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*आयरन डिफिशिएंसी : लक्षण और निवारण*

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          डॉ. प्रिया

शरीर में आयरन की कमी से एनीमिया की स्थिति उत्त्पन हो जाती है। मेडिकल की लेंग्वेज में इसे आयरन डिफिशिएंसी कहा जाता है.

    एनीमिया एक आम समस्या है, खासकर यह स्थिति महिलाओं को अधिक परेशान करती है। इस स्थिति में शरीर में खून की कमी हो जाती है, साथ ही हीमोग्लोबिन और रेड ब्लड सेल्स का स्तर कम होने लगता है।

    ऐसे में बॉडी में कई सारे असामान्य लक्षण दिखने को मिलते हैं, जैसे की सिर दर्द, छाती में दर्द, जरूरत से ज्यादा थकान महसूस होना, चक्कर आना, हाथ एवं पैरों का कांपना और ठंडा पड़ना, आदि।

      एनीमिया की स्थिति पर समय रहते नियंत्रण पाना जरूरी है, अन्यथा इसकी वजह से परेशानी बढ़ती जाती है। वहीं यह गंभीर समस्याओं का कारण बन सकते हैं। ऐसे में अधिक चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है, एक उचित देखभाल के साथ एनीमिया को ट्रीट किया जा सकता है।

*आयरन डिफिशिएंसी के कुछ सामान्य लक्षण :*

~त्वचा का पीला पड़ना और सूजन आना

~बेवजह थकान और ऊर्जा की कमी महसूस होना

~सांस लेने में तकलीफ

~छाती में दर्द का एहसास

~अचानक से हार्टबीट का बढ़ जाना

~सिर दर्द, खासकर शारीरिक गतिविधियों में भाग लेने के बाद

~बर्फ और क्ले की क्रेविंग होना

बाल झड़ना

~नाखूनों का आसानी से टूटना

~हाथ और पैर का ठंडा पड़ना

~भूख की कमी (यह लक्षण खासकर बच्चों में देखने को मिलता है)

*1. पालक का सेवन करें :*

पलक में आयरन, फोलिक एसिड सहित विटामिन B12 की भरपूर मात्रा पाई जाती है। साथ ही यह कई अन्य महत्वपूर्ण विटामिन से भी भरपूर होते हैं।

     इस प्रकार इसके सेवन से शरीर में आयरन की कमी नहीं होती और एनीमिया से राहत मिलती है। पालक को डाइट में शामिल करने का सबसे अच्छा तरीका है पालक का सूप और इसकी स्मूदी।

*2. खजूर, किशमिश और अंजीर :*

    किशमिश और खजूर दोनों ही विटामिन सी और आयरन का एक बेहतरीन स्रोत है। विटामिन सी से इम्यूनिटी बूस्ट हो जाती है, साथ ही साथ शरीर में आयरन का अवशोषण बढ़ जाता है।

    इसके अलावा अंजीर में आयरन, विटामिन ए, मैग्नीशियम और फोलेट पाया जाता है। खजूर, किशमिश और अंजीर को रात भर भिगोकर हफ्ते में तीन दिन खाएं।

    इससे हीमोग्लोबिन के स्तर में सुधार देखने को मिलेगा साथ ही आयरन डिफिशिएंसी में सुधार होगा और एनीमिया की स्थिति उत्पन्न नहीं होगी।

*3. चुकंदर :*

चुकंदर आयरन का एक समृद्ध स्रोत है। सभी सब्जियों की तुलना में चुकंदर में अधिक मात्रा में आयरन पाया जाता है। इसके सेवन से शरीर में आयरन की मात्रा बरकरार रहती है और हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ जाता है।

     इससे एनीमिया की स्थिति में सुधार होता है। इससे ब्लड में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ जाता है, जिससे समग्र शरीर को फायदा मिलता है। आप इसे सलाद के तौर पर लेने के साथ ही इसके जूस को अपनी डाइट का हिस्सा बना सकती हैं।

*4. स्नैक्स में शामिल करें नट्स और सीड्स :*

नट्स और सीड्स में कई महत्वपूर्ण मिनरल्स पाए जाते हैं। साथ ही यह आयरन के एक बेहतरीन स्रोत है। इनके सेवन से आयरन डिफिशिएंसी को ट्रीट करने में मदद मिलती है। साथ ही साथ हीमोग्लोबिन का स्तर भी बढ़ जाता है।

      पंपकिन सीड्स, काजू, पाइन नट्स, पिस्ता को डाइट में जरूर शामिल करें। इन्हें अपने सलाद के ऊपर स्प्रिंकल कर सकती हैं, साथ ही इन्हें रोस्ट करके नियमित रूप से स्नैक्स के तैर पर लें।

*ऐसे बढ़ाएं शरीर में आयरन का अवशोषण :*

    1. विटामिन सी युक्त खाद्य पदार्थों के सेवन से शरीर में आयरन को अवशोषित होने में मदद मिलती है। विटामिन सी और आयरन युक्त खाद्य पदार्थों के कॉन्बिनेशन की बात करें तो बादाम और संतरा एक बेहतरीन विकल्प साबित हो सकता है।

     बादाम में भरपूर मात्रा में आयरन पाया जाता है, और संतरे में मौजूद विटामिन सी शरीर में आयरन के अवशोषण को बढ़ा देते हैं।

2. नियमित मील्स के साथ चाय और कॉफी के सेवन न करें। इनमें टेनिन्स और कैफीन पाया जाता है।

    जो बॉडी में शरीर में आयरन के अवशोषण में रुकावट पैदा करता है, जिससे कि आयरन डिफिशिएंसी की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।

3. आयरन युक्त खाद्य पदार्थों के साथ कैल्शियम युक्त फूड्स और सप्लीमेंट्स लेने से बचें। यह शरीर में आयरन के अवशोषण में रुकावट पैदा कर सकते हैं।

  खाद्य पदार्थों में आयरन की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए आयरन की कढ़ाई या पैन का उपयोग करें।

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