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साइकोपैथ को पहचानें, जिससे कर सकें अपना बचाव 

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           डॉ. श्रेया पाण्डेय 

      पूरी दुनिया में होने वाले लगभग 70 % अपराधों के पीछे उन लोगों का हाथ होता है जो साइकोपैथी नाम के मानसिक विकार से ग्रस्त होते हैं, और दुनिया की लगभग 2 % पुरुष आबादी और 1% महिला आबादी साइकोपैथ है।  

*साइकोपैथ कौन होते हैं ?*

1. साइकोपैथ लोगों में पैदा होने के समय ही दिमाग़ के कुछ हिस्से कम काम करते हैं जिनकी वजह से उनको डर , चिंता , संवेदना , कुछ बुरा करने पर पछतावा या आत्मग्लानि महसूस नहीं होती और उनके कोई नैतिक मूल्य नहीं होते | 

2. आम इंसान Power , Sex , Money और Attention पाने के लिए उत्सुक होता है, जब हमें इन 4 में से कुछ मिलने की संभावना दिखती है तो हमारे दिमाग में Dopamine हॉर्मोन का स्त्राव होता है, साइकोपैथ लोगों में ऐसी संभावना दिखने पर Dopamine हॉर्मोन का स्त्राव आम इंसान से 4  गुना अधिक होता है | 

3. साइकोपैथ बहुत सारी भावनाओं को महसूस नहीं कर पाते , और ये बात उन्हें बहुत कम उम्र में पता चल जाती है कि बाकी लोग कुछ ऐसा महसूस करते हैं जो उनको नहीं होता , और उस अहसास के लिए जिज्ञासु हो जाते हैं, और बचपन से लोगों के चेहरे पढ़ कर और उनकी बातें सुन कर अंदाजा लगाने की कोशिश करते  हैं कि इन भावनाओं को महसूस करना कैसा होता है, और समय के साथ वो मनोविज्ञान के इतने बड़े विशेषज्ञ बन जाते हैं, कि वो दूसरों के चेहरे देख कर उनकी भावनाएं समझने और उनको दोस्त बनाने, उन पर प्रभाव ज़माने  और उनसे मनचाहा काम करवाने में महारत हासिल कर लेते हैं |

वास्तव में ये लोग दुनियादारी  के लिहाज से ज्यादातर लोगों को बुद्धिमान नज़र आते हैं , परन्तु ये कुछ ऐसे काम करते हैं जिसकी वजह से इनके आस पास वाले लोग मानसिक तनाव में जीते हैं | 

     ऐसे दरिंदे हैं जो लुभावनी और मनमोहक बातें बोल कर, चापलूसी, डर और हिंसा  के मिश्रण से लोगों से अपना मनचाहा काम करवाने में माहिर होते हैं , और ऐसा उनके दिमाग की तारें बाकी लोगों से अलग तरह से जुड़े होने की वजह से संभव होता है | 

     इनकी  चालाकी की वजह से किसी भी बड़ी संस्था में मैनेजर के पदों पर और राजनैतिक महत्व के पदों पर 7-8 % लोग Psychopath ही होते हैं | 

   अमरीका , कनाडा  और इंग्लैंड के अलावा बहुत सारे देशों में अगर किसी अपराधी के बारे में ये साबित हो जाए कि वो अपराधी Psychopath है तो उस अपराधी को  अपने अपराध की कड़ी से कड़ी सजा मिलती है और वो अपराधी अपनी सफाई में जो भी बात कहे उसको कोई ख़ास महत्त्व नहीं दिया जाता , क्योंकि  ये लोग झूठ बोलने में इतने माहिर होते हैं कि lie detector(झूठ पकड़ने वाली मशीन) भी इनका झूठ पकड़ने में असमर्थ होती है | दुर्भाग्य से (मेरी जानकारी के अनुसार) भारत में ऐसा कोई क़ानून नहीं है जो Psychopath को सबसे कठोर सज़ा देने की बात करता हो | 

*साइकोपथ की पहचान :*

    इनकी पहचान दो तरह से होती है :

1.  fMRI (Functional magnetic resonance imaging) से.

2.  उनके व्यवहार  को देख कर।

 उनके व्यवहार में निम्नलिखित 20 में से ज्यादातर बातें पाई  जाती हैं~

इन 20 लक्षणों में से आम इंसान में 2 या 3 लक्षण मिलते हैं. अमरीका की न्याय प्रणाली के अनुसार Psychopaths में इन 20 में से कम से कम 15 लक्षण मिलते हैं।

      इंग्लैंड में जिस इंसान में इन 20 में से 13 या 13 से अधिक लक्षण मिलते हैं , उसको Psychopath की श्रेणी में रखा जाता है |

     कुछ ऐसे अपराधी भी पाए गए हैं जो Psychopath नहीं हैं , परन्तु उनमें 20 में से 11 लक्षण पाए गए हैं | इसीलिए मेरी राय में कम से कम  12 लक्षण मिलने पर ही किसी इंसान को psychopath की श्रेणी में रखना चाहिए, और जितने ज्यादा लक्षण मिलें , वो उतना ही ज्यादा ख़तरनाक Psychopath है |

1. वाक्‌पटु, चतुराई से अपनी बात कहने वाला , ऊपर ऊपर से मनमोहक बातें करने वाला (glib and superficial charm).

2. अपने आप को अपने आस पास के सभी लोगों से समझदार और महत्वपूर्ण समझने वाला   (grandiose (exaggeratedly high) estimation of self).

3. बहुत जल्दी बोर होने वाला और हमेशा रोमांचक अनुभवों के लिए लालायित रहने वाला  (need for stimulation).

4. आदतन और बिना किसी बड़ी वजह के झूठ बोलने वाला | ये इंसान लगभग सभी से बात करते हुए कुछ न कुछ झूठ बोल ही देता है , और ख़ास बात ये है की झूठ बोलते हुए इसके चेहरे पर ऐसा कोई भाव नज़र नहीं आता जिससे सुनने वाले को शक हो| ये कई बार बहुत बड़े बड़े झूठ भी बोल देता है   (pathological lying).

5. ये इंसान चापलूसी और डर का ऐसा मिश्रण प्रयोग करता है कि बहुत बार ये दूसरों से असंभव लगने वाले स्वार्थ हित करवा लेता है (cunning and manipulativeness).

6. यह इंसान कितना भी बड़ा अपराध करने के बाद भी आत्मग्लानि और अपराधबोध बोध से मुक्त होता है | कई बार ये इंसान किसी कठिन परिस्थिति से  निकलने के लिए आत्मग्लानि और अपराधबोध का कुछ समय के लिए नाटक कर सकता है,परन्तु यह आत्मग्लानि और अपराधबोध बहुत अल्पकालिक होती है (lack of remorse or guilt).

7. यह इंसान बहुत सी भावनायें कभी महसूस ही नहीं कर पाता और ये ज्यादातर भावनाओं का सिर्फ क्षणिक नाटक कर पाता है | इसको कभी लम्बे समय तक ऐसे रोते  हुए नहीं पाया जाता की दोनों आँखों से बिना रुके आँसू आ रहे हों | हालांकि हर भावना को दिखाने के लिए इस इंसान के पास शब्दों का कोई अभाव नहीं होता |  यह इंसान कई बार ऐसी हंसने वाली जगह रोने लग जाएगा और रोने वाली जगह हँसने , और भी बहुत सारी भावनों को महसूस करने में असमर्थ होता है | कई बार ये इंसान बातों से दुखी होने का नाटक करता हुआ नज़र आएगा, परन्तु चेहरे पर एक हंसी या एक अजीब सी भावना दिखेगी | हालाँकि रोने की जगह हंसने की गलती ये इंसान उनके सामने ज्यादा करता है जो इंसान इसे कमज़ोर नज़र आते हैं | shallow affect (superficial emotional responsiveness).

8. यह इंसान बेरहम होता है , यह इंसान दूसरों के दुःख दर्द समझने में असमर्थ होता है | हालांकि इस इंसान के पास ऐसे शब्दों की कमी नहीं होती जिस से ये एक अच्छा इंसान नज़र आये, परन्तु इसकी मुंह से बोली हुई बातों को छोड़ कर अगर इसकी  भावनात्मक प्रतिक्रिया और इसके काम देखोगे तो ये इंसान बिल्कुल बेदर्द प्रतीत होता  है | (callousness and lack of empathy).

9. यह इंसान अक्सर एक परजीवी की तरह जीवन जीता है, मेहनत कोई और करता है और ये उनकी मेहनत की कमाई से गुलछर्रे उड़ाता है | (parasitic lifestyle).

10. इस इंसान का अपने व्यवहार पर नियंत्रण कम होता है , अपनी पसंद का काम न होने पर बहुत जल्दी चिड़चिड़ापन, बेचैनी  और नाराज़गी  दिखाता है | बहुत छोटी वजह से धमकियाँ , गालियां और आक्रामक भाषा का प्रयोग करने लगता है | बहुत सारे काम ये बिना ज्यादा सोचे समझे कर लेता है | (poor behavioural controls).

11. इस इंसान के बहुत सारे अलग अलग इंसानों से यौन सम्बन्ध होते हैं (sexual promiscuity).

12. यह इंसान बहुत कम  उम्र में ही उद्दंडता दिखाने लगता है, अपने परिवार के बड़ों का , अपने अध्यापकों का कहना न मानना जैसे लक्षण दिखाता है | (early behaviour problems).

13. यह इंसान किसी एक लक्ष्य की प्राप्ति के लिए लम्बे समय के लिए संघर्ष नहीं कर सकता | हालाँकि , सपने इसके सपनों से भी बड़े होते हैं , वैसे मैंने एक जगह पढ़ा कि इनको सपने भी न के बराबर आते हैं | lack of realistic long-term goals.

14. यह इन्सान बिना किसी योजना के और ज्यादा सोच विचार के बड़े बड़े फैसले ले लेता है, जैसे कि एकदम से बाज़ार गए और महँगी सी चीज़ खरीद लाये (impulsivity).

15. यह  इंसान लापरवाह होता है (irresponsibility).

16.  इस इंसान को अगर कोई जिम्मेदारी मिले और वो जिम्मेदारी न निभाने की वजह से अगर नुक्सान हो जाए तो ये कभी अपनी गलती नहीं मानता | कई बार तो ये यह भी कह देता है कि जिसने मुझे ये जिम्मेदारी दी उसी की गलती है, मुझे ये जिम्मेदारी देनी ही नहीं थी | परन्तु ये आदमी सामान्य परिस्थितियों में कभी अपनी गलती नहीं मानता (failure to accept responsibility for own actions).

17. इस इंसान की कई शादियां थोड़े थोड़े समय बाद टूट जाती हैं , क्यूंकि ऐसे इंसान के साथ रहना बहुत मुश्किल होता है (many short-term marital relationships).

18. यह इंसान बाल अवस्था से अपराध करने लग जाता है ( juvenile delinquency).

19.अगर इस इंसान को किसी शर्त पर जेल से छोड़ा जाए तो ये अक्सर उस शर्त का पालन नहीं करता और उसकी वजह से उसको वापिस जेल में लाना पड़ता है.  revocation of conditional release. If someone is never arrested and released on parole, then this item is not scored, and the overall score is deduced by prorating the score on other items.

20. यह इंसान बहुत अलग अलग तरह के अपराध करता है (criminal versatility).

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