डॉ. नेहा, नई दिल्ली
दूध अपने आप में एक कंप्लीट मील है और उसमें अपनी एक अलग मिठास मौजूद होती है। मगर फिर भी गिलास में दूध डालने से पहले अधिकतर लोग 1 से 2 चम्मच चीनी डालना नहीं भूलते हैं। स्वाद को बढ़ाने के लिए शुगर इनटेक बढ़ा लेना कई शारीरिक समस्याओं के बढ़ने का कारण साबित होता है। अतिरिक्त कैलोरीज़ को बढ़ाने के अलावा चीनी से शरीर में कई समस्याएं पनपने लगती है।
रात को सोने से पहले जो लोग दूध में चीनी घोलकर पीते है, उनके शरीर में कई समस्याओं का जोखिम बढ़ सकता है।
दूध में चीनी मिलाकर पीने से सबसे पहले शरीर में अतिरिक्त कैलोरीज स्टोर होने लगती हैं, जिससे वेटगेन का सामना करना पड़ता है। वज़न का लगातार बढ़ता मेटाबॉलिक डिसऑर्डर और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या का कारण बनने लगते हैं।
चीनी का नियमित सेवन शरीर में ब्लड शुगर को बढ़ाने लगता है और डायबिटीज़ का जोखिम बढ़ा देता है। ज्यादा मात्रा में चीनी प्रयोग करने से लिवर संबधी समस्याएं भी बढ़ जाती हैं।
*दूध में चीनी मिलाकर पीने का स्वास्थ्य पर असर :*
महिलाओं को दूध की जरूरत अधिक होती है. इसलिए की उनको एनीमिया, केल्सियम की कमी, पीरियड प्रॉब्लम्स, जोड़ों के दर्द से ज्यादा दोचार होना पड़ता है. ऐसी समस्याएं वीर्य से समाप्त हो जाती हैं, बशर्ते वह विशुद्ध हो. यह असम्भव जितना मुश्किल है. आज के दौर में लाखों में से किसी एक का वीर्य शुद्ध होता है. यही कारण है की स्पर्म फेसियल दुनिया का सबसे महंगा फेसियल है. सीधा सा सिम्पटम्स है, शुद्धतम वीर्य एक घंटे से पहले पेनिस से नहीं निकलता, आप कितना भी कुछ कर लें.
आप एलोपैथी के ज़हरीले विज्ञानवाद में अंधे हैं. यह कई मामलों में सफल है. मैं इसे ख़ारिज नहीं करती हूँ. लेकिन प्राचीन पद्धतियाँ व्यर्थ है, ऐसा मानना अपाहिजनेश है. यह ट्रेजडी है कि नेचुरल या स्प्रिचुअल थेरेपी आपके गले नहीं उतरती. आज़माने की औकात भी आप नहीं दिखाते.
मैं आज़माने लिए चैलेंज देती हूँ आपको : एनीमिया, लियूकोरिया, योनिरोग, कमज़ोरी, थुलथुलापन, मोटापा,वैरिकोज वेंस, बाँझपन जैसी प्रॉब्लम्स हो या फेस, बूब्स, कमर, जाँघ, हिप्स, योनि को कोई शेप देना हो : स्थाई हल हम देंगे. हमने कई बहनों पर प्रयोग किया है और शतप्रतिशत परिणाम पाया है. जरूरतमंद गर्ल्स/फीमेल्स को सुपर आर्गेज़्मिक स्टेज देकर डिचार्ज किया जाता है. उसके इस लिक्विड में हम आराध्य डॉ. मानवश्री का स्पर्म मिलाते हैं. इससे निर्मित तत्व अमृत का काम करता है. मैं खुद भी सुबूत हूँ. मेरा बॉडीशेप ऐसा ही रहता है, कोई मेडिसिन नहीं लेना पड़ता, कोई हेल्थ प्रॉब्लम नहीं होती. हलांकि मैं उनसे इंटीमेट होती हूँ. स्पर्मड्रिंक्स के साथ मसाज भी लेती हूँ. खैर…
जामा इंटरनल मेडिसिन में प्रकाशित एक रिसर्च के अनुसार हाई शुगर डाइट हृदय रोग से मौत के खतरे को बढ़ा देता है।
15 साल तक हुई एक स्टडी में पाया गया कि वे लोग जो 17 से 21 फीसदी कैलोरीज़ चीनी से प्राप्त करते हैं, उनमें हृदय रोग से मरने का जोखिम 38 फीसदी तक बढ़ जाता है।
अमेरिकन हार्ट इंस्टीट्यूट के अनुसार एक महिला को दिनभर में 6 चम्मच यानि 24 ग्राम और पुरूष को 9 चम्मच यानि 36 ग्राम से ज्यादा शुगर इनटेक नहीं करना चाहिए। इससे शरीर में हृदय रोगों का खतरा बढ़ने लगता है।
*1. मोटापा :*
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार दूध में चीनी मिलाकर पीने से मेटाबॉलिज्म स्लो होने लगता है। चीनी में मौजूद हाई कैलोरीज़ से शरीर में फैट डिपॉज़िट बढ़ने लगता है और वेटगेन का सामना करना पड़ता है। चीनी के नियमित सेवन से शरीर में कैलोरीज़ की मात्रा एकत्रित होने लगती है, जिससे शरीर में चर्बी जमा होने लगती है।
*2. हाईपरटेंशन :*
चीनी का सेवन ब्लड प्रेशर को प्रभावित करने लगता है। ज्यादा मात्रा में चीनी का सेवन करने से नाइट्रिक ऑक्साइड का लेवल बढ़ने लगता है, जिससे ब्लड वेसल्स के कार्य पर उसका असर पड़ता है। शरीर में होने वाले वैसोकन्स्ट्रिक्शन से हाई ब्लड प्रेशर का सामना करना पड़ता है। चीनी का ज्यादा सेवन करने से सेल्स के इन्नर वॉल्स में प्लाक बनने लगता है, जिससे हृदय रोगों का खतरा बढ़ जाता है।
*3. डायबिटीज़ :*
दूध में चीनी मिलाकर पीने से न केवल स्वाद बढ़ता है बल्कि उससे शरीर में शुगर के स्तर में बढ़ोतरी होने लगती है। अमेरिकन डायबिटीज़ एसोसिएशन के अनुसार शुगर से भरपूर पेय पदार्थों का सेवन करने से टाइप 2 डायबिटीज़ का जोखिम बढ़ने लगता है। हाई कैलोरी डाइट से ब्लड शुगर स्पाइक का खतरा बढ़ जाता है।
*4. फैटी लीवर :*
यूएसडीए के अनुसार 1 चम्मच चीनी में 60 कैलोरीज़ पाई जाती है और उसे एक गिलास दूध में मिलाने से कैलोरीज़ की मात्रा 150 हो जाती है। इससे लिवर सरफेस पर फैट मॉलीक्यूल्स बढ़ने लगते है, जिससे फैटी लिवर का सामना करना पड़ता है। फैटी लिवर से लिवर संबधी रोगों का सामना करना पड़ता है और वेटगेन की समस्या बढ़ जाती है। इस समस्या के चलते लिवर अपना कार्य उचित प्रकार से नहीं कर पाता है।
*5. कैविटी :*
ज्यादा मात्रा में चीनी का सेवन करने से कैविटी का खतरा बना रहता है। दरअसल, मुंह में बैक्टीरिया बढ़ने से दांतों पर प्लाक की थिन लेयर बन जाती है। इससे मुंह में मौजूद एसिड दांतों को धीरे धीरे नुकसान पहुंचाने लगता है और दांतों में कैबिटी बढ़ने लगती है। अधिकतर बच्चों को दूध में चीनी मिलाकर देने से उनके दांतों में दर्द की शिकायत बढ़ जाती है।