पुष्पा गुप्ता
सेक्सरत लोगों की व्यक्तिगत वीडियो बनाकर अश्लील साइटों पर अपलोड करने या ब्लैकमेलिंग के लिए ही होटलों में हीडेन कैमरा लगाया जाता है।
अब यदि प्रेमी युगल बालिग हों, अविवाहित हो या दोनों ही शादीशुदा हो, या फिर कोई एक ही शादीशुदा हो और समाज से छुपकर मधुर मिलन की चाह में कुछ पल साथ में बिताने किसी होटल में अपना पहचान जमा करके कमरा लेते हैं. उनके पहचान पत्र की फोटो कॉपी और सभी विजिटर्स का रिकार्ड रहता ही है।
अपराधी और शरारती लोगों ने भी होटलों में अपनी पहचान बना रखी है. कुछ ने तो होटल ही खोल रखे हैं। ये बड़े ही सुनियोजित तरीके से अपराध को अंजाम दे देते हैं।
कुछ मामलों में तो स्थानीय पुलिस कर्मियों को पत्रकारों की भी संलिप्तता पाई गई है।
प्रेमी युगल के कमरे में अचानक आ धमकते है और फिर ऐसा दबाव बनाया जाता है कि पुरुष स्वत: धन देने को राजी हो जाता है. स्त्री पर दबाव बनाया जाता है, उनके साथ भी शारिरिक संबंध बनाए।
कुछ मामलों में तो प्रेमी ही षड्यंत्र रचते पाए गए हैं. दूसरे भी अचानक आ धमकते हैं, जो लड़के के ही दोस्त होते हैं, जिनसे लड़की परिचित नही होती है. फिर ऐसे ही उस बेचारी के साथ सामूहिक बलात्कार हो जाता है.
अब यदि लड़की की तबीयत बिगड़ती है तो मामला खबरों के माध्यम से प्रकाश में आता है. अधिकतर बेचारी तो बदनामी की डर से चुप हो जाती हैं। जीवन भर इस हादसे का दर्द उन्हें जीवनभर कचोटता रहता है और वो अंदर ही अंदर घुटती रहती हैं।
शिकार पीड़िता यह भूल जाती है कि ऐसे लोगों का नाम ना उजागर करके वो और भी महिलाओं का शिकार करने का न्यौता उन शरारती तत्वों को दे देती है।
कुछ मामलों में तो प्रेमिका को कुछ हफ्तों या महीनों बाद शरीरिक संबंध बनाने के लिए या धन उगाही के लिए दबाव बनाया जाता है।
चूंकि वो परिवार और समाज से छुपकर गई थी और खुलकर स्वीकार नहीं कर सकती हैं इसलिए दबाव में आ जाती हैं और जब अति हो जाती है तो जाकर थाना में रिपोर्ट दर्ज कराती हैं। तब तक की बार, कई लोग बलात्कार कर चुके होते हैं.
यदि आप कभी ऐसी परिस्थिति से गुजरे तो तुरंत कानूनी कार्रवाई करें और महिलाओं को भी सुरक्षित करें.
बहनों से भी निवेदन है की चुप रहकर अपराध को बढ़ावा नहीं दें. एक जिम्मेदार और जागरूक नागरिक का फर्ज निभाइए। यदि फिर भी संकोच या भयवश आप चुप रहती हैं तो हमें अवश्य बताएं। हम आपकी पहचान ओपन किए बिना ऐसे दुष्टों को जेल भिजवाएंगे.