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*उम्र से पहले बूढ़ी हो रही स्किन तो यूँ करें डिटॉक्स*

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       ~ रीता चौधरी

      बूढा होना कोई नहीं चाहता. फीमेल्स तो 70 की उम्र में भी आंटी कहलाना पसंद नहीं करती. फराहखान जैसी एजुकेटेड सेलेब्रेटी भी लाइव भड़क गई थी शिष्या के आंटी कहने पर. आजकल स्किन को जवान बनाये रखने लिए व्यूटी इंडस्ट्रीज के पास एक से बढ़कर एक प्रोडक्ट बाजार में हैं. पार्लर में तमाम तरह के प्रोग्राम हैं. समृद्ध लोगों के लिए तो स्पर्म फेसियल का अपना जलवा है. बेशक यह सबसे अधिक कारगर ऑप्शन सावित हो रहा है, लेकिन इतना महंगा है की हमारे – आपके वश के बाहर है.

      वजह है शुद्ध वीर्य का आभाव. आज 99% लोग अपनी सोच, क्रिया, हरकतों आदि से अपना वीर्य ही नहीं ख़ून व डीएनए तक गंदा कर चुके हैं. आपको अगर विशुद्द वीर्य वाला सात्विक- सदाचारी – स्वस्थ इंसान मिले तो खुद वीर्यलेप-मसाज कर सकती हैं. वीर्यपान से लाभान्वित हो सकती हैं. कचरा वीर्य खतरनाक सावित होता है.

     त्वचा शरीर का सबसे बड़ा ऑर्गन है, जिसे समय-समय पर अतिरिक्त प्यार और देखभाल की आवश्यकता होती है। आपकी त्वचा रोजाना पर्यावरणीय क्षति से जूझती है। मेकअप, प्रदूषक तत्व और डेड सेल्स के कारण स्किन पोर्स बंद हो जाते हैं। ऐसे में आपको कई तरह की त्वचा संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

     इसके साथ ही शरीर के अंदर पनप रहे हानिकारक टॉक्सिंस भी त्वचा की रौनक छीन लेते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि आप समय-समय पर अपनी फेस स्किन को डिटॉक्स करें।

*क्या है स्किन डिटॉक्स?*

      त्वचा को डिटॉक्स करने का मतलब है आपके पोर्स जो बंद करने वाली अधिक से अधिक अशुद्धियों, विषाक्त पदार्थों, प्रदूषकों और मृत त्वचा कोशिकाओं को हटाना, ताकि आपकी त्वचा पूरी तरह से स्वस्थ रह सके। इसके साथ ही अंदर से भी खुदको डिटॉक्स करें, यह भी स्किन डिटॉक्स का एक अहम हिस्सा होता है।

इन 8 टिप्स को फॉलो कर अपनी फेस स्किन को डिटॉक्स करें :

    *1 : पानी की कमी न होने दें :*

     स्किन को डिटॉक्सिफाई करने का एक सबसे अच्छा तरीका है अपने शरीर को पूरी तरह से हाइड्रेटेड रखना और शरीर में फ्लूइड की कमी न होने देना। पानी पीने से आपके पोर्स हेल्दी रहते हैं और इनसे टॉक्सिंस और इंप्योरिटीज आसानी से बाहर निकल आती है।

     ऐसे में त्वचा स्वस्थ और ग्लोइंग रहती है। साथ ही लिवर और किडनी में मौजूद टॉक्सिंस को भी बाहर निकालता है, जिससे की पाचन क्रिया स्वस्थ रहती है और इसका असर आपकी त्वचा पर भी देखने को मिलता है।

*2 : मॉर्निंग डिटॉक्स ड्रिंक से करें दिन की शुरुआत :*

     टर्मरिक डिटॉक्स जिसमें कि एंटी बैक्टीरियल, एंटी इन्फ्लेमेटरी और अन्य मेडिसिनल प्रॉपर्टी पाई जाती हैं, जो त्वचा के लिए बेहद फायदेमंद होती हैं। इसके अलावा विटामिन सी डिटॉक्स ड्रिंक त्वचा को प्यूरिफाई करने के साथ पाचन क्रिया का भी पूरा ख्याल रखती है।

     साथ ही साथ आप चाहे तो खीरा तुलसी की पत्तियों से बने डिटॉक्स ड्रिंक को भी ट्राई कर सकती हैं। यह स्किन को हाइड्रेटेड रखने के साथ-साथ इसमें मौजूद एंटी बैक्टीरियल और एंटीमाइक्रोबॉयल प्रॉपर्टी त्वचा संबंधी समस्याओं में बेहद कारगर होती हैं।

      नारियल पानी और चिया सीड्स का कॉन्बिनेशन भी एक बेहतरीन डिटॉक्स ड्रिंक साबित हो सकता है। यह न केवल आपकी त्वचा के लिए फायदेमंद है बल्कि वेट लॉस में भी प्रभावी रूप से काम करता है।

       वहीं मेथी के बीज के पानी को पीने से पिंपल, एक्ने, डार्क स्पॉट्स इत्यादि जैसी समस्याओं से छुटकारा पा सकती हैं। आप चाहें तो अपने स्वाद अनुसार डिटॉक्स ड्रिंक तैयार कर इसे एन्जॉय कर सकती हैं।

*3 : बेदाग और निखरी त्वचा के लिए आजमाएं डबल क्लींजिंग :*

     स्किन डिटॉक्स के दौरान डबल क्लींजिंग एक बेहद महत्वपूर्ण स्टेप है। डबल क्लींजिंग की शुरुआती स्टेप में ऑयल बेस्ट क्लींजर का इस्तेमाल करें, उसके बाद किसी अच्छी सी क्लींजिंग क्रीम से अपनी त्वचा को क्लीन करें।

     पहला स्टेप मेकअप रिमूवर करने के साथ धूल, गंदगी, प्रदूषण और एक्सेस ऑयल को आपकी त्वचा से पूरी तरह से रिमूव करता है। वहीं दूसरे स्टेप में त्वचा पर बची इंप्योरिटीज बाहर निकल आती हैं और त्वचा की असल रंगत तथा टेक्सचर निखरकर नजर आते हैं।

*4 : एक्सफोलिटरिंग :*

सौम्य एक्सफ़ोलीएटर आपकी त्वचा से सभी प्रदूषण, मेकअप, तेल, बैक्टीरिया, डेड स्किन सेल्स और टॉक्सिक पदार्थों को हटाने में मदद करते हैं। बस सावधान रहें कि हॉर्स एक्सफ़ोलीएटर का उपयोग न करें जो संवेदनशील त्वचा को परेशान कर सकता है।

      सौम्य एक्सफ़ोलीएटर आपकी त्वचा को क्षति से बचाने के साथ-साथ रोमछिद्रों को बंद करने वाले एजेंटों को हटाने में आपकी मदद करता है। हल्के हाथों से उंगलियों को घुमाते हुए स्क्रब करें क्योंकि त्वचा को अधिक रगड़ने से कोलेजन टूट सकते हैं साथ ही त्वचा के छिलने का खतरा भी बना रहता है।

*5 : स्टीमिंग :*

      डबल क्लींजिंग और त्वचा को एक्सफ़ोलीएट करने के बाद अपनी त्वचा से बची हुई इम्प्यूरिटीज को पूरी तरह से बाहर निकालने और स्किन पोर्स को स्वस्थ रखने के लिए भाप यानी कि स्टीम लेना महत्वपूर्ण है।

       अपने पोर्स को भाप देने के लिए, एक बर्तन में पानी उबालें, फिर पानी को एक कटोरे में निकाल लें।

     अपने चेहरे को टॉवल से कवर करें और कटोरे को टॉवल के अंदर रखें, लगभग 10 मिनट तक भाप को अपने चेहरे पर केंद्रित रखें। फिर कॉटन या टॉवल से टैप करते हुए पसीने को साफ कर लें।

*6 : क्ले मास्क :*

     क्ले मास्क पोर्स के अंदर से इंप्योरिटीज को अपनी ओर आकर्षित करता है और इसे पूरी तरह से साफ कर देता है। आप इसे त्वचा पर लगाने के साथ-साथ महीने में एक बार अपने हाथ पैर और गले की त्वचा पर भी जरूर अप्लाई करें।

     इसे लगाने के बाद लगभग 15 मिनट तक ड्राई होने दें फिर गुनगुने पानी में कॉटन तौलिए को भिगो कर त्वचा को साफ कर लें।

*7 : सीरम और मॉइस्चराइजरिंग :*

     अब आपके पोर्स इफेक्टिव इनग्रेडिएंट्स को त्वचा में अवशोषित करने के लिए तैयार हैं। अपनी स्किन टाइप के अनुसार मॉइश्चराइजर या सिरम को त्वचा पर अप्लाई कर इसे हल्के हाथों से मसाज दें।

     यह आपकी त्वचा को पोषण देने के साथ अंदर तक जा कर रिपेयर करेगा। इसके लिए आप विटामिन सी बूस्टर, रेटिनोल सिरम, टी ट्री ऑयल फेस सिरम जैसे प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल कर सकती हैं।

      खासकर विटामिन सी डिटॉक्सिफाइंग एजेंट की तरह काम करता है, इसलिए यदि आपको विटामिन सी सूट करता है तो आप इसे जरूर अप्लाई करें।

       यह एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है और आपकी त्वचा को प्रीमेच्योर एजिंग से प्रोटेक्ट करने के साथ ही फ्री रेडिकल से भी बचाता है।

 *8 : 7 से 8 घंटे की स्किन हीलिंग स्लिप :*

    जिन लोगों में नींद की कमी होती है, अक्सर वह त्वचा संबंधी समस्याओं से परेशान रहते हैं। अपनी त्वचा को स्वस्थ और ग्लोइंग बनाने के लिए 7 से 8 घंटे की नियमित नींद बेहद महत्वपूर्ण है। सोने की अवस्था में आपकी त्वचा डैमेज रिपेयर करती है, ऐसे में इसे हील होने के लिए उचित समय देना जरूरी है।

      नहीं तो तमाम स्किन केयर प्रोडक्ट्स अप्लाई करने के बाद भी त्वचा मुरझाई और बेजान नजर आती है।

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