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*एसिड रिफ्लेक्सन : कैसे पाएं निजात*

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     ~डॉ. श्रेया पाण्डेय 

एसिड रिफ्लक्स की समस्या ने कभी न कभी आप सभी को परेशान किया होगा। शायद ही कोई ऐसा होगा जिसने इसका अनुभव न किया हो। परंतु यदि बार-बार आपको एसिड रिफ्लक्स की समस्या हो रही है, तो इस पर ध्यान देने की आवश्यकता है।

     इसकी वजह से व्यक्ति की नियमित दिनचर्या प्रभावित होती है, और व्यक्ति किसी भी कार्य पर फोकस नहीं कर पाता।

    एसिड रिफ्लक्स की स्थिति में पेट के एसिड अन्य प्रणाली में रिफ्लक्स हो जाते हैं, जिसमें से हार्टबर्न, बेचैनी, जी मचलने, जलन आदि जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं। परंतु क्या आपने कभी सोचा है, कि पेट के एसिड किस तरह से बाहर निकल आते हैं, क्या इसके पीछे कोई विशेष कारण जिम्मेदारी है? या किसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या का संकेत है? आज हम इन्हीं जरूरी सवालों पर चर्चा करेंगे।

 *क्या है एसिड रिफ्लक्स के सामान्य कारण?*

ज्यादातर लोगों में एसिड रिफ्लक्स की समस्या नियमित खान पान की आदतों की वजह से होती है। एक बार में अधिक खाना और खाने के तुरंत बाद लेट जाने से हार्टबर्न और एसिड रिफ्लक्स के लक्षण ट्रिगर हो सकते हैं।

     कुछ ऐसे नाम जिनसे एसिड रिफ्लक्स हो सकता है :

अल्कोहल

कार्बोनेटेड ड्रिंक्स

चॉकलेट

खट्टे फल जैसे कि संतरा और नींबू

कॉफी और चाय

फैटी और फ्राइड फूड्स

टमाटर युक्त खाद्य पदार्थ

प्याज और लहसुन

मिंट

स्पाइसी फूड्स

एसिड रिफ्लक्स के अन्य कारणों में शामिल हैं :

ओबेसिटी और ओवरवेट

डिनर के बाद फौरन बेड पर आना

एस्प्रिन और ब्लड प्रेशर की मेडिसिंस लेना

प्रेगनेंसी में

स्मोकिंग और सेकंड हैंड स्मोक

स्ट्रेस और एंग्जाइटी की स्थिति

एसिड रिफ्लक्स की स्थिति में यह करें :

   *1. धीरे-धीरे और कम खाएं :*

जब पेट बहुत ज्यादा भर जाता है, तो एसिड रिफ्लक्स आसानी से आपको प्रभावित कर सकता है। इसके अलावा खाद्य पदार्थों को चबाकर धीरे-धीरे खाएं। थोड़ी-थोड़ी समय पर हल्का भोजन करना एक बार में अधिक खाने से बेहतर है।

*2. स्मोकिंग से बचें :*

    स्मोकिंग एसिड रिफ्लक्स का एक बहुत बड़ा कारण है। निकोटीन आपकी फूड पाइप की मांसपेशियों को रिलैक्स कर देता है और पेट के एसिड रिफ्लक्स होकर फूड पाइप में आ सकते हैं।

*3. वेट लॉस मैनेजमेंट पर ध्यान दें :*

     बढ़ता वजन एसिड रिफ्लक्स का कारण बन सकता है। बॉडी में फैट बढ़ने से मस्कुलर स्ट्रक्चर फैल जाते हैं, जिसकी वजह से फूड पाइप नकारात्मक रूप से प्रभावित होती है। ऐसे में एसिड रिफ्लक्स और हार्टबर्न का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए यह बेहद महत्वपूर्ण है, कि आप अपने वेट मैनेजमेंट पर ध्यान दें।

*4. रिफ्लक्स फ़ूड ट्रिगर्स को अवॉयड करें :*

    कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जिनके सेवन से एसिड रिफ्लक्स ट्रिगर हो सकता है। वहीं यदि आपको बार-बार एसिड रिफ्लक्स की शिकायत रहती है, तो कुछ ट्रिगर फूड्स को अवॉइड करना ही बेहतर है। जैसे कि मिंट, फैटी फूड्स, स्पाइसी फूड्स, टमाटर, प्याज, लहसुन, कॉफी, चाय, चॉकलेट, शराब आदि से जितनी हो सके उतनी दूरी बनाए रखें।

*5. भोजन के बाद टहलें :*

खाना खाने के तुरंत बाद बेड पर न लेटे

खाद्य पदार्थों को खाने के बाद कुछ देर टहलना जरूरी है। यदि आप खाना खा कर फौरन लेट जाती हैं, तो पेट की एसिड फूड पाइप में रिफ्लक्स हो सकती है, जिसकी वजह से आपको एसिड रिफ्लक्स के लक्षण का सामना करना पड़ता है। इसलिए यह गलती न करें, खास कर लोग डिनर के बाद ऐसा करते हैं, इसे अवॉइड करने के लिए बेड पर जाने के लगभग एक से डेढ़ घंटे पहले डिनर कर लें।

*6. अदरक की चाय लें :*

एसिड रिफ्लेक्स की स्थिति में अदरक की चाय आपकी मदद कर सकती है। वहीं यदि आपको बार-बार एसिड रिफ्लक्स की शिकायत रहती है, तो अदरक का चाय पिएं। अदरक की मेडिसिनल प्रॉपर्टीज इसे पाचन क्रिया के लिए बेहद खास बना देती है। यह अल्कलाइन प्रवृत्ति के होते हैं, साथ ही इसकी एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टी एसिड रिफ्लक्स, हार्टबर्न, अपच, ब्लोटिंग आदि की समस्या में प्रभावी रूप से कार्य करने में मदद करती हैं।

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