अग्नि आलोक

जोंक चिकित्सा (Leech therapy) : आज भी क़म नहीं हुए हैं प्रभाव

Share

डॉ. गीता 

    _जोंक चिकित्सा मृत उत्तकों को हटाने में उपयोगी है। ये मृत उत्तक मुख्यतः डायबिटीज के रोगी में पाए जाते हैं और उनके डॉक्टर इन्हें हटाने की सलाह देते हैं। जोंक चिकित्सा को जो उत्तक सही से काम नहीं कर रहे उनमें रक्त संचरण में सुधार के लिए भी उपयोग किया जा सकता है।_

        इससे रक्त संचरण सही होगा और शरीर का वह भाग सही होने लगेगा।

*धमनियों और हृदय रोग का इलाज*

        रक्त संचरण सही होने से हार्ट अटैक, स्ट्रोक और अन्य बिमारियों में सुधार होता है। जब जोंक थेरेपी की जाती है तो जोंक पेप्टाइड नामक तत्व का स्राव करती है।

       यह तत्व थ्रोम्बोसिस (thrombosis) यानी रक्त संचरण तंत्र में खून के थक्के को हटा देता है। जिन लोगों को कोई घाव है, उसे भी ठीक किया जा सकता है। 

*हाई बीपी का इलाज*

      जोंक की लार में बीपी कम करने वाला तत्व भी पाया जाता है।

     हाई बीपी के इलाज के लिए अपने शरीर के कुछ भागों पर यह थेरेपी उपयोग करने से सीधा आपकी रक्त धमनियों को लाभ होता है। 

*अंगों की सूजन में आराम*

जोंक चिकित्सा शरीर के अंदर के अंगों में सूजन के लिए बहुत ही प्रभावशाली उपचार है।

     हर प्रकार की सूजन जैसे कि पाचन अंगों में सूजन, हेपेटाइटिस और पेन्क्रियाटाइटिस इत्यादि में जोंक चिकित्सा से लाभ हो सकता है। 

*त्वचा की देखभाल*

फंगल इन्फेक्शन, वायरल इन्फेक्शन और बैक्टीरियल इन्फेक्शन से होने वाले त्वचा रोग जोंक चिकित्सा से ठीक की जा सकती है।

      जोंक थेरेपी से दाद, हर्पीस और एक्जिमा जैसे त्वचा रोग का इलाज किया जा सकता है। जोंक की लार में एक विशेष एजेंट पाया जाता है जो हमारी त्वचा की कई परेशानियों को ठीक कर सकता है।

    कुछ देशों में ब्यूटी सैलून में भी इसका उपयोग किया जाता है। 

*जोड़ों के दर्द का इलाज*

जोड़ों में दर्द अधिक उम्र के लोगों में होने वाली सबसे सामान्य परेशानी होती है।

      जोंक थेरेपी से जोड़ों के दर्द में आराम मिल सकता है क्योंकि जोंक की लार में ऐसे तत्व पाएं जाते हैं जो सूजन में राहत देते हैं।

    (चेतना विकास मिशन)

Exit mobile version