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*नारों पर, वादों पर मत जाना, सब कुछ आपके सामने है, परखना जरूर*

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*बेखौफ जाना और अपने मन की आवाज को सुनना*

*इंदौर, प्रदीप जोशी।* आज मतदान करने जाना है आपको। बेखौफ होकर जाना। आपका मत गोपनीय है। चिंता मत करना। ये जो आपके पास नए नए वादे लेकर आए हैं, ये वही हैं, जिन्हें आप बरसों से जानते हैं। इनके काम, इनसे जुड़े लोग, सबको आप जानते हैं। चुनावी दौर में नेताजी ने आपको प्रभावित करने के लिए जो जो दिया, सब स्वीकार करना, क्योंकि ये लोग देते ही कब हैं, अब दे दिया तो लीजिए और भी जो जरूरत है, तो बता दीजिए सब मिल जाएगा। बस आप अपने मन की करना, क्योंकि यह चुनाव आपके मन का है। सही को चुनना, क्योंकि यह हमारे प्रदेश और शहर का मामला है।

*जरा सोचिए तो कौन क्या वादे कर रहा है :*

वोट देते समय यह जरूर सोचना कि कौन नेता आपसे वादे क्या कर रहा है। क्या ये अचानक आपके सामने आए हैं, क्या ये महानुभाव किसी अन्य शहर से अथवा किसी अन्य ग्रह से अवतरित हुए हैं। ये सब हमारे अपने हैं और इन्होंने इस शहर की फजीहत होते खुद भी देखा है। बस मुंह में दही जमाकर बैठे रहे।

 *सोचना क्यों नेताजी खामोश रहे?*

यह सोचकर ही वोट डालने जाना, क्योंकि आपका वोट इन लोगों की कारगुजारियों को और बढ़ावा देने वाला साबित होगा। किसी से कुछ छुपा है क्या, इन महान लोगों के आसपास किन लोगों का घेरा रहता है। पार्टी के कार्यकर्ता तो चुनाव खत्म होते ही दूर हो जाएंगे, पास तो वो लोग रहेंगे, जिनसे हम और हमारा समाज दुखी रहता है।

*याद रखना इस बात को :*

_ चुनावी शोर में यह मत भूल जाना कि बीते देढ़ दशक में जिन भूमाफियाओं ने शहर को लूटा, उन्हें कोई बचा रहा है?

_ सोचना इंदौर जैसे शहर में अवैध कॉलोनाइजेशन क्यों हुआ, अब हर चुनाव में नियमितिकरण के वादे क्यों होते रहते हैं?

_ स्मार्ट सिटी के नाम पर शहर का हैरिटेज उजाड़ दिया गया, स्मार्ट सिटी का लाभ आम जनता को क्या और कितना मिला?

_ शहर में थोड़ी बारिश हो, तो सड़कें ही नहीं कॉलोनियां भी डूब जाती हैं, कितने जनप्रतिनिधियों ने इस संबंध में चिंता जाहिर की?

_ पूरा शहर बेतरतीब यातायात से परेशान है, कितने जनप्रतिनिधियों ने इस संबंध में आवाज उठाई, कितने नेता सड़क पर उतरे?

_ नशे से शहर को मुक्त करने की बात सारे प्रत्याशी कर रहे हैं, सोचना ये लोग चांद से अवतरित नहीं हुए हैं, सब यहीं थे?

_ अधिकारियों की सनक का शिकार यह शहर बना हुआ है, कितने नेता हैं, जिन्होंने अधिकारियों की कारगुजारियों पर सवाल उठाए?

_ शहर की सारी धरोहरें जस की तस हैं, जबकि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत करोड़ों रुपए खर्च करके इन्हें संवारने के दावे किए गए हैं?

_ इस शहर ने किस आधार पर चार श्रेणियों में राष्ट्रीय जल पुरस्कार जीत लिए, सोचना जरा इस शहर में लोगों को शुद्ध पानी भी नहीं मिल रहा?

_ कपड़ा मिलों की तालाबंदी के बाद पीड़ित शोषित मजदूरों के हक को किसने रोका, क्यों कोर्ट कचहरी में मामला झूल रहा है?

_ छह बार स्वच्छता में नंबर वन शहर में आज आम जनता को ज्यादा टैक्स देना पड़ रहा है, यहां तक कि अवैध राशि भी देना पड़ती है ?

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