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इंडोनेशिया न मुस्लिम मुल्क है, न  उसकी करेंसी पर गणेश की तस्वीर 

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(मक्कारों द्वारा की गई झूठ की वरसात का सच. स्रोत : ऑल्ट न्यूज)

           ~ मीना राजपूत

     _गुजरात चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने, 26 अक्टूबर 2022 को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में, केंद्र सरकार से भारतीय करेंसी नोटों पर हिन्दू देवी और देवता लक्ष्मी-गणेश की तस्वीर लगाने की मांग की. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने दावा किया कि इंडोनेशिया एक मुस्लिम देश है जहां 85 प्रतिशत से ज़्यादा आबादी मुस्लिम है और वहां हिंदुओं की आबादी 2 प्रतिशेत से भी कम है. लेकिन वहां के नोटों पर हिन्दू देवता गणेश की तस्वीर लगी है।_

         इस दावे की जांच के लिए सबसे पहले हमने बैंक ऑफ़ इंडोनेशिया की सरकारी वेबसाइट खंगाली. यहां करेंसी इमेज पेज पर इंडोनेशिया में प्रचलन में जारी सभी नोटों की तस्वीरें मौजूद हैं. लेकिन हमें यहां कहीं भी हिन्दू देवता गणेश की तस्वीर वाले बैंक नोट नहीं मिलें.

इस मुद्दे से जुड़ी जानकारी जुटाने के लिए हमने गूगल पर इंडोनेशिया के सरकारी डोमेन और फ़ाइल टाइप फ़िल्टर के साथ की-वर्ड्स सर्च किया. हमें सर्च रिज़ल्ट पेज पर एक केस स्टडी डॉक्यूमेंट मिला जिसका टाइटल है, ‘Bank Indonesia Policy In Responding To The Crisis‘. इस केस स्टडी के पेज नंबर 27 के मुताबिक, 1998 में इंडोनेशिया में नेशनल हीरो की हजार देवंतरा की तस्वीर वाला 20,000 का नोट जारी किया गया था. गौर करने वाली बात ये है के इसी नोट पर हिन्दू देवता गणेश की भी तस्वीर थी। 

      _हमें ये जानकारी तो मिली कि इंडोनेशिया में 20,000 के नोट पर राष्ट्रीय नायक ‘की हज़ार देवंतरा’ के साथ हिन्दू देवता गणेश की तस्वीर लगी थी. लेकिन बैंक ऑफ़ इंडोनेशिया की ऑफ़िशियल वेबसाइट के पेज पर इस नोट की कोई तस्वीर नहीं है जहां प्रचलन में सभी नोटों की तस्वीरें उपलब्ध हैं._

       इस नोट से जुड़ी ज़्यादा जानकारी जुटाने के लिए हमने गूगल ट्रांस्लेट की मदद से इंडोनेशियन भाषा में की-वर्ड्स सर्च किया. और हमें इंडोनेशिया के पेकनबारू शहर की सरकारी वेबसाइट पर इससे जुड़ी जानकारी मिली. 2019 में जारी इस रिपोर्ट के मुताबिक, 31 दिसंबर 2008 से बैंक ऑफ़ इंडोनेशिया ने आधिकारिक तौर पर 4 बैंकनोटों को रद्द कर दिया था और बदले जाने या वापस लेने के लिए 10 साल का समय दिया था. उनमें से एक 1998 में छपा 20,000 का नोट था जिसपर ‘की हज़ार देवंतरा’ की तस्वीर थी. रिपोर्ट के मुताबिक, ‘की हज़ार देवंतरा’ और हिन्दू देवता गणेश की तस्वीर वाले बैंकनोटों को बदलने के लिए इंडोनेशिया की सरकार द्वारा 10 साल (2008-2018) की अवधि देने के बाद, 30 दिसंबर 2018 के बाद जनता के पैसे के आदान-प्रदान की मांग करने का अधिकार रद्द कर दिया गया था और उसके बाद से उस बैंकनोट को मूल्यहीन माना जाने लगा.

बीबीसी की एक रिपोर्ट में विस्तार से व्याख्या की गई है कि इंडोनेशिया के नोट पर हिन्दू देवता गणेश की तस्वीर क्यों है. बीबीसी इंडोनेशिया की पत्रकार अस्तूदेस्त्रा अजेंगरास्त्री के मुताबिक, 1998 में जारी किए गए इस करेंसी नोट की थीम शिक्षा थी. गणेश जी को इंडोनेशिया में कला, ज्ञान और शिक्षा का देवता माना जाता है.

      इसी नोट पर इंडोनेशिया के राष्ट्रीय नायक ‘की हजार देवंतरा’ की तस्वीर भी मौजूद है. उन्होंने उस वक्त इंडोनेशियाई लोगों के शिक्षा के अधिकार के लिए लड़ाई लड़ी जब ये देश डेनमार्क का उपनिवेश हुआ करता था. उस समय केवल संपन्न और डच समुदाय के बच्चों को स्कूल जाने की अनुमति थी.

हालांकि, इंडोनेशियाई 50,000 के नोट पर बाली द्वीप पर मौजूद हिंदुओं का प्रसिद्ध उलुन दानू मंदिर की तस्वीर है.

कुल मिलाकर, अरविंद केजरीवाल ने भ्रामक दावा किया कि इंडोनेशियाई नोट पर हिन्दू देवता गणेश की तस्वीर है. असल में 1998 में छपे 20,000 के नोट पर इंडोनेशिया के नेशनल हीरो ‘की हज़ार देवंतरा’ की तस्वीर के साथ गणेश की तस्वीर थी.

      लेकिन उस नोट को 2008 में बंद कर दिया गया था और नोट धारक को इस नोट को बदलने या बैंक को वापस करने के लिए 2018 तक का मोहलत दिया गया था.

      इंडोनेशिया के न्यूक्लियर एनर्जी रेगुलेटर एजेंसी के सरकारी वेबसाइट पर इंडोनेशिया के संविधान की इंग्लिश ट्रांसलेशन मौजूद है. संविधान के Chapter XI, आर्टिकल 29 के मुताबिक, इंडोनेशिया राज्य केवल ईश्वर में विश्वास पर आधारित होगा. राज्य सभी व्यक्तियों को उनके धर्म या विश्वास के अनुसार पूजा की स्वतंत्रता की आज़ादी देता है.

कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी प्रेस पर पब्लिश्ड जर्नल के मुताबिक, “संवैधानिक रूप से, इंडोनेशिया “सर्वशक्तिमान ईश्वर पर आधारित” एक राज्य है, लेकिन संविधान किसी धर्म या विश्वास प्रणाली को निर्दिष्ट नहीं करता है. ये क़ानून पर छोड़ दिया गया है, जो छह आधिकारिक धर्मों को स्थापित करता है जो राज्य का समर्थन करता है और प्रशासन में मदद करता है: इस्लाम, प्रोटेस्टेंटवाद, कैथोलिक धर्म, हिंदू धर्म, बौद्ध धर्म और कन्फ्यूशीवाद.”

      हालांकि, 2017 में Voice of America पर पब्लिश्ड एक रिपोर्ट के मुताबिक, इंडोनेशिया के सुप्रीम कोर्ट ने सर्वसम्मति से फैसला सुनाया था कि नागरिक संविधान में आधिकारिक रूप से मान्यता प्राप्त छह धर्मों के बाहर के धर्मों के साथ अपने राष्ट्रीय आईडी कार्ड पर पहचान कर सकते हैं. चूंकि इससे पहले मान्यता प्राप्त छह धर्मों के अलावा अन्य धर्मों के अनुयायियों को आईडी कार्ड के लिए जानकारी भरते समय धर्म का कॉलम खाली छोड़ना आवश्यक था.

      इंडोनेशिया के विदेश मंत्रालय की वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के अनुसार, इंडोनेशिया आधिकारिक तौर पर Pancasila (पंचशिला) फिलोस्फी पर चलता है. ये मूल रूप से संस्कृत से प्राप्त दो शब्दों से बना है: panca का अर्थ है पांच और sila का अर्थ है सिद्धांत. इसमें कुल पांच सिद्धांत हैं:

इंडोनेशिया के शिक्षा, संस्कृति, अनुसंधान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय की वेबसाइट पर Religion and Regulation in Indonesia नाम की किताब का रिव्यू मौजूद है. इस किताब के लेखक हैं सेंटर फ़ॉर द स्टडी ऑफ़ इस्लाम एंड सोसाइटी के सीनियर रिसर्चर डॉ इसमतु रोपी. इस बुक रिव्यू के मुताबिक, इंडोनेशिया खुद को एक धार्मिक या धर्मनिरपेक्ष देश के रूप में पुष्टि नहीं करता है. इंडोनेशिया सरकार द्वारा सभी धर्मों को समान माना जाता है.

      हालांकि इंडोनेशिया में मेजॉरिटी आबादी मुस्लिम है, लेकिन देश का कोई एक निर्धारित धर्म नहीं है. इसलिए इंडोनेशिया में सभी धर्मों को बराबर माना जाता है. इसलिए दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल द्वारा इंडोनेशिया को मुस्लिम देश बताने वाला दावा भी भ्रामक है.

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