Site icon अग्नि आलोक

पागल नहीं होते तो सुन ही नहीं पाते पंडित  धीरेन्द्र शास्त्री को

Share

 ब्रजेश जोशी

मन की बात …सच कहा पंडित  धीरेन्द्र शास्त्री आपने, इंदौर के पागलों,हिन्दुओं !हम वास्तव में पागल है  तभी तो आप जैसे ज्ञानी को सुन लिया ,पागल नहीं होते सुन ही नहीं पाते ! खुशी तो इस बात है कि पागलों के बीच आपने ये स्वीकारा कि देश में रोजगार नहीं , बिजनेस नहीं है, काम नहीं है ! इस कारण हिन्दू धर्म परिवर्तन कर रहा है ! 

वाह पंडित धीरेन्द्र शास्त्री जी आपने आज हमारे इंदौर के  लालबाग में हिन्दुओं के लिए जो जो भी बोला उसने ये साबित कर ही दिया कि हम इंदौर के लोग पागल है ,पागल नहीं होते तो लालबाग में हो रहे आयोजन रग रग में हिन्दू आयोजन में आपकी बात कैसे सुनते ।पागल थे तभी तो जब आपने कहा कि इंदौर के पागलों, हिन्दुओं ये इंदौरियों ने सहिष्णुता के साथ सुन लिया । सच कहे आपके उद्गार सुन मुझे तो खूब हंसी भी आई ,इस बात को लेकर की तमाम पागल इंदौरी खुद को इंदौरी पागलों,हिन्दुओं कहे जाने के बाद भी हंसते रहे । पंडित जी सच कहे आपको सुनकर लगा कि आप ज्ञानी तो है लेकिन आपका भी ऊपर का माला आपको भी कहीं पागल ही साबित करता है ।यदि ऐसा नहीं होता तो आप ये नहीं कहते इंदौर इस्लामिक हो जाएगा और ये देश गजवा हिंद । मेरे हिसाब से आपका  यह कहना भी आज का युवा ai आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में लगा हैं ,तूफान मचा रहा है अब उसे hi मतलब इंटेलेक्चुअल  हिंदुत्व की ओर कदम बढ़ाना चाहिए तभी हिंदू सुरक्षित रहेगा तो महाराज यहां मेरा मानना है आज का युवा लव जिहाद भी समझता है और लैंड जिहाद भी, उसकी चिंता आप छोड़ दें।मुझे आज पागलों के बीच कहीं गई आपकी सिर्फ एक बात सबसे ज्यादा पसंद आई वो यह कि आपने स्वीकारा कि देश में रोजगार नहीं है , बिजनेस नहीं है ,काम नहीं है ।ये बात तो ना हमारे प्रधान मंत्री स्वीकारते हैं ना गृह मंत्री ना सूबे के मुखिया! इसी कारण हिन्दू धर्म परिवर्तन कर रहा है ,यदि रोजगार होगा ,काम होगा ,धंधा होगा तो निःसंदेह धर्म परिवर्तन भी कम होगा ।महाराज आपकी इस बात  मैं सहमत हूं , धर्मांतरण गरीबी,अभावों के चलते ही ज्यादा होता है ।

आदरणीय पंडित धीरेन्द्र शास्त्री जी सच कहें आप कथा ही करें ये धर्म जागरण ,रग रग में हिन्दुओं पर मत बोले ,ये भी ना बोले कि आप गुरु है ,सवाल ये है कि आप किसके गुरु हो ।किस किस इंदौरी पागल ने आपसे गुरु दीक्षा ली !  यदि ली तो आपने उन पागलों का नाम बताना था ,आपने एक मध्यप्रदेश के सबसे अमीर व्यक्ति का नाम साझा किया उनसे अनुरोध किया कि वो हिन्दुओं को रोजगार दे तो इंदौर आबुधाबी , दुबई हो जाएगा, जो फिर हंसने पर विवश कर गया ।महाराज आपने तो आज जो जो भी बोला अपन ने पूरा सुना इंदौरी पागल है ,बुजदिल है लेकिन उसके विशेष पागलपन के कारण आप इंदौर आए ,वास्तव में आपने इंदौर आकार शहर पर खूब अहसान  किया ।आप नहीं आते तो इंदौर कुछ ही महीनों इस्लामिक हो जाता । महाराज आपने आज लालबाग में ये भी कहा देश गजवा हिंद हो जाएगा तो मेरे एक सवाल का जवाब दें, हे बजरंग भक्त कथाकार की ये गजवा हिंद राष्ट्र की सोच आपके  दिमाग में कहां से ओर क्यों आई । आपको तो पता ही देश के पीएम का 56 इंची सीना है ,शाह साहेब का उनसे भी बड़ा और आप कह रहे हैं देश गजवा हिंद हो जाएगा । आपको तो यह कहना था कि इंदौर के पागलों ,हिन्दुओं सुनो एक से एक दिग्गज है देश में ,देश के शीर्ष पदों पर हिंदूवादी राजा बैठा है घबराओ मत देश कभी गजवा हिंद नहीं बनेगा ।लेकिन आप भी लव जिहाद ,लैंड जिहाद ,बांग्लादेश की बात करते रहे, ऐसा लगा कि पागलों को डरा रहे है ।,

आदरणीय महाराज आपको तो रग रग में हिन्दू ,आयोजन में एक सवाल देश के प्रधान सेवक से करना था कि वो बांग्लादेश के प्रमुख से प्रताणित हो रहे हिन्दुओं के विषय में बात क्यों नहीं करते हैं , उसे क्यों नहीं धमकाते है । देश का युवा हिन्दू ai से hi की ओर भी आ जाएगा लेकिन सवाल यह है , रील लाइफ से  रियल   लाइफ की ओर पागल कैसे  आएंगे?  आपने आज ये भी बोला कि आपको एक पत्रकार ने कहा आप  कट्टर हो,विस्फोटक हो ,बवाल हो । वास्तव में आप वही हो,कोई शक नहीं  ।आप कहते हैं कि आप कट्टर है लेकिन    हिंसा करने के लिए नहीं ,बहन ,बेटियों को बचाने के लिए । चलो मान लेते हैं कि आपकी बातों से बवाल नहीं होगा , लव जिहाद, लैंड जिहाद रुकेगा लेकिन एक यक्ष प्रश्न है कि इंदौर के पागलों ,हिन्दुओं कहने से तो कोई मकसद हल नहीं होगा । आपको इंदौर के पागलों ने स सम्मान बुलाया लेकिन आपने तो आज इंदौरियों के सामने ही उनकी बखिया उधेड़ दी ।महाराज लेकिन आपने ये नहीं बताया कि इंदौर के पागल लोगों को रोजगार कहां से मिलेगा ,उनका बिजनेस कैसे बढ़ेगा । आदरणीय महाराज मान लेते हैं कि आप हिन्दू जागरण के लिए सड़कों पर आए हैं ,उन्हें एक करने के लिए सड़कों पर आए हैं लेकिन ऊंच नीच जात पात का भूत ही पागल हिन्दुओं की कमजोरी है ।आप आज इंदौर में आकर सामाजिक समरसता की बात करते तो अच्छा लगता ,देश में बढ़ते धर्मांतरण की बात करते तो अच्छा लगता लेकिन आपने भी आज राष्ट्रवादी विचारधारा के चिंतक,विचारक पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ की तरह हिन्दुओं को हिन्दुओं के मंच से पागल ,कायर , बुजदिल कह दिया ।

महाराज आपने कहा कि हिंदुत्व एक जीवन शैली है , हम राम कृष्ण के बिंदु हैं ,इसलिए हिन्दू है,तो महाराज जब हम हिन्दू है तो हम पागल हिन्दू कैसे हुए । सच कहें आपने आज मीडिया से कहा कि आपको 1 करोड़ कट्टर हिंदू चाहिए ,लेकिन सच कहे 1 करोड़ कट्टर हिंदू,1 करोड़ कट्टर मुसलमान ,50 लाख कट्टर ईसाई ,50 लाख अन्य कट्टर  कहे जाने वाले लोग 140 करोड़ देशवासियों के लिए मुसीबत भी है ,ये आपको समझना होगा । आदरणीय महाराज   देश में आजादी के अमृतलाल की बात होती है  ,विश्व गुरु की बात होती है कोई भी देश कट्टरपंथियों से विश्वगुरु नहीं बनता है  , पाकिस्तान,बांग्लादेश , अफगानिस्तान,उदाहरण है । यह बात भी देश की अवाम का एक बड़ा हिस्सा समझता है ।आप लोगों को पागल कहें और ये सोच ले कि आपने इंदौर को महामंत्र दे दिया है तो महाराज सुनिए बोलने से ही गर हिन्दू एक होता तो उसे नेता लोग नौकरी के नाम पर अजा, जजा,पिछड़ा ,सामान्य में विभक्त  नहीं करते, जातिवाद ,धर्म पर वोट नहीं मांगते । मेरी तो आपको सलाह है पंडित शास्त्री बागेश्वर धाम में भूत, प्रेत उतारिए , शास्त्रों पर बात करिए और पागल हिन्दुओं को उनके हाल पर छोड़ दीजिए क्योंकि मेरे जैसे पागल इंदौरी के लिए तो आपका प्रवचन सिर्फ मनोरंजन ही था । क्योंकि धर्म , जाति,मजहब पर बातें करने वाले यदि बुरा बोलेंगे तो कोई उन्हें भी पागल , बुजदिल,कायर बोल सकता है, समझ सकता है ,जैसा मैने समझा ।रही इंदौर के इस्लामिक होने की बात तो वो आप  इंदौरियों पर ही छोड़ दे । आप तो अपने छालो की चिंता कीजिए । जो आपको दर्द दे रहे हैं ।जय रामजी की , जय रणजीत,

 ब्रजेश जोशी , श्री पवनपुत्र मासिक पत्रिका ,इंदौर

Exit mobile version