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एचईसी ने 61 वर्षों में कई बार साबित की उपयोगिता

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इसरो के लिए रॉकेट लांचिंग पैड से लेकर तोप के पार्ट-पुरजे तक तैयार करने वाला एचईसी आज पूरी तरह से बदहाल हो गया है. उसके पास न वर्किंग कैपिटल है और न वर्क आर्डर. कभी 22 हजार कर्मचारियों से शुरू हुए कारखाने की हालत आज हो गयी है कि यहां स्थायी और ठेका कर्मचारी मिला कर गिने-चुने 26-2700 कर्मचारी ही बचे हैं. 1100 स्थायी और 1600 अस्थायी कर्मचारी हैं, जिन्हें न तो 22 महीने से वेतन मिल रहा है और न ही अन्य सुविधाएं, लेकिन, 80 के दशक तक एशिया के सबसे बड़े कारखाना एचईसी का स्वर्णिम दौर था. उस वक्त एचईसी मुनाफा कमाने वाली इंडस्ट्री थी. पढ़िए एचईसी के 61 वर्षों की उपयोगिता पर खास रिपोर्ट.

इसरो के लांचिंग पैड से लेकर तोप के कल-पुरजे तक बना चुका है एशिया का सबसे बड़ा कारखाना

काल के 61 वर्षों में कई बार अपनी उपयोगिता साबित की है. एचईसी ने बोकारो, दुर्गापुर, भिलाई, राउरकेला, विशाखापट्टनम जैसे बड़े स्टील प्लांटों की स्थापना की. इसके अलावा इसरो के तीन लाउंचिंग पैड, बांग्लादेश युद्ध के समय में गन बैरल, टी-72 टैंक के लिए उपकरण, माइनिंग क्षेत्र के विभिन्न क्षमता के शावेल, ईओटी क्रेन के अलावा अन्य उपकरण, पानी जहाज के उपकरण, सेना के लिए माउंटेन गन, ड्रैगलाइन का निर्माण किया है. एचईसी द्वारा पूर्व में बनाए गये उपकरणों की मांग देश के अलावा विदेशों में भी रही है. तुर्की के लिए कोक ओवेन इक्विपमेंट, कंटीन्यूअस कास्टिंग ओवेन इक्विपमेंट, सिंटरिंग प्लांट इक्विपमेंट, क्रशिंग एंड साइडिंग इक्विपमेंट, माइनिंग इक्विपमेंट, फोज्डं रोल एंड हॉलेज विंचेस, मिनी स्टील कास्टिंग, कोल चाजिंग कार, डोर एक्सट्रेक्टिंग मशीन, ब्लास्ट फर्नेस इक्विपमेंट, इलेक्ट्रोलायजर पोर्टस का निर्माण किया. एचईसी ने यूगोस्लाविया के लिए एल्यूमीनियम इलेक्ट्रोलिसर विथ एनोड मैकेनिज्म, चार रोल क्रार का निर्माण किया, बुलगारिया, हंगरी व क्यूबा के लिए गेटालर्जिकल क्रेन, चार रोड क्रसर, ब्रिज री-लोडर केन का निर्माण किया, श्रीलंका के लिए स्टील मेल्टिंग शॉप इक्विपमेर कोक ओवेन इक्विपमेंट का निर्माण किया. वहीं बांग्लादेश के सीमेंट प्लांट के लिए विभिन्न तरह के उपकरणों का निर्माण किया.

एचईसी के प्लांट

हेवी मशीन बिल्डिंग प्लांट (एचएमबीपी)

संयंत्र का बाड़ा क्षेत्र 5,70,000 वर्ग मीटर और फर्श क्षेत्र लगभग 2,00,000 वर्ग मीटर है. यह उच्च गुणवत्ता की भारी मशीनरी और उपकरणों के निर्माण के लिए परिष्कृत मशीन टूल्स और हैंडलिंग उपकरणों से सुसज्जित है. यह स्टील प्लांट, खनन, खनिज प्रसंस्करण, क्रशर, सामग्री हैंडलिंग, क्रेन, बिजली, सीमेंट, एल्यूमीनियम, अंतरिक्ष अनुसंधान, परमाणु ऊर्जा आदि के लिए उपकरणों और घटकों के डिजाइन और निर्माण किया जाता है.

फाउंड्री फोर्ज प्लांट (एफएफपी)

यह भारत में सबसे बड़ा फाउंड्री और फोर्जिंग कॉम्प्लेक्स है और दुनिया में अपनी तरह का सबसे बड़ा कॉम्प्लेक्स है. संयंत्र का क्षेत्रफल 13,16,930 वर्ग मीटर है जिसमें विभिन्न कार्यों को प्रभावी ढंग से पूरा करने के लिए 76,000 टन स्थापित मशीनरी है. यह प्लांट स्टील प्लांट, रक्षा, बिजली, परमाणु ऊर्जा आदि से संबंधित एचईसी के विभिन्न उपकरणों के लिए भारी कास्टिंग और फोर्जिंग का निर्माता है। यह स्टील प्लांट के लिए फोर्ज्ड रोल, रेलवे लोको के लिए क्रैंक शाफ्ट आदि का भी निर्माण करता है.

भारी मशीन टूल्स प्लांट (एचएमटीपी)

एचएमटीपी देश में अपनी तरह का सबसे आधुनिक और परिष्कृत है जो भारी रेंज में मशीन टूल्स का उत्पादन करता है. यह संयंत्र 2,13,500 वर्ग मीटर से अधिक क्षेत्र को कवर करता है. यह रेलवे, रक्षा, आयुध कारखानों, एचएएल, अंतरिक्ष और अन्य रणनीतिक क्षेत्रों के लिए मध्यम और भारी शुल्क सीएनसी और पारंपरिक मशीन टूल्स का डिजाइन और निर्माण करता है.

परियोजना विभाग

थोक सामग्री से संबंधित हैंडलिंग, इस्पात संयंत्र परियोजनाओं, सीमेंट संयंत्र और अन्य क्षेत्रों से सम्बन्धित डिजाइन, इंजीनियरिंग और टर्न-की परियोजनाओं के निष्पादन के लिए.

एचईसी की उपलब्धियां

रक्षा क्षेत्र

अंतरिक्ष अनुप्रयोग

परमाणु क्षेत्र

थर्मल स्थिरता परीक्षण उपकरण

परीक्षण सुविधाएं

मशीनिंग सुविधाएं

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