Site icon अग्नि आलोक

भगत सिंह जैसे वीरों पर,हमको हरदम नाज चाहिए

Share

हमको अपना राज चाहिए ,
कल क्यों हमको आज चाहिए ।
टूटा फूटा देख रहा हूं,
बेहतर आज समाज चाहिए ।

                       मातृभूमि के लिए लड़े जो,
             ऐसा ही जांबाज चाहिए ।
      नैतिकता ईमान भरा हो,

वही हमें सरताज चाहिए ।

                                   टूट गए हैं तार हमारे,
                    सात सुरों का साज चाहिए ।
           मानवता के लिए लड़े जो,

वह नेता बेताज चाहिए।

                      पुष्पक विमान की बातें छोड़ो,
            देसी हमें जहाज चाहिए ।
     लफ्फाजों से दूर रहें हम,

मित्र हमें हमराज चाहिए ।

                          राजनीत बस राजनीति हो,
              हमको नहीं बजाज  चाहिए ।
       क्रय विक्रय करने वालों को,

थोड़ी बहुत लिहाज चाहिए।

                           कहे स्वदेशी करे  विदेशी ,
                उनको थोड़ा लाज चाहिए ।
        देशबंधु के लिए आज  तो,

कुछ बढ़िया अल्फाज चाहिए ।

                            भगत सिंह जैसे वीरों पर,
                   हमको हरदम नाज चाहिए  ।
       भूखे प्यासे मजलूमों को,

सुख सुविधा अब आज चाहिए ।

                           हमको अपना राज चाहिए,
               कल क्यों हमको आज चाहिए।
      टूटा फूटा देख रहा हूं, 

बेहतर हमको समाज चाहिए।

       लेखक कवि मुनेश त्यागी,सीनियर एडवोकेट,मेरठ,उप्र,संपर्क -

9837151641

     

Exit mobile version