डॉ. श्रेया पाण्डेय
वेजाइनल डिसचार्ज को समझना मुश्किल हो सकता है, खासकर अगर यह अचानक से बदल जाए। वेजाइनल डिसचार्ज आपकी समग्र स्वास्थ्य स्थिति को दर्शाता है। यह आपके शरीर के बेहद संवेदनशील अंग यानी की योनि में स्वच्छता एवं सुरक्षा को बनाए रखना है।
महिलाएं अक्सर चिपचिपे योनि स्राव की शिकायत करती हैं, जो बेहद आम है, लेकिन कुछ महिलाओं को यह चिंतित कर सकता है। इसके कारण और निवारक उपायों को समझने से महिलाओं को इस स्थिति को प्रभावी ढंग से मैनेज करने में मदद मिल सकती है।
*क्या है स्टिकी वेजाइनल डिस्चार्ज?*
सिंगापुर मेडिकल जर्नल में प्रकाशित 2020 के एक अध्ययन के अनुसार, वेजाइनल डिसचार्ज गर्भाशय ग्रीवा और योनि में ग्रंथियों द्वारा निर्मित एक तरल पदार्थ है। पीरियड्स के दौरान इसकी स्थिरता, रंग और मात्रा में उतार-चढ़ाव आ सकता है।
क्लिनिकल मेथड्स में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, वेजाइनल डिसचार्ज सफेद, पीला, हरा, भूरा या लाल हो सकता है।
चिपचिपा स्राव यानी की स्टिकी वेजाइनल डिसचार्ज एक प्रकार का योनि डिस्चार्ज है, जो गाढ़ा, चिपचिपा या चिपकने वाला गाढ़ापन होता है। यह साफ, सफेद या थोड़ा पीला हो सकता है और आमतौर पर यह योनि की सफाई और स्वास्थ्य को बनाए रखने की शरीर की प्राकृतिक प्रक्रिया का हिस्सा होता है।
यह स्राव पूरे मासिक धर्म चक्र में हार्मोनल परिवर्तनों के कारण मात्रा और बनावट में भिन्न हो सकता है। हालांकि, चिपचिपा स्राव अक्सर सामान्य होते हैं, लेकिन इसकी स्थिरता, रंग या गंध में महत्वपूर्ण परिवर्तन एक अंतर्निहित समस्या का संकेत हो सकता है। इसके लिए चिकित्सा ध्यान देने की आवश्यकता होती है।
यह समझना महत्वपूर्ण है कि प्रेगनेंसी के आखिरी महीनों में भूरे रंग का स्टिकी स्राव हो सकता है। क्योंकि सर्विक्स पर बलगम प्लग निकल जाता है, और द्वार फैल जाता है।
ये हैं चिपचिपे योनि स्राव के कारण :
*1. मासिक धर्म :*
पीरियड्स के दौरान वेजाइनल डिसचार्ज की रंगत और टेक्सचर अलग नजर आ सकती है। पीरियड्स के अलग-अलग स्टेज के दौरान हार्मोनल उतार-चढ़ाव योनि स्राव की स्थिरता को प्रभावित कर सकते हैं। चिपचिपा स्राव को अक्सर ओव्यूलेशन से पहले और बाद में देखा जाता है।
*2. ओव्यूलेशन :*
ओव्यूलेशन एक शारीरिक प्रक्रिया है, जिसे अंडाशय के फटने से परिभाषित किया जाता है। ओव्यूलेशन के आसपास, शरीर अधिक ग्रीवा बलगम का उत्पादन करती है, जो स्पर्म को गर्भाशय ग्रीवा के माध्यम से यात्रा करने में मदद करने के लिए चिपचिपा या लचीला हो सकता है।
*3. प्रेगनेंसी :*
स्टेटपर्ल्स में प्रकाशित 2023 के एक अध्ययन के अनुसार, गर्भावस्था के दौरान, मां के शरीर में बड़े पैमाने पर परिवर्तन होते हैं जो बढ़ते भ्रूण का समर्थन करने के लिए सभी अंग प्रणालियों को प्रभावित करते हैं। एस्ट्रोजन के उच्च स्तर से वेजाइनल डिसचार्ज बढ़ सकता है, जो चिपचिपा हो सकता है। यह गर्भाशय को संक्रमण से बचाने के लिए काम करता है।
*4. बैक्टीरियल वेजिनोसिस :*
स्टेट्सपर्ल में प्रकाशित 2023 के एक अध्ययन के अनुसार, बैक्टीरियल वेजिनोसिस एक योनि संक्रमण है, जो मुख्य रूप से गार्डनेरेला वेजिनेलिस बैक्टीरिया के कारण होता है। इस बैक्टीरिया को योनि में स्वाभाविक रूप से पाया जाता है, लेकिन जब अन्य अच्छे बैक्टीरिया पर्याप्त नहीं होते हैं, तो यह अधिक मात्रा में उत्पन्न हो सकता है। इसके परिणामस्वरूप पीले या भूरे रंग का चिपचिपा स्राव और गंध हो सकती है।
*5. यीस्ट संक्रमण :*
योनि कैंडिडिआसिस एक फंगल संक्रमण है, जो मुख्य रूप से कैंडिडा एल्बिकेंस के कारण होता है। लक्षणों में चिपचिपा, भूरा या सफेद डिस्चार्ज, योनि में जलन और योनि में तीव्र खुजली शामिल है। कैंडिडा एल्बिकेंस एक यीस्ट है, जो आमतौर पर योनि में थोड़ी मात्रा में मौजूद होता है, लेकिन यह बहुत अधिक बढ़ सकता है और संक्रमण का कारण बन सकता है।
*6. ट्राइकोमोनिएसिस :*
ट्राइकोमोनिएसिस एक यौन संचारित संक्रमण (एसटीआई) है जो ट्राइकोमोनास वैजाइना के कारण होता है। इसकी गंध बहुत तेज होती है और यह पीले-हरे रंग का चिपचिपा डिस्चार्ज उत्पन्न करता है। जर्नल ऑफ़ फैमिली मेडिसिन एंड प्रिवेंशन केयर में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, यह यूरिनरी प्रॉब्लम और वेजाइनल रेडनेस भी पैदा कर सकता है।
*वेजाइनल डिसचार्ज के लक्षण :*
स्टिकी वेजाइनल डिसचार्ज के लक्षण और इसके कारण सामान्य शारीरिक प्रक्रिया का हिस्सा है, या किसी अंतर्निहित समस्या का संकेत है, यह समझना बेहद महत्वपूर्ण है। यहां विशेषज्ञ द्वारा बताए गए स्टिकी वेजाइनल डिसचार्ज के कुछ सामान्य लक्षण दिए गए हैं, तो चलिए जानते हैं इस बारे में :
*गाढ़ा, चिपचिपा डिस्चार्ज :* वेजाइनल डिसचार्ज आपको गाढ़ा, चिपचिपा लग सकता है, जिसकी बनावट अक्सर गोंद जैसी नजर आती है।
*अलग रंग का डिस्चार्ज :*
डिस्चार्ज का रंग साफ़ या सफ़ेद से लेकर थोड़ा पीला या ग्रे हो सकता है। सामान्य चिपचिपा योनि स्राव आमतौर पर साफ़ या सफ़ेद होता है, जबकि रंग में बदलाव संक्रमण या अन्य स्थिति का संकेत हो सकता है।
*गंध :*
चिपचिपा स्राव आमतौर पर गंधहीन होता है। हालांकि, डिस्चार्ज का मजबूत गंध बैक्टीरियल वेजिनोसिस जैसे संक्रमण का संकेत हो सकता है।
*खुजली या जलन :*
स्टिकी डिसचार्ज अपने आप में असुविधा का कारण नहीं हो सकता है, अगर यह किसी संक्रमण से संबंधित है, तो आपको योनि क्षेत्र के आसपास खुजली, जलन और लालिमा का अनुभव हो सकता है।
*मात्रा में परिवर्तन :*
पीरियड्स, प्रेगनेंसी या हार्मोनल गर्भनिरोधक उपयोग जैसे कारकों के आधार पर चिपचिपे स्राव की मात्रा बढ़ या घट सकती है।
*पीरियड साइकिल :*
पीरियड्स से पहले और बाद में, साथ ही पीरियड्स के पहले के दिनों में स्टिकी डिस्चार्ज देखने को मिल सकता है।
*संक्रमण के साथ-साथ लक्षण :*
यदि स्टिकी वेजाइनल डिसचार्ज किसी संक्रमण के कारण है, तो अन्य लक्षणों में पेशाब के दौरान जलन, पैल्विक दर्द या सेक्स के दौरान असुविधा शामिल हो सकती है।
*गांठदार या पनीर जैसी बनावट :*
यदि वेजाइनल डिसचार्ज में बीच-बीच में गांठे आ रही है या पनीर जैसी दिखाई दे रही है, तो यह यीस्ट संक्रमण का संकेत हो सकता है।
*स्टिकी वेजाइनल डिसचार्ज को कम करने के उपाय :*
1. हेल्दी हाइजीन मेंटेन करें :
इंटिमेट एरिया को क्लीन करने के लिए हमेशा माइल्ड साबुन का प्रयोग करें साथी किसी भी फेमिनिन प्रोडक्ट का इस्तेमाल न करें इसे रोजाना क्लीन करें और ड्राई करना ना भूले। वेजाइना में फ्रेगनेंस युक्त प्रोडक्ट के इस्तेमाल से इसका पीएच वैल्यू असंतुलित हो सकता है, जिसकी वजह से बैक्टीरियल वेजिनोसिस जैसी समस्याएं आपको परेशान कर सकती हैं। बैक्टीरिया को एक जगह से दूसरे जगह तक फैलने से रोकने के लिए हमेशा बाथरूम जाने के बाद आगे से पीछे की ओर क्लीन करें।
*2. खुद को हाइड्रेटेड रखें :*
ओपन क्वालिटी जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन ने संकेत दिया कि डिहाईड्रेशन से योनि संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। कम से कम 8 गिलास पानी पीने से योनि की नमी और हाइड्रेशन का स्तर स्थिर रहता है, जो योनि के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। यह मासिक धर्म की शुरुआत से पहले स्राव को कम करने में भी मदद करता है।
*3. कॉटन के ढीले ढाले कपड़े पहने :*
हमेशा सूती अंडरवियर पहनें, क्योंकि सूती कपड़े क्षेत्र को सांस लेने की अनुमति देते हैं और नमी को अवशोषित करने में मदद करते हैं। जिससे बैक्टीरिया के बढ़ने का जोखिम कम होता है। टाइट कपड़े पहनने से बचें, क्योंकि वे नमी और गर्मी को त्वचा पर लंबे समय तक बनाए रख सकते हैं। जिससे उन एरिया पर बैक्टीरिया और यीस्ट पनप सकते हैं।
*4. प्रोबायोटिक युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन :*
प्रोबायोटिक युक्त खाद्य पदार्थों जैसे कि दही, केफिर, सौकरकूट और किमची का अधिक सेवन या प्रोबायोटिक सप्लीमेंट लेने से वेजाइनल डिस्चार्ज को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है। फ्रंटियर्स सेलुलर एंड इंफेक्शन माइक्रोबायोलॉजी जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, प्रोबायोटिक्स योनि के बैक्टीरिया के प्राकृतिक संतुलन को बनाए रख सकते हैं, जिससे बैक्टीरियल वेजिनोसिस जैसे विकारों का जोखिम कम हो जाता है। जो स्वाभाविक रूप से चिपचिपे योनि स्राव को कम करता है।
*5. नारियल का तेल :*
नारियल के तेल में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। इस प्रकार यह जलन को शांत करने और संक्रमण को रोकने में आपकी मदद करता है। बाहरी योनि क्षेत्र पर थोड़ी मात्रा में ऑर्गेनिक, एक्स्ट्रा वर्जिन कोकोनट ऑयल लगाएं।
*6. स्ट्रेस मैनेज करें :*
क्रोनिक स्ट्रेस हार्मोनल संतुलन को बाधित कर सकता है, जिससे योनि स्राव प्रभावित हो सकती हैं। अपने दैनिक दिनचर्या में ध्यान, योग और डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज को शामिल करें, इस प्रकार की तनाव मुक्त गतिविधियों में रोजाना शामिल होने का प्रयास करें।
*इन बातों का भी ध्यान रखें :*
ये घरेलू उपचार और रोकथाम के तरीके जोखिम को कम करने में मदद कर सकते हैं, लेकिन वे चिकित्सा देखभाल का विकल्प नहीं हैं।
यदि आपको अत्यधिक स्टिकी वेजाइनल डिसचार्ज हो रहा है, तो आपको अंतर्निहित कारण जानने के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए और चिकित्सा सहायता लेनी चाहिए।
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