~ रीता चौधरी
हाल ही में हुए शोध बताते हैं कि चावल का पानी सिर्फ आपकी स्किन ही नहीं, बल्कि बालों के लिए भी फायदेमंद है। इसमें मौजूद खास पोषक तत्व बालों को जड़ों से मजबूत बनाकर उनका झड़ना रोकते हैं।
*चावल का पानी (Rice Water) :*
राईस वाटर केवल त्वचा तक ही सीमित नहीं है बल्कि बालों के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है।
वर्षों से चाइना और जापान में महिलाएं हेयर ग्रोथ को बढ़ावा देने के साथ ही बालों को मजबूत बनाने और समय से पहले इन्हें सफेद होने से रोकने के लिए चावल के पानी का इस्तेमाल करती चली आ रही हैं।
इसमें कई ऐसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो बालों की सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है।
साइंस डायरेक्ट के अनुसार चावल के पानी में 75 से 80% तक स्टॉर्च मौजूद होता है। यह स्टार्च चावल को पानी में भिगोने और पकाने के बाद निकलता है। साथ ही इनमें कई महत्वपूर्ण विटामिंस और मिनरल्स मौजूद होते हैं, जो बालों की सेहत के लिए बेहद फायदेमंद हो सकते हैं।
यह अमीनो एसिड, बी विटामिन, विटामिन ई, एंटीऑक्सीडेंट, मैग्निशियम, फाइबर, जिंक और मैंगनीज जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्वों का बेहतरीन स्रोत है।
विलेय ऑनलाइन लाइब्रेरी द्वारा प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार चावल के पानी का इस्तेमाल सरफेस फ्रिक्शन को कम करते हुए बालों की इलास्टिसिटी को बनाए रखने में मदद करता है।
डर्मेटोलॉजी एंड थेरेपी के प्रकाशित एक रिव्यु के अनुसार विटामिन B12 की कमी से बाल तेजी से झड़ना शुरू हो जाते हैं, ऐसे में चावल के पानी में मौजूद पोषक तत्व बालों को मजबूती प्रदान कर सकते हैं। इनमें मौजूद अन्य पोषक तत्व भी बालों के लिए प्रभावी रूप से काम करते हैं।
चावल के पानी में इनोसिटोल होता है, जो एक कार्बोहाइड्रेट है। यह डैमेज बालों को रिपेयर करता है और हेयर ग्रोथ को बढ़ावा देता है।
इसका पीएच स्तर बालों के पीएच स्तर के करीब होता है। ऐसे में यह बालों को झड़ने और टूटने से बचाता है।
चावल के पानी में विटामिन बी और ई की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है। जो बालों को पोषण प्रदान करता है और इसकी बनावट में सुधार करता है।
*ऐसे तैयार करें चावल का पानी :*
1/2 कप चावल लें इसे अच्छी तरह साफ कर लें।
अब दो से तीन कब पानी में चावल को डाल कर 1 घंटे के लिए छोड़ दें।
फिर चावल के पानी को किसी साफ बाउल में निकाल लें।
चावल का पानी तैयार करने के अन्य तरीके की बात करें तो वह है बॉयलिंग मेथड।
1/2 कप चावल में 3 कप पानी डालें और इनमें उबाल आने दें।
10 से 15 मिनट तक चावल को अच्छी तरह से पकने दें फिर चावल और पानी को अलग-अलग कर लें।
स्टडीज की माने तो यह कहा जाता है कि फर्मेंटेड राइस वॉटर प्लेन राइट वॉटर राइस वॉटर से अधिक फायदेमंद होते हैं। एमडीपीआई द्वारा 2012 में प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार किसी भी फर्मेंटेड पदार्थ में एंटीऑक्सीडेंट की अधिक मात्रा पाई जाती है और एंटीऑक्सीडेंट बालों से जुड़ी तमाम समस्याओं का एक बेहतरीन उपचार हो सकता है। एंटीऑक्सीडेंट का इस्तेमाल तमाम ब्यूटी प्रोडक्ट्स को बनाने में किया जाता है।
फर्मेंटेड राइस बनाने के लिए आधा कप चावल को 2 से 3 कप पानी में भिगोकर लगभग 2 दिनों के लिए रूम टेंपरेचर पर छोड़ दें। ऐसा करने से यह फर्मेंट हो जाएंगे। फिर पानी को छानें और अब आप इसे इस्तेमाल कर सकती हैं।
अपने बालों में पहले शैम्पू करें, फिर बाल को साफ कर लें। अब अपने बाल को चावल के पानी में डुबोएं। फिर चावल के पानी से स्कैल्प को मसाज करें। इसे 20 से 25 मिनट तक लगाए रखें। अब इसे हल्के गुनगुने पानी से बाल को साफ कर लें।
बालों के विकास को बढ़ावा देने, बालों को मजबूत बनाने और टूटने से बचाने के लिए इसे सप्ताह में एक या दो बार बालों पर इस्तेमाल किया जा सकता है।
इसे लीव-इन कंडीशनर के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। जब अन्य प्राकृतिक अवयवों के साथ मिलाया जाता है तो यह स्वस्थ बालों के विकास को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है।
*वेटलाॅस जर्नी पर चावल का कैसा और कितना प्रभाव?*
क्या चावल खाने से वजन बढ़ता है? ऐसा कई बार आपने सुना होगा कि चावल आपका वजन बढ़ाता है और थायराइड के समय चावल खाने से बचना चाहिए। दाल चावल भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण आहार है। चावल भारत में कई तरह से बनाया जाता है, अलग-अगल तरह की चीजें चावल से बनाई जाती है और खाई जाती है। पर जैसे ही बात वेट लाॅस की आती है, लोग सलाह देते हैं कि चावल खाना छोड़ दो!
क्या वाकई चावल आपकी वेट लाॅस (rice to lose weight) यात्रा को बाधित करते हैं? ये मिथ है या सच?
अकेले चावल आपको मोटा नहीं बनाता या वजन घटाने में मदद नहीं करता है। वजन पर प्रभाव भाग के आकार, समग्र कैलोरी सेवन और चुने गए चावल के प्रकार पर निर्भर करता है। चावल से आपका वजन न बढ़े, इसके लिए आपको कुछ चीजों का ध्यान रखना चाहिए।
कई किस्में चावल की हैं, लेकिन कुछ सामान्य प्रकारों में सफेद चावल, ब्राउन चावल, जैस्मीन चावल, बासमती चावल, आर्बोरियो चावल और सुशी चावल शामिल हैं। ये सभी प्रकार दिखने, स्वाद में और पोषण में अलग होते हैं।
चावल खाने से वजन बढ़ता है या नहीं यह विभिन्न कारकों पर निर्भर करता है, जिसमें मात्रा, चावल का प्रकार, बनाने की विधि और समग्र आहार संबंधी आदतें शामिल हैं। चावल अपने आप में अपेक्षाकृत कम वसा और कम प्रोटीन वाला भोजन है, लेकिन यह कार्बोहाइड्रेट का एक महत्वपूर्ण स्रोत है।
चावल सहित किसी भी स्रोत से अतिरिक्त कैलोरी का सेवन वजन बढ़ाने में योगदान कर सकता है।
आपकी कैलोरी लक्ष्यों आपके लक्ष्य से ज्यादा न हो, अपने चावल के आकारों को मापें। पोर्शन कंट्रोल के प्रति सचेत रहें और ओवरसाइज़्ड सर्विंग्स से बचें। वजन के प्रबंधन के लिए भाग के आकार को नियंत्रित करना महत्वपूर्ण है।
अत्यधिक मात्रा में चावल, या कोई अन्य भोजन खाने से कैलोरी की अधिक खपत हो सकती है, जिसके परिणामस्वरूप संभावित रूप से वजन बढ़ सकता है।
चावल को एक संतुलित भोजन के हिस्से के रूप में शामिल करें जिसमें लीन प्रोटीन, सब्जियां और स्वस्थ वसा शामिल हों। यह एक संतोषजनक और पोषक तत्वों से भरपूर संयोजन बनाने में मदद करता है। वजन तब बढ़ता है जब आप अपने शरीर की ऊर्जा के लिए जरूरत से ज्यादा कैलोरी का सेवन करते हैं।
यदि चावल सहित सभी स्रोतों से आपकी कुल कैलोरी की मात्रा आपके ऊर्जा व्यय से अधिक हो जाती है, तो आपका वजन बढ़ सकता है।
*पकाने के तरीकों पर ध्यान दें :*
चावल के साख मिलाए जाने वाली सामग्री और खाना पकाने के तरीकों पर ध्यान दें। अत्यधिक वसा, तेल, या उच्च-कैलोरी सॉस मिलाने से बचें जो डिश की कैलोरी सामग्री को बढ़ा सकते हैं। भाप से पकाने या उबालने जैसे स्वस्थ खाना पकाने के तरीकों का चयन करना और पोषक तत्वों से भरपूर सामग्री को शामिल करना चावल आधारित भोजन को अधिक संतुलित बना सकता है।
विभिन्न प्रकार के चावल में अलग-अलग पोषक तत्व होते हैं। ब्राउन राइस और अन्य साबुत अनाज की किस्में आमतौर पर रिफाइंड सफेद चावल की तुलना में अधिक पौष्टिक होती हैं क्योंकि इनमें फाइबर, विटामिन और खनिज अधिक होते हैं।
ब्राउन राइस में फाइबर सामग्री आपको लंबे समय तक भरा हुआ रख सकती है, संभावित रूप से वजन प्रबंधन में सहायता करती है।
वजन प्रबंधन आपकी समग्र आहार संबंधी आदतों और जीवन शैली विकल्पों से प्रभावित होता है। वजन नियंत्रण के लिए विभिन्न प्रकार के पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन, संतुलित आहार बनाए रखना और नियमित शारीरिक गतिविधि को जीवन में शामिल करना महत्वपूर्ण है।