अर्थशास्त्र का कोई जानकार फिल्मों पर पूरी शिद्दत से लिखे, तो ये माना जाना चाहिए कि ये विषय उसकी रूचि से जुड़ा है। आईएएस अधिकारी डॉ अभय बेडेकर ने फिल्मों पर 200 पन्नों की पूरी किताब ‘सिने सितारे’ लिखकर यह साबित कर दिया कि वे सिर्फ फिल्म देखने के शौकीन नहीं, फिल्म कलाकारों को भी बारीकी से जानते हैं। इंदौर जैसे बड़े शहर में एडिशनल कलेक्टर की व्यस्त जिम्मेदारी निभाते हुए लिखने के लिए समय निकालना आसान बात नहीं है।
उनकी यह किताब 51 कलाकारों के करियर और निजी जीवन पर आधारित है। सौ साल से ज्यादा पुरानी फ़िल्मी दुनिया के इन चुनिंदा कलाकारों में ब्लैक एंड व्हाइट के दौर से लगाकर आज तक के कलाकार हैं। उन्होंने उन पर सिर्फ लिखा ही नहीं, उनके बारे में अपने विचार भी व्यक्त किए। इस किताब का संपादन करते हुए मैंने पाया कि वे सिर्फ अर्थशास्त्र को ही नहीं समझते, फिल्मों को भी उतनी अच्छी तरह समझते हैं। उनकी ये किताब निश्चित रूप से फिल्म कलाकारों के बारे में एक प्रामाणिक दस्तावेज की तरह है।
प्रकाशक यशराज पब्लिकेशन के यश जैन के साथ डॉ अभय बेडेकर को किताब भेंट की गई।
अब यह किताब ‘रीडर्स पैराडाइज’ जंजीवाला चौराहा इंदौर पर उपलब्ध है।