दिव्यांशी मिश्रा
*1. जल*
प्रचुर मात्रा में शुद्ध जल के सेवन से शरीर में जमा कई तरह के विषैले तत्व बाहर निकल जाते हैं और प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
पानी या तो सामान्य तापमान पर हो या फिर थोड़ा गुनगुना, ज्यादा गर्म पानी भी नही ले।
*2. रसदार फल*
संतरा, मौसमी आदि रसदार फलों में भरपूर मात्रा में खनिज लवण तथा विटामिन सी होता है।
प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में ये महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
*3. गिरीदार फल (सभी तरह के ड्राई फ्रूट)*
सर्दी के मौसम में गिरीदार फलों का सेवन फायदेमंद होता है।
इन्हें रात भर भिगोकर सुबह खाने से बहुत लाभ होता है।
*4. अंकुरित अनाज*
अंकुरित अनाज (जैसे मूंग, मोठ, चना आदि) तथा भीगी हुई दालों का भरपूर मात्रा में सेवन करें। अनाज को अंकुरित करने से उनमें उपस्थित पोषक तत्वों की क्षमता बढ़ जाती है।
ये पचाने में आसान, पौष्टिक और स्वादिष्ट होते हैं। खूब चबाकर ही खाएं, गर्म पानी में डालकर 2 मिनिट बाद छलनी से अलग करके ही काम मे लेवें। नमक नही मिलाए निम्बू या कालीमिर्च मिला सकते है।
*5. सलाद*
भोजन के साथ सलाद का उपयोग अधिक से अधिक करें। भोजन का पाचन पूर्ण रूप से हो, इसके लिए सलाद का सेवन जरूरी होता है। ककड़ी, टमाटर, मूली, गाजर, पत्तागोभी, प्याज, चुकंदर आदि को सलाद में शामिल करें। इनमें प्राकृतिक रूप से मौजूद नमक हमारे लिए पर्याप्त होता है।
ऊपर से नमक न डालें। सलाद भोजन से पहले खाए, बाद में भोजन करें।
*6. चोकर सहित अनाज*
गेहूं, ज्वार, बाजरा, मक्का जैसे अनाज का सेवन चोकर सहित करें।
इससे कब्ज नहीं होगी तथा प्रतिरोध क्षमता चुस्त-दुरुस्त रहेगी।
*7. तुलसी*
तुलसी का धार्मिक महत्व अपनी जगह है मगर इसके साथ ही यह एंटीबायोटिक, दर्द निवारक और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी फायदेमंद है।
रोज सुबह तुलसी के 3-5 पत्तों का सेवन करें। तुलसी को दांत से नही चबाए
*8. योग*
योग व प्राणायाम शरीर को स्वस्थ और रोगमुक्त रखने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।