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*फीमेल सेक्सुअल डिस्फंक्शन : लक्षण, कारण और निवारण*

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        डॉ. गीता शर्मा

    पुरुषों के सेक्सुअल डिस्फंक्शन के बारे में तो हम अक्सर बातें किया करते हैं, परंतु क्या आपको मालूम है कि महिलाओं में भी सेक्सुअल डिस्फंक्शन हो सकता है। हो सकता है नहीं, होता है. इसके पीछे कई सामान्य कारण जिम्मेदार होते हैं।

   जिस प्रकार पुरुषों में इरेक्टाइल डिस्फंक्शन देखने को मिलता है, उसी प्रकार महिलाओं में भी कई ऐसे संकेत नजर आते हैं जो बताते हैं कि आप सेक्सुअल डिस्फंक्शन का सामना कर रही हैं।

ये हैं महिलाओं में सेक्सुअल डिस्फंक्शन के कुछ प्रमुख लक्षण :

     *1. लो सेक्सुअल डिजायर :*

           सेक्सुअल डिजायर में कमी आना फीमेल सेक्सुअल डिस्फंक्शन का एक सबसे आम लक्षण है। इस स्थिति में उत्तेजना के तमाम तरीकों को अपनाने के बाद भी महिलाओं में सेक्स करने की इच्छा उत्पन्न नहीं होती।

*2. कामोत्तेजना में कमी :*

     सेक्सुअल डिस्फंक्शन की स्थिति में महिलाओं में यौन कामोत्तेजना में कमी आ जाती है। इस दौरान उन्हें उत्तेजित होने में परेशानी होती है, साथ ही यौन गतिविधियों के दौरान उत्तेजना को बनाए रखना भी मुश्किल हो जाता है।

*3. ऑर्गैस्मिक डिसऑर्डर :*

     पर्याप्त उत्तेजना और यौन गतिविधियों के बाद भी आपको ऑर्गेज्म तक पहुंचने में कठिनाई होती है। वहीं लगातार क्लिटोरी सिम्युलेट करने पर भी ऑर्गेज्म तक नहीं पहुच पाती। इस स्थिति का मतलब है आप सेक्सुअल डिस्फंक्शन की शिकार हो चुकी हैं।

*4. इंटरकोर्स संबंधित समस्या :*

     कई बार महिलाओं को सेक्सुअल इंटरकोर्स के दौरान असहनीय दर्द का अनुभव होता है और वे अपनी वेजाइना को टाइट कर लेती हैं, जिसे सेक्सुअल डिस्फंक्शन के एक संकेत के रूप में जाना जाता है। इसके लिए साइकोलॉजिकल और फिजिकली दोनों ही फैक्टर जिम्मेदार हो सकते हैं।

अब आइये नज़र डालते हैं महिलाओं में सेक्सुअल डिस्फंक्शन के मुख्य कारणो पर :

महिलाओं में सेक्सुअल डिस्फंक्शन के लिए दो मुख्य फैक्टर्स जिम्मेदार हो सकते हैं, साइकोलॉजिकल और फिजिकल।

    *1. साइकोलॉजिकल फैक्टर :*

       डिप्रैशन, एंजायटी या फिर पास्ट के कुछ बुरे एक्सपीरियंस जैसे की सेक्सुअल, इमोशनल या फिजिकल एब्यूज महिलाओं में सेक्सुअल डिस्फंक्शन का कारण बन सकते हैं।

     इसके अलावा कई बार महिलाएं अपनी बॉडी को लेकर कॉन्फिडेंट नहीं रहती, ऐसे में वे साइकोलॉजिकल सेक्सुअल डिस्फंक्शन का शिकार हो जाती है। वहीं यदि पार्टनर के साथ रिश्ता खराब होने पर भी महिलाओं में योन उत्तेजना उत्तपन नहीं होती।

     इसके साथ यदि कोई महिला अधिक तनाव में है, या उनके परिवार में किसी तरह की गंभीर समस्या चल रही है, साथ ही वह किसी काम में अधिक व्यस्त रह रही हैं, तो ऐसे में सेक्सुअल डिस्फंक्शन हो सकता है।

*2. फिजिकल फैक्टर :*

    यदि कोई महिला स्वास्थ्य संबंधी किसी तरह की समस्या से ग्रसित हैं, जैसे कि डायबिटीज, हृदय रोग, किडनी की समस्या और थायराइड तो आपको सेक्सुअल डिस्फंक्शन हो सकता है।

     इसके अलावा कुछ लाइफ स्टेज जैसे की प्रेगनेंसी के दौरान, चाइल्डबर्थ के बाद क्योंकि इस दौरान वेजाइना काफी ज्यादा स्ट्रेच होती है, उसमें कट लगते हैं और स्टिचस आते हैं, जिसकी वजह से महिलाएं अक्सर सेक्स में रुचि खो देती हैं।

     जब महिलाएं ब्रेस्टफीडिंग करवा रही होती हैं, तो उस दौरान वेजाइना अधिक ड्राई हो जाती है। साथ ही साथ सेक्सुअल हॉर्मोन्स भी असंतुलित होते हैं और लिबिडो की कमी हो जाती है।

      इसके अलावा मेनोपॉज सेक्सुअल डिस्फंक्शन का एक सबसे बड़ा कारण है, इस दौरान एस्ट्रोजेन का स्तर तेजी से गिरता है, इसके साथ ही वेजाइनल ड्राइनेस और लिबिडो की कमी के कारण महिलाओं को सेक्स करने का मन नहीं होता।

*मेडिकेशन्स भी हो सकते हैं जिम्मेदार :* 

    कुछ दवाइयों का सेवन भी सेक्सुअल डिस्फंक्शन का कारण बनता है। खासकर ब्लड प्रेशर और डिप्रेशन की दवाइयां लेने से ऐसा होता है। वहीं यदि आप अधिक मात्रा में शराब या स्मोकिंग करती हैं, तो आपमें सेक्सुअल डिजायर की कमी हो सकती है।

      महिलाओं में पुरुषों की तुलना में आठ गुना अधिक कामाग्नि होती है. बावज़ूद इसके पुरुषों की शिकायत रहती है की वे सेक्स में रूचि नहीं लेती.

*समाधान की बात :*

   हार्मोनल ट्रीटमेंट, उत्तेजक खानपान, काउन्सिलिंग और आर्गेज्मिक सेक्स थेरेपी से समाधान हासिल किया जाता है.

    दरअसल पुरुष स्त्री की आग को जगा ही नहीं पाता. अगर स्त्री पूरी तरह गरम होकर पिघलने के स्टेज पर आये. पेनिस की ऐक्टिविटी से वह अपनी योनि से वीर्य जैसा द्रव्य डिस्चार्ज कर पाए तो उसे इतना अपरिमित आनंद मिले की वह सेक्स बम बन जाए. वह इस स्वाद के बिना रह ही नहीं पाए.

    मूलभूत ट्रेजडी यह है की आप ठंडी, मुर्दा, राख या रोगिणी नहीं हैं तो कभी भी सेक्स में तृप्त नहीं होंगी, क्योंकि 99% पुरुष 30 मिनट भी चलने लायक नहीं हैं.

   आप जानवर, यंत्र यूज करती हैं तो योनि सेंसटिविटी खो देगी. आप बदचलन, वेश्या बनती हैं तो रोगी बनकर बेमौत मरेंगी.

   नेचुरल और कम्प्लीट संतुष्टि तो वास्तविक प्यार से भरे ‘एक’ मर्द का पेनिस ही देता है. अतृप्त मरना जीवन का अपमान है, जीवन का अपमान जीवनदाता भगवान का अपमान है.

  तो बेहतर होगा की अपने नामर्द को हमसे निःशुल्क मर्द बनवा लें. (चेतना विकास मिशन).

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