नरेंद्र भारती
राह दीजिये गुमराह मत कीजिये। अच्छा नहीं कर सकते तो बुरा भी मत कीजिये। मानव क़ो खुद क़ो इतना बुलंद करना चाहिए कि इस तदवीर से पहले ईश्वर बंदे से पूछे की बता तेरी रजा क्या है। मेहनत का फल जरूर मिलता है ईमानदारी से मेहनत कीजिये खून पसीने की रोटी मे मिठास होती है। कर्म करने वाले कभी भूखे नहीं मरते। मेहनत कीजिये अपने सपनों क़ो साकार कीजिये। ईमान की रोटी कमाओ और दान पुण्य करते रहो गरीबों की सहायता कीजिये। जीवन मे कभी किसी को गुमराह मत कीजिये अच्छी राह दीजिये।
सफलता हासिल करना आसान है सफलता बनाये रखना कठिन है। सफलता क़े लिए मेहनत करनी पड़ती है। सफलता एक दिन में नहीं मिलती। आधुनिक मानव शॉर्टकट सफलता चाहता है लेकिन सफलता के लिए बहुत अंधेरों क़ो चीरना पड़ता हैl जीवन में बहुत संघर्ष करना पड़ता है कई बधाओं क़ो पार करना होता हैl गहरी खाईआँ व पथरीले रास्ते होते हैं उन पर चलने के लिए रास्ते बनाने पड़ते हैं खुद पगडण्डियां बनानी पड़ती है। पाँव छलनी हो जाते हैं पैरों में जख्म पड़ जाते हैं खून रिसता हैं जख्म नासूर बन जाते हैं तभी सफलता हासिल होती है।
जीवन में कुछ भी नामुमकिन नहीं है हर चीज मुमकिन है बस इरादे मजबूत होने चाहिए जीवन की सभी जरूरतें पूरी हो जाती हैं। जीवन क़ो जिंदादिली से जिओ सदैव खुश रहिये। जीवन की महता समझे। मानव जीवन दुर्लभ है। मानव जीवन एक ही बार मिलता है बार बार नहीं मिलता। आज मानव में सहनशीलता खत्म होती जा रही है। मानव आज छोटी छोटी समस्या के कारण असफल होने पर अपना जीवन खत्म कर रहा है। लक्ष्य ऊँचा होना चाहिए। हर कठिन से कठिन समस्या का समाधान हो जाता है। मानव क़ो समस्यायों से डरना नहीं चाहिए बल्कि डटकर मुकाबला करना चाहिए। आज का मानव मेहनत करना ही नहीं चाहता मुफ्त की खाना चाहता है। उच्च शिक्षित लोग काम नहीं करना चाहते बाप दादा की सम्पति पर ऐशो आराम की जिंदगी जीना चाहते हैं। महंगी कार चाहिए महंगा मोबाइल चाहिए। सम्पति बेच रहे हैं और आलीशान भवन बना रहे हैं जमीने बेच कर धनासेठ बने हुए हैं। जमीन बेचने का बहुत चलन हो गया है।
जमीन बेच कर कोई बड़ा नहीं बना है एक दिन कंगाल जरूर होता है। युवा नशा कर रहा है अपना जीवन तबाह कर रहा है। जीवन क़ो दाँव पर लगा रहा है। युवा नशे का गुलाम हो चूका है आज हालात बहुत ही बदतर होते जा रहे हैं। संस्कार नहीं हैं। संस्कार सबसे बड़ी पूंजी है। विरासत के पैसे पर ऐश हो रही है खुद एक रूपया तक नहीं कमाते जिस दिन खुद कमाओगे उस दिन एक रूपया खर्च करने से पहले हजार बार सोचेंगे। पैसों का दुरूपयोग कर रहे हैं। महंगे होटलों में खाना खाते हैं। महंगी शराब पीते हैं, महंगा नशा करते हैं। नशे के कारण आज युवा बेमौत मारे जा रहे हैं। जीवन क़ो गवाँ रहे हैं। जीवन क़ो मजाक समझते हैं और कम उम्र में जीवन खत्म कर रहे हैं। यह बहुत ही त्रासदी है। युवाओं के जीवन क़ो बचाना होगा। समाज क़ो मंथन करना होगा। तबाही क़ो रोकना होगा आने वाली पीढ़ियों क़ो बचाना होगा। जीवन मे बहुत खून पसीना बहाना पड़ता है। जीवन क़ो बचाओ मेहनत करो ईमान का पैसा कमाओ जीवन सुखमय हो जायेगा। हर इच्छा पूर्ण होगी बस परिश्रम करना पड़ेगा।