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*नामुमकिन नहीं है स्किन से जले के निशान हटाना :*

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        (डॉ. विकास मानवश्री से विमर्श पर आधारित पोस्ट)

      ~सोनी तिवारी, वाराणसी

    जले के निशान बहुत ही ज्यादा परेशान करते हैं. दुर्भाग्य से, हर दिन जले के निशान के साथ रहना लगभग आसान नहीं है. अफसोस की बात यह है कि जलने के कारण से होने वाले निशान काफी आम होते हैं और यह किसी के रूप पर बुरी तरह से प्रभाव डाल सकते हैं।

   डॉक्टर को सबसे पहले यह देखने की आवश्यकता होती है कि यह निशान कितना गहरा है। आपके ब्लड स्तर, हॉरमोनल लेबल जैसे टेस्ट भी करने पड़ सकते हैं. आपकी फिजिकल-मेंटल और सेक्सुअल स्थिति का आकलन भी आवश्यक हो सकता है.

    कुछ जले के निशान कुछ समय के लिए होते हैं और आपके अपने सिलिकॉन से मिलते हैं। कुछ चिन्ह स्थायी होते हैं जो कि क्षति की गहराई पर अनुमोदित होते हैं।

       प्रथम श्रेणी के जलने से त्वचा की बाहरी परत (एपिडर्मिस) नष्ट हो जाती है। दूसरी श्रेणी का जलना एपिडर्मिस और त्वचा के नीचे की परत (डर्मिस) दोनों प्रभावित होते हैं। तीसरी श्रेणी का बर्न सबसे गंभीर घटना है। ये हालात त्वचा की ऊपरी दो परतों को नुकसान पहुंचाते हैं. ये हड्डियों और टेंडन को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं और तंत्रिका अंत को प्रभावित कर सकते हैं। चौथी श्रेणी के जले हुए लोगों की त्वचा भी सफेद या काली दिखाई दे सकती है।

     प्रथम डिग्री जले के निशान एक सप्ताह के भीतर ठीक हो जाते हैं, बिना कुछ निशान छोड़े। सेकेंड डिग्री जले के निशान लगभग दो सप्ताह में ठीक हो जाते हैं. ज़रामरा-सा कुछ बचता है तो समय के साथ चला जाता है। थर्ड डिग्री जले के निशान गहन मेडिकल केयर के बिना ठीक नहीं होते। इसके ठीक होने के लिए कुछ महीने या साल भी लग सकते हैं. इलाज़ से दाग निकल जाते हैं। निशान नहीं बचते.

     फोर्थ लेबल यानी गंभीर रूप से जले के निशान को पूरी तरह से गायब करने का कोई तरीका नहीं है. प्लास्टिक सर्जरी बहुत महंगी है. परमानेंट स्किन कलरिंग का ऑप्शन भी व्यूटी क्लिनिक देते हैं.

      अगर आप पेसेंस रखकर थोड़ा समय दे सकें तो हमारी अल्टरनेट थेरेपी आपको समाधान मिल जाएगा. इसमें प्राणिकहीलिंग थेरेपी, स्प्रिचुअल मसाज थेरेपी, ऊर्जाट्रांसफर थेरेपी और मैडिटेशन थेरेपी शामिल हैं. इसके लिए आपको डॉ. मानवश्री से मिलना होता है.

*सामान्य निशान हटाने की होम-रेमेडी :*

    टमाटर-नींबू का रस 

टमाटर और नींबू में विटामिन सी भरपूर होता है. विटामिन सी दाग-धब्बों को हल्का करने में मददगार होता है. टमाटर और नींबू का रस बराबर मात्रा में मिलाकर इसे जली स्किन पर कुछ देर तक लगाएं.

    कुछ देर बाद धो लें. ऐसा कम से कम दो सप्‍ताह तक करें. निशान हल्के होने लगेंगे. 

नारियल का शुद्ध तेल

   नारियल के तेल को जले छालों पर लगाने का रिवाज पुराने जमाने से चला आ रहा है. यह तेल स्किन के लिए बेहद फायदेमंद साबित होता है. जले दागों पर इसके लगातार इस्‍तेमाल से धब्‍बे हल्‍के पड़ने लगते हैं.

 शहद और हल्दी :

शहद और हल्‍दी जलने के निशान को दूर करने में मददगार होते हैं. इसके लिए शहद और हल्‍दी का लेप तैयार करके इसे जली स्किन पर लगाएं. इसे कई सप्‍ताह तक जारी रखें. जलने के निशान हल्‍के होने लगेंगे.

      अंडे :

अंडे के पीले वाले भाग को हल्‍का सा भून कर शहद में मिला कर दाग वाली जगह पर लगाएं. इसको कुछ समय लगा रहने दें. बाद में सादे पानी से इसे धो डालें. यह तरीका कम से कम चार सप्‍ताह तक अपनाएं. फर्क आपको नजर आएगा.

    गाजर :

गाजर में विटामिन ए के अलावा कई अन्य तत्व मौजूद होते हैं. अगर निशान वाली स्किन पर गाजर का रस रोज लगाया जाए तो इससे दाग हल्‍के पड़ने लगते हैं. 

         बादाम :

    बादाम का तेल भी जली स्किन के लिए बहुत फायदेमंद होता है.  आप चाहें तो बादाम के तेल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. इसके रोजाना इस्तेमाल से आपको जल्ह ही फायदा देखने को मिलेगा. बादाम का तेल स्किन के लिए बहुत फायदेमंद होता है.

   एलोवेरा :

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन के अनुसार एलोवेरा का नैचुरल एजेंट है, जो किसी भी तरह के घाव को भर सकता है।

    इसका इस्तेमाल आप आपने बर्न मार्क्स का इलाज करने के लिए कर सकती हैं। इसका इस्तेमाल करने के लिए बस आप एलोवेरा की पत्ती से उसका जेल निकाल लें।

  जेल लगाएं और इसे 20-40 मिनट तक लगा रहने दें। इसके बाद पानी से धो लें।

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