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ढलती जवानी क़ो ब्रेक देने के लिए इन्हें अपनाएं

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डॉ. प्रिया
गाजर :

गाजर के नियमित सेवन से बढ़ती उम्र के प्रभावों को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता हैं।.
गाजर में पाया जाने वाला केरोनाइड्स ढलती उम्र के असर को प्रभावी ढंग से कम कर देता हैं। एक शोध में पाया गया के महिलाओ की बजाये पुरुष अधिक मात्रा में केरोनाइड्स का सेवन करते हैं और लम्बी ज़िंदगी जीते हैं और महिलाओ की आयु अपेक्षाकृत उनसे कम होती हैं।

गिलोय :
गिलोय में प्रतिजीवी एवं रोग प्रतिरोध क्षमता को बढ़ाने वाले तत्व पाये जाते हैं। इस दिशा में हुए अध्ययन बताते हैं के गिलोय में ऐसी गुणवत्ता पायी जाती हैं, जो विषाणुओं का प्रतिरोध करने में समर्थ होती हैं।
गिलोय प्रभाव शाली ढंग से ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को दबाती हैं, जिसके फलस्वरूप हमारे शरीर को विविध संक्रमणों से लड़ने में मदद करती हैं। जिससे व्यक्ति लम्बी आयु और चिर यौवन प्राप्त करता हैं।

आंवला :
एक लोक कहावत के अनुसार
” जो नित आंवला खात हैं, प्रात : पियत हैं पानी।
कबहुँ न मिलिहैं वैधराज से, कबहुँ न जाई जवानी। ”
अर्थात जो व्यक्ति नियमित रूप से आंवले का सेवन करता हैं, प्रात : काल पानी पीता हैं, वो कभी अस्वस्थ नहीं होता तथा सदा जवान बना रहता हैं।
आयुर्वेद के अनुसार इस संसार में आयु को स्थिर करने वाली जितनी भी औषधियां हैं, उनमे आंवला सब से उत्तम हैं। अत: जैसे भी हो आंवले का नित्य सेवन करे।

छोटी हरड़ :
यदि आप दीर्घायु और चिर यौवन चाहते हैं तो छोटी हरड़ रात के समय पानी में भिगो दे।पानी इतना ही डाले की वो सोख ले।
प्रात : उनको देशी घी में तलकर कांच के बर्तन में रख ले। नित्य एक एक हरड़ सुबह शाम दो महीने तक खाते रहे। शरीर हृष्ट पुष्ट रहेगा।

ध्यान :
अमेरिका के इवोओ यूनिवर्सिटी ऑफ़ मैनेजमेंट के वैज्ञानिको ने यह प्रमाणित किया हैं के भारतीय ऋषियों के द्वारा बताई गयी ध्यान साधना को अपनाकर मनुष्य अपनी उम्र बढ़ा सकता हैं।
नियमित रूप से ध्यान के अभ्यास से मनुष्य अपनी उम्र को बढ़ा सकता हैं। ध्यान से उच्च रक्तचाप अर्थात हाइपरटेंशन, धूम्रपान, बैड कोलेस्ट्रोल, तथा धमनी काठिन्य को भी नियंत्रित किया जा सकता हैं।

योग~ प्राणायाम :
अगर आप नित्य रोज़ाना शौच से निर्व्रत हो कर आधा घंटा योग और प्राणायाम करते हैं तो निश्चित ही आपकी आयु भी बढ़ेगी, रोग मुक्त भी होंगे और चिर युवा भी रहेंगे।

*संभोग :*

संभोग टाइमलेश, ईगोलेश का स्टेज देकर उम्र बीतने की स्पीड पर ब्रेक लगाता है. तमाम बिमारियों की दवा है सेक्स. बेहतर व्यायाम तो है ही.
सम्भोग= सम + भोग यानी आनंद का एक समान भोग. नरमादा एकसाथ डिस्चार्ज नहीं होते तो वह संभोग नहीं.
(लेखिका चेतना विकास मिशन की संचालिका हैं.)

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