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समर सीजन में कैसे इंजॉय करें सुपर इंटरकोर्स सेशन

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 डॉ. प्रिया

     हेल्दी रिलेशनशिप में इंटरकोर्स यानी सेक्सुअल इंटिमेसी बहुत मायने रखती है। सेक्स सेशन पूरा करना शारीरिक, मानसिक एवं जुड़ाव स्वास्थ्य के लिए जरूरी है। गर्मी के मौसम में इंटिमेट एरिया की हाइजिन पर विशेष ध्यान देना होता है. यह एरिया लंबे समय तक कवर रहता है, जिसकी वजह से इससे प्रभावित होने का खतरा अधिक होता है। 

*सेक्स के पूर्व व पश्चात इंटिमेट एरिया की सफाई :*

 गर्मियों में वेजाइनल इंफेक्शन जैसे कि यूटीआई और रैशेस का खतरा बढ़ जाता है। पुरुषों में भी ऐसी समस्याएं हो सकती हैं। गर्मी में पसीना लंबे समय तक स्किन पर बना रहता है। जिसके कारण जर्म्स और बैक्टीरिया पनपना शुरू हो जाते हैं।

      ऐसे में जब इंटरकोर्स के दौरान इंटिमेट पार्ट्स एक दूसरे के संपर्क में आते हैं तो बैक्टीरिया ट्रांसफर होता है, जिसकी वजह से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। सेक्स करने से पहले अपने सेक्सुअल पार्ट को अच्छी तरह से साफ करें ठीक उसी प्रकार सेक्स के बाद भी इसे क्लीन करना जरूरी है।

*बेडरूम के टेंपरेचर का मेंटिनेन्स :*

      अधिक गर्मी लिबिडो की कमी का कारण बनती है। गर्मी में लोग जल्दी थक जाते हैं साथ ही इस चिपचिपे मौसम में अक्सर लोग एक दूसरे के करीब नहीं आते हैं और रोमांटिक माहौल नहीं बन पाता। इसलिए अपने बेड रूम के टेंपरेचर को सामान्य रखना जरूरी है।

    यदि किचन से काम करके या कहीं बाहर से पसीने से भीगी हुई घर आती हैं, तो पहले एसी, कूलर या फिर जिस भी उपकरण का इस्तेमाल करती हैं उससे अपने रूम का टेंपरेचर सेट करें और खुद के बॉडी टेंपरेचर को भी नॉर्मल होने दें।

   उसके बाद यदि आप चाहें तो इंटिमेट हो सकती हैं। ऐसा न करने पर हो सकता है गर्मी के कारण आप सेक्स में अधिक रूचि न ले पाएं।

*पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं :*

     गर्मी में अधिक पसीना आने से डिहाइड्रेटेड हो सकता है। उचित मात्रा में पानी पीकर खुद को हाइड्रेटर रखना बहुत जरूरी है। 

     सेक्स भी उन शारीरिक गतिविधियों में से एक है जिन्हें करते वक्त शरीर से अधिक पसीना निकलता है। ऐसे में यदि शरीर हाइड्रेटेड रहती है तो सेक्स के दौरान आपके शरीर का तापमान नियंत्रित रहता है और आप बॉडी हीट को मैनेज कर पाती हैं।

      शरीर के हाइड्रेटेड न होने पर ऊर्जा की कमी होना और अधिक पसीना आने जैसी समस्याएं देखने को मिलती हैं। साथ ही बॉडी हिट बढ़ता है, जिसकी वजह से आप अपने सेक्सुअल डिजायर में कमी महसूस कर सकती हैं। इसलिए हमेशा सेक्स करने के कुछ देर पहले उचित मात्रा में पानी पिएं और सेक्स के बाद भी एक गिलास पानी पीना जरूरी है।

*कैजुअल सेक्स के दौरान रखें विशेष ध्यान :*

     आप सिंगल हो या रिलेशनशिप में हों अनप्रोटेक्टेड सेक्स आपके लिए खतरनाक होता है। खासकर गर्मी में अनप्रोटेक्टेड सेक्स करना इंफेक्शन को बढ़ावा देना है। इसलिए हमेशा कंडोम का इस्तेमाल करें।

      यह इन्फेक्शन फैलाने वाले बैक्टीरिया को एक दूसरे के इंटिमेट पार्ट्स में प्रवेश करने से रोकता है।

     आजकल कैजुअल सेक्स का ट्रेंड है, जहां काफी लोग इसे खुल कर एंजॉय कर रहे हैं। परंतु पार्टी, मौज-मस्ती की बीच प्रोटेक्शन को अवॉइड करना आपको एसटीआई यानी कि सेक्सुअल ट्रांसमिटेड इनफेक्शन का शिकार बना सकता है। साथ ही अनवांटेड प्रेगनेंसी का खतरा भी बढ़ जाता है।

      यदि आप कैजुअल सेक्स में विश्वास रखती हैं, तो अपने साथ प्रोटेक्शन जरूर कैरी करें। इसके साथ ही अपने सेक्स पार्टनर को सेक्स से पहले हाइजीन मेंटेन करने के लिए कहे और खुद भी अपने इंटिमेट पार्ट्स को क्लीन करना न भूलें। अन्यथा आप संक्रमण की शिकार हो सकती हैं।

*ओरल सेक्स के दौरान हाइजीन को दें प्राथमिकता :*

      यदि आप और आपके पार्टनर ओरल सेक्स को इंजॉय करना पसंद करते हैं, तो सबसे जरूरी है हाइजीन को प्राथमिकता देना। गर्मी, बरसात, ठंड हर मौसम में ओरल सेक्स से पहले उचित हाइजीन मेंटेन करना न भूलें। यदि आपके पार्टनर ऐसा नहीं करते हैं, तो उन्हें ओरल सेक्स देने से साफ मना कर दें। क्योंकि यह आपकी सेहत के लिए बिल्कुल भी उचित नहीं है।

       गर्मी में हमारा इंटिमेट एरिया बैक्टीरिया का घर बन जाता है।इसलिए गर्मी में दो बार पैंटी बदलने से लेकर वेजाइना को बार-बार ड्राई करने की सलाह दी जाती है। यदि आपके या पार्टनर के मुंह में किसी प्रकार का भी इन्फेक्शन या अल्सर है तो भूलकर भी ओरल सेक्स न दें, क्योंकि यह इंटिमेट एरिया को भी संक्रमित कर सकता है। ठीक इसी प्रकार यदि आपके वेजाइना में या पेनिस में खुजली या जलन का अनुभव हो रहा है, तो इस स्थिति में भी ओरल सेक्स खतरनाक हो सकता है।

      ओरल सेक्स करने से पहले अपने वल्वा को हल्के गुनगुने पानी से अच्छी तरह से साफ कर लें। साथ ही पुरुषों को अपने पेनिस के कवरिंग को हटाकर अंदर के स्किन को भी गुनगुने पानी से साफ करना चाहिए, क्योंकि केवल बाहर से साफ करने से बैक्टीरिया और जर्म्स अंदर की स्किन पर बने रहते हैं।

*सेक्सुअल एक्साइटिंग के लिए एरिक ट्रिक्स :*

     गर्मी में बढ़ता तापमान लो लिबिडो का कारण हो सकता है। आइस सिंक की कूलिंग रूपरेखा आपकी इंटिमेसी को अधिक सेंसेशनल बना सकेगी।

      फोरप्ले के दौरान अपने अभिनय के नर्व एंडिंग यानी की वासनोत्तेजक क्षेत्र पर आइस ज्यूरिटिक टच देने से उन्हें ठंड और आराम पहुंचेगा। दोनो एक दूसरे को आनंद दे सकते हैं। ऐसे ट्रिक्स आपके समर सेक्स को एक्साइटिंग कर देंगे। आप बेफिक्र होकर इन्हें अपनी अंतरंगता का हिस्सा बना सकते है.

    *1. आईस किस :*

   इसके लिए आपको हल्के पिघले हुए आइस क्यूब को अपने होठों में दबाना है और उसके बाद अपने पार्टनर को किस करना है। मुंह की गर्माहट और बर्फ की ठंडक पुरे स्पाइन को शिवर करती है और यह उत्तेजना को भी बढ़ा देती है।

*2. रबिंग गेम :*

फोरप्ले शुरू करने से पहले अपने फ्रीजर से कुछ आइस क्यूब्स निकाल कर उन्हें अपने बेड के बगल में रख लें। फिर अपने पार्टनर को कहें की वे बर्फ के एक टुकड़े को लेकर धीरे-धीरे आपकी त्वचा पर रगड़ें।

     होठों को बर्फ के टुकड़ों से छुएं साथ ही पेट के निचला हिस्से, निप्पल, आर्मपिट, क्लिटोरी, जांघों के बिच और अन्य वासनोत्तेजक क्षेत्रों (इरोजेनस स्पॉट) पर बर्फ के टुकड़ों का स्पर्श दें। क्लिटोरी पर पिघलते बर्फ का पानी डालने से उत्तेजित होना आसान हो जाता है इसके अलावा यह काफी रिलैक्सिंग हो सकता है।

    ठीक इसी प्रकार महिला भी अपने पार्टनर के इरोजेनस स्पॉट पर जाएं। इससे पुरुषों को भी उत्तेजित होने में मदद मिलती है।

    *3. आईस ओरल सेक्स :*

      आप आईसी ओरल सेक्स भी ट्राई कर सकती हैं। पार्टनर को मुंह में एक आइस क्यूब रखने को कहें और अपने सामान्य ओरल सेक्स को अधिक एक्साइटिंग बनाएं। ऐसा करने से एक ही समय में आइस क्यूब की ठंडक और सांसों की गर्मी महसूस होगी। यह कामोत्तेजना को बढ़ावा देता है।

      ओरल सेक्स के दौरान आनंद को बढ़ाने के लिए अपने पार्टनर को नाक का इस्तेमाल करने के लिए कह सकती हैं। यह योनि को ठंडक प्रदान करता है और आपको रिलैक्स रहने में मदद करता है।

     ठीक इसी प्रकार महिला पार्टनर भी अपने मुंह में आइस क्यूब रखकर ब्लो जॉब दे सकती हैं जिससे की पुरुषों को भी आराम मिलता है।

*सेक्स के दौरान पसीना : कितना अच्छा, कितना बुरा*

    सेक्स के किसी भी हाई इंटेसिटी एक्सरसाइज से कम नहीं है। एक स्टीमिंग सेक्स सेशन में आपके बहुत सारे कैलोरी बर्न होते हैं। इस दौरान कुछ लोग पसीने में तर बतर हो जाते हैं। 

   यदि हम कठिन एक्सरसाइज यानी मसल्स रेसिस्टेंस वाली एक्सरसाइज करते हैं, तो शरीर से बहुत सारा पसीना निकलता है। इसके माध्यम से कैलोरी बर्न होती है और वेट कंट्रोल होता है। ठीक इसी तरह सेक्स में पूरा शरीर शामिल होता है। यदि ऑर्गेज़्म के लिए बहुत अधिक प्रयास किया जाता है, तो दोनों पार्टनर के शरीर से पसीना निकलने लगता है।

      जर्नल ऑफ़ एपलाइड फिजियोलोजी के अनुसार, किसी भी शारीरिक गतिविधि और एक्सरसाइज की तरह है सेक्स। यह हृदय गति में वृद्धि (Heart Beat) का कारण बनता है। इससे शरीर का तापमान बढ़ जाता है। इसलिए सेक्स करते समय पसीना आता है। यदि आपकी जिम जाने की इच्छा नहीं हो, तो सेक्सरसाइज किया जा सकता है। ध्यान रहे कि 40 वर्ष के बाद सप्ताह में 2-3 बार ज्यादा वाइल्ड सेक्स करने पर हार्ट हेल्थ प्रभावित हो सकता है।

        शोध निष्कर्ष बताते हैं कि सेक्सरसाइज के दौरान महिला-पुरुष दोनों में एसीएच (Adrenocorticotropic hormone) प्रेरित स्टीरोइड को बढ़ाता है। इसके कारण स्टीमिंग सेक्स को मजबूती देता है। लेकिन महिलाओं की तुलना में पुरुषों में स्टीमिंग की डिग्री और सेक्स पर उसका प्रभाव अधिक देखा जाता है।

*पसीना सेक्स के आनंददायक होने का संकेत :*

    कुछ सेक्स पार्टनर को लगता है कि सेक्स के दौरान पसीने से तरबतर होना पार्टनर के लिए टर्न ऑफ के समान है। यहां मन में यह विचार लाना गलत है। सेक्स के दौरान स्टीमिंग वास्तव में बढ़िया संकेत है।

      पसीने के दौरान निकलने वाला फेरोमोन हार्मोन की प्राकृतिक गंध पार्टनर को उत्तेजित करने में मदद करती है। फेरोमोन हार्मोन नेचुरल कामोत्तेजक है। पसीना कोर्टिसोल लेवल को बढ़ाने के लिए भी जाना जाता है, जो हेल्थ के लिए बढ़िया होता है। वास्तव में स्टीमिंग सेक्स के आनंददायक होने का संकेत करने वाला औजार है।

      टेस्टोस्टेरोन के कारण पुरुषों को ज्यादा आता है पसीना (Testosterone) 

ओसाका इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी और कोबे यूनिवर्सिटी के शोध के अनुसार, खेलने या सेक्सरसाइज के दौरान लड़कियों और लड़कों में लगभग समान मात्रा में पसीना आता है। लेकिन एक बार जब हॉर्मोन सक्रिय हो जाते हैं, तो महिलाओं की तुलना में पुरुषों को अधिक मात्रा में पसीना आना शुरू हो जाता है। वैज्ञानिक इसकी वजह टेस्टोस्टेरोन को मानते हैं, जो पुरुषों के पसीने की प्रतिक्रिया को बढ़ाता है।

     महिलाओं को पसीना आने से पहले गर्म होने की आवश्यकता होती है। यहां भी एस्ट्रोजेन भूमिका निभाता है, क्योंकि यह महिलाओं के शरीर के तापमान को कम करता है। दूसरी ओर लड़कों को अधिक पसीना आता है, क्योंकि ज्यादातर पुरुषों का शरीर महिलाओं की तुलना में बड़ा होता है। शरीर जितना बड़ा होता है, उतनी ही वह अधिक गर्मी उत्पन्न करता है और स्टीमिंग अधिक होती है।

*पसीना सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इन्फेक्शन का भी कारण :*

    अफ्रीकन जर्नल ऑफ़ रिप्रोडक्टिव हेल्थ के अनुसार, अक्सर सेक्सरसाइज़ के बाद मेल सेक्स हार्मोन बढ़ जाते हैं। स्टीमिंग के कारण उत्तेजित और कामुक होना लाजिमी है। लेकिन बहुत अधिक पसीना संक्रमण को बुलावा देना भी हो सकता है। आमतौर पर पुरुषों के ग्रोइन में एथलीट फुट के लिए जिम्मेदार फंगस पनप जाते हैं। यह फंगस नम स्थानों में ही पनपता है.

     इसके कारण आपके पार्टनर के शरीर का निचला हिस्सा प्रभावित हो सकता है। सेक्स के दौरान यह फंगस आप तक पहुंचने के जोखिम का भी कारण बन सकता है। यदि आपके पार्टनर में यह फंगस पनप गया है, तो इसका इलाज होने तक सेक्स से दूर रहें। क्योंकि यह फंगस सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इन्फेक्शन (Sexually Transmitted Infection-STI) को न्योता दे सकता है। (चेतना विकास मिशन).

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