सोनी कुमारी, वाराणसी
यह तो आप सभी हमेशा से सुनते आ रहे होंगे कि खुद को हिल करने के लिए सेल्फ लव से बेहतर कुछ भी नहीं, ठीक उसी प्रकार सेल्फ हग सेल्फ हीलिंग में मदद करता है। सेल्फ हग यानी की खुदको गले लगाना। जब हम दुखी होते हैं या किसी खराब स्थिति में होते हैं तो हम अपने पैरेंट्स, दोस्त, पार्टनर या किसी करीबी को गले लगाते हैं, और ऐसा करने से हमें हल्का और बेहतर महसूस होता है।
परन्तु जरूरी नहीं की हर समय आपके आस पास कोई न कोई मौजूद हो। ऐसे में यदि आपके पास कोई होता है, तो वो हैं आप खुद। तो क्यों न खुदको गले लगाया जाए। ये कोई फिलासफी नहीं है, साइंस भी इस बात को प्रमाणित कर चुका है।
खुद को पसंद करना और अपने प्रति काइंड होना बेहद महत्वपूर्ण है। जैसे-जैसे आप जीवन की विभिन्न परिस्थितियों से गुजरते हैं, हो सकता है कि आपको बेहतर महसूस कराने या आपको शांत करने में मदद करने के लिए हमेशा आपके आसपास कोई दूसरा व्यक्ति न हो।
ऐसे में आपको खुदके लिए उनकी भूमिका निभानी पड़ सकती है। सबसे महत्वपूर्ण है, खुद के प्रति दयालु और संवेदनशील होना।
किसी भी सिचुएशन में दूसरों का इंतजार करने से बेहतर है खुद को गले लगाना, अपनी परेशानी को खुद के साथ डिस्कस करें। अपनी परेशानी और समस्या को लेकर चिंतन करें, पर खुद के प्रति जजमेंटल न हों। यह सुनिश्चित करें कि आप अपने लिए वह दयालुता प्रदर्शित करें जिसकी आप दूसरों से अपेक्षा करते हैं।
सेल्फ हग आपको बेहतर महसूस करने में मदद करेगा। अपने आप को अच्छी और बुरी दोनों प्रकार की भावनाओं के अनुभव का आकलन करें, इसके बारे में नकारात्मक हुए बिना.
सेल्फ हग और खुद को कंसोल करने आपको अपनी भावनाओं और विचारों को प्रबंधित करने के लिए अपने भीतर एक स्थान रखने की अनुमति देता है।
यह आपको सेल्फ सेटिस्फेक्शन प्रदान करता है और एक इमोशनल कनेक्शन का निर्माण करने में सक्षम बनाता है। यह सुनिश्चित करता है कि आप आत्मनिर्भर हैं और आपको दूसरों से पहले खुदकी आवश्यकता है।
इसके अलावा अन्य लोग अक्सर अपनी प्रतिक्रियाएं निर्धारित करने के लिए आपसे संकेत लेते हैं। यह महत्वपूर्ण है कि आप स्वयं का आकलन कैसे कर रही हैं, आपकी प्रतिक्रियाएं आगे की चीजें निर्धारित करती हैं। इससे यह भी पता चलेगा कि दूसरे आपको कैसे देखते हैं। इस तरह का दृष्टिकोण अपनाने से आप जीवन में आने वाली कठिन परिस्थितियों के साथ-साथ शांत और धैर्यवान रह सकते हैं।
ये हैं सेल्फ हग के क्या फायदे :
*1. दर्द में राहतकारी :*
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित अध्ययन के अनुसार खुद को गले लगाने से दर्द कम होता है। किए गए अध्ययन में 20 पार्टिसिपेंट्स को शामिल किया गया, जिन्हे दर्द का अनुभव हो रहा था।
दोनो हाथों को क्रॉस कर खुद को हग करने के बाद इन सभी के दर्द में कमी देखने को मिली। जब व्यक्ति खुद को हग करता है और कंफर्ट महसूस करवाता है, तो ब्रेन इस बात को लेकर कंफ्यूज हो जाता है की उन्हें कहा पर दर्द हो रहा है।
*2. सेफ और सिक्योरनेस की फीलिंग :*
ह्यूमन कनेक्शन बहुत जरूरी है, परंतु सेल्फ कनेक्शन भी उतना ही जरूरी है। अपने दोनो बाजू को क्रॉस कर खुदको हग करने से आपको कंफर्टेबल महसूस होता है, और आपको अकेलापन नहीं लगता। सेल्फ हग आपको खुदके पावर से परिचित करवाता है, यह आपको एहसास दिलाता है, की आपके साथ कोई नहीं पर आप खुद अपने साथ रह सकती हैं।
*3. मूड डेवलपिंग :*
यदि आपको अपनी व्यस्त दिनचर्या के बाद थकान महसूस हो रहा है या आपका मूड खराब है, तो ऐसे में खुद को एक लंबी झप्पी देना आपकी मदद कर सकता है। हालांकि, अक्सर हम इस स्थिति में लोगों के साथ समय बिताने की सलाह देते हैं, परंतु महीने में एक दो बार अकेलापन महसूस होने पर खुद के साथ वक्त बिता कर देखें, आपको बेहतर महसूस होगा। अपने दोनों हाथों को क्रॉस कर खुद को हग करें, ये आपके अंदर रिलैक्सेशन को प्रमोट करता है, साथ ही साथ कोर्टिसोल हार्मोन के स्तर को भी कम कर देता है। जिससे स्ट्रेस और टेंशन रिलीज करने में मदद मिलती है।
*4. हैप्पी हार्मोंस उत्पादक :*
सेल्फ हग बॉडी में ऑक्सीटोसिन, सेरोटोनिन और एंडोर्फिन के प्रोडक्शन को बढ़ा देता है। ये आपके मूड को इंप्रूव करता है, साथ ही साथ गुस्सा, अकेलापन और आइसोलेशन जैसी भावनाओं को नियंत्रित करता है। इतना ही नहीं ये हार्मोंस हेल्दी स्लीप साइकिल को रेगूलेट करते हैं।