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गैस, एसिडिटी निवारक होममेड माउथ फ्रेशनर 

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          सोनी कुमारी, वाराणसी 

हम रोजाना सेहत संबंधी कई छोटी मोटी समस्याओं का सामना करते हैं। ऐसे में जरूरी नहीं की इन्हे ट्रीट करने के लिए हर बार दवाइयां ली जाएं। ऐसे कई खास घरेलू उपाय हैं, जो आपकी नियमित समस्याओं का समाधान कर सकते हैं। 

यहाँ हम बता रहे हैं एक ऐसा स्वादिष्ट मुखवास जिसे हर कोई अपनी डाइट में शामिल कर सकता है। यह हीमोग्लोबिन को बढ़ाने, ऊर्जा के स्तर और पाचन में सुधार करने में बेहद प्रभावी रूप से कार्य करता है।

   यह सभी उम्र के लोगों की त्वचा और बालों को बेहतर बनाने में भी मदद करता है। 

*आंवला बीटरूट मुखवास :*

इस मुखवास को बनाने के लिए आपको केवल 3 सामग्री की आवश्यकता होती है:

आंवला

चुकंदर

सेंधा/काला नमक

1. 10 आंवला और 3 चुकंदर को एक साथ कद्दूकस कर लें।

2. इसे एक प्लेट में फैला लें, फिर इसमें 1 चम्मच काला या सेंधा नमक डालें और इसे 3-4 दिनों तक सूखने दें।

सुखाने के लिए :

 प्लेट को 3 से 4 दिनों तक धूप वाली जगह पर घर के अंदर रखें। अगर आप इसे बाहर सुखाना चाहते हैं, तो प्लेट को मलमल के कपड़े से ढक दें और सीधे धूप में न रखें। मिश्रण के अच्छी तरह सूख जाने के बाद, इसे एयरटाइट कंटेनर में भरकर रख दें।

  स्टोरेज : 

आंवला चुकंदर मुखवास को एयर टाइट कंटेनर में रूम टेंपरेचर पर 6 महीने तक रखा जा सकता है। लेकिन, अगर बड़ी मात्रा में बना रही हैं, तो मुखवास को फ्रिज में रखें और नियमित उपयोग के लिए थोड़ी मात्रा में मुखवास को कमरे के तापमान पर रखना उचित है।

खुराक : 

   दिन में तीनों बार भोजन के बाद इसका 1 चम्मच लें और इसे चबाकर खाएं। इसे खाली पेट नाश्ते के तौर पर भी लिया जा सकता है। जब मौसम में आंवला उपलब्ध न हो, तो आप उबले हुए चुकंदर और चुटकी भर नमक के साथ आंवला पाउडर मिला सकते हैं। इसे सलाद के तौर पर भी लिया जा सकता है। इससे भी आपको बिल्कुल वही लाभ प्राप्त होंगे।

      नोट :

 आप आंवला पाउडर को चुकंदर पाउडर और नमक (स्वादानुसार) के साथ मिला सकते हैं। यदि आपके क्षेत्र में ताजे चुकंदर और आंवला नहीं मिलते हैं, या आप नियमित रूप से इन्हे ताजा नहीं ले सकते हैं। इस मुखवास के माध्यम से आप इसकी गुणवत्ता को प्राप्त कर सकते हैं।

घटक द्रव्य के फायदे :

*1. आंवला :*

आंवला विटामिन सी का समृद्ध स्रोत है, यह आयरन को अवशोषित करने में मदद करता है और इम्यूनिटी को मजबूत रखता है। एक मजबूत इम्यूनिटी आपके शरीर को तमाम तरह के संक्रमण और बीमारियों से लड़ने के लिए तैयार रखती हैं और समस्याएं आपके ऊपर हावी नहीं होती। वहीं आंवला टॉक्सिक पदार्थों को बाहर निकालने और पाचन में सुधार करने में भी मदद करता है।

     आंवला कई अन्य समस्याओं का भी एक प्रभावी इलाज हैजेड जैसे की यह हेयरफॉल, थायराइड, एसिडिटी और त्वचा संबंधी समस्याओं के लिए सबसे अच्छा फल है। आयुर्वेद में इसका उपयोग प्राचीन काल से तरह-तरह की समस्याओं की दवाइयां के तौर पर किया जा रहा है। आंवले में मौजूद इसके चिकित्सीय गुण इसे बेहद खास बना देते हैं।

*2. चुकंदर :*

चुकंदर में आयरन, पोटैशियम और अन्य पोषक पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा मौजूद होती है। इसका नियमित सेवन शरीर में आयरन की मात्रा को बनाए रखता है, जिससे कि बॉडी में हीमोग्लोबिन की मात्रा मेंटेन रहती है और आपको एनीमिया की स्थिति में मदद मिलती है। इस मुखवास में इस्तेमाल हुआ आंवला विटामिन सी का एक अच्छा स्रोत है, जो शरीर में आयरन के अवशोषण को बढ़ावा देती है।

      चुकंदर में पर्याप्त मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है, जो इन्फ्लेमेशन और सेल डैमेज से शरीर को बचाता है, जिससे कि नियमित तौर पर होने वाली समस्याओं का खतरा कम हो जाता है। आप एक स्वस्थ एवं संतुलित जीवन जीते हैं। इतना ही नहीं बीटरूट यानी कि चुकंदर स्टैमिना बूस्टिंग फूड है, यदि आप एक्सरसाइज करते हैं तो यह आपके प्रोडक्टिविटी को भी बढ़ा देता है। ब्लड प्रेशर को मैनेज करते हुए हृदय संबंधी समस्याओं के खतरे को कम करता है। (चेतना विकास मिशन).

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