूड, सी प्लांट, ब्रोकोली, पालक और ओलिव आयल उनके लिए सबसे बढ़िया है। गेहूं, मक्का और डेयरी प्रोडक्ट से हमें बचना चाहिए।

*टाइप ए ब्लड ग्रुप :*

टाइप ए ब्लड वाले लोगों को फल, सब्जियां, टोफू, सी फ़ूड और साबुत अनाज चुनना चाहिए। उन्हें मांस खाने से बचना चाहिए।

    वजन घटाने के लिए सी फ़ूड, सब्जियां, अनानास, ओलिव आयल और सोया खाना चाहिए। डेयरी, गेहूं, मक्का और राजमा से उन्हें बचना चाहिए।

*टाइप बी ब्लड ग्रुप :*

  टाइप बी ब्लड समूह वाले लोगों को मांस, फल, डेयरी, सी फ़ूड और अनाज सहित अलग-अलग प्रकार के फ़ूड चुनना चाहिए।

   वजन कम करने के लिए टाइप बी व्यक्तियों को हरी सब्जियां, अंडे, लीवर और मुलेठी चाय पीनी चाहिए। उन्हें चिकन, मक्का, मूंगफली और गेहूं को अवॉयड करना चाहिए।

*एबी ब्लड ग्रुप :*

एबी ब्लड ग्रुप वाले लोगों को डेयरी, टोफू, मछली, अनाज, फल और सब्जियां खानी चाहिए।

    वजन घटाने के लिए टोफू, सी फ़ूड, हरी सब्जियां और सी प्लांट भी लेना चाहिए। चिकन, मक्का और राजमा उन्हें लेना चाहिए। हालांकि एलोपैथ इस बात को स्वीकार नहीं करता है, लेकिन आयुर्वेद इस बात को मानता है।

*अलग-अलग ब्लड ग्रुप वाले लोगों के लिए एक्सरसाइज :*

अलग-अलग ब्लड ग्रुप वाले लोगों को एक्सरसाइज पर भी ध्यान देना चाहिए। टाइप ओ ब्लड वाले लोगों को हाई इंटेंसिटी वाले एरोबिक व्यायाम चुनने और संवेदनशील पेट के लिए सप्लीमेंट लेना चाहिए।

     टाइप ए ब्लड वाले लोगों को कम तीव्रता वाली गतिविधियों का चयन करना चाहिए। उन्हें ध्यान को अपनी दिनचर्या के हिस्से के रूप में शामिल करना चाहिए। अन्य ग्रुप वाले लोगों को नियमित रूप से माध्यम ग्रुप वाले एक्सरसाइज करना चाहिए।

      इस आहार के पीछे वजह यह है कि ब्लड टाइप कुछ प्रकार के खाद्य पदार्थों को पचाने की क्षमता से जुड़ा हुआ है। इसलिए उचित आहार पाचन में सुधार कर सकता है। यह शरीर के वजन को बनाए रखने में मदद कर सकता है।

     यह ऊर्जा के स्तर को बढ़ाता है। यह कैंसर और हृदय रोग सहित  कई बीमारियों को रोकने में मदद कर सकता है।

*ब्लड ग्रुप का विकास कैसे हुआ?*

      हार्वर्ड हेल्थ पब्लिशिंग के अनुसार, विकास के क्रम में टाइप ओ को शुरुआती मनुष्यों का मूल ब्लड टाइप कहा जाता है। ये शिकारी थे, जिनके आहार में एनिमल प्रोटीन की मात्रा अधिक थी।

     ऐसा कहा जाता है कि समूह ए तब विकसित हुआ , जब मनुष्य ने खेती करना शुरू किया और शाकाहारी भोजन करना शुरू किया। ऐसा कहा जाता है कि ग्रुप बी ब्लड टाइप खानाबदोश जनजातियों में उत्पन्न हुआ, जो बहुत अधिक डेयरी उत्पादों का सेवन करते हैं।

     ग्रुप एबी ए और बी ब्लड टाइप वाले लोगों के मिश्रण से हुआ है। इसलिए एबी ब्लड ग्रुप वाले लोगों के लिए मीडियम तरह के भोजन और व्यायाम जरूरी हुए।

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