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 मुंबई का अमेरिकी राष्‍ट्रगान से गहरा नाता

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भारत और अमेरिका के बीच कई ऐसी बातें हैं जो समान सी नजर आती हैं। लेकिन अगर हम आपको ये बताएं कि अमेरिका के राष्‍ट्रगान का मुबई से एक खास कनेक्‍शन है तो। जी हां, सुनकर शायद आपको थोड़ा अजीब लगे लेकिन यही सच है। मुंबई जो उन दिनों बॉम्‍बे हुआ करता था, उसका अमेरिकी राष्‍ट्रगान से गहरा नाता है। आज भी इतिहासकार कई बार इसका जिक्र करते हैं। कुछ साल पहले तक शायद बहुत से लोगों को यह बात ठीक से मालूम भी नहीं थी कि कैसे मुंबई में एक जहाज पर अमेरिका का राष्‍ट्रगान लिख दिया गया था। आज जानिए इतिहास का यही किस्‍सा।

अमेरिका और ब्रिटेन का युद्ध
सितंबर 1814 में जब नई-नई आजादी पाया अमेरिका एक बार फिर युद्ध में ब्रिटेन के सामने था। दोनों के बीच साल 1812 में भी एक जंग हो चुकी थी। इस युद्ध के बाद अमेरिका और कनाडा के बीच सीमाएं तय हो गई थीं। अगस्‍त 1814 तक ब्रिटिश फौजें मजबूत नजर आने लगी थीं। उनके हिस्‍से कई इतिहास दर्ज हो चुके थे। 24 अगस्‍त 1814 में उन्‍होंने वॉशिंगटन में जमकर उत्‍पात मचाया था। यहां पर अंग्रेजी सेना ने कैपिटॉल हिल, व्‍हाइट हाउस और वित्‍त मंत्रालय को जला दिया।

11 से 13 सितंबर तक अंग्रेजी फौजें यहां से बाल्‍टीमोर बंदरगाह की तरफ बढ़ीं। इस युद्ध से पहले डॉक्‍टर विलियम बीन्‍स जो एक स्‍थानीय मजिस्‍ट्रेट थे उन्‍हें कुछ लोगों के साथ जेल में डाल दिया गया था। लेकिन एक व्‍यक्ति जेल से बचकर भाग गया। डॉक्‍टर बीन्‍स को ब्रिटिश कमांडर ने पकड़ लिया था। उनके दो दोस्‍त फ्रांसिस स्‍कॉट की जो वकील थे और कर्नल जॉन स्‍टुअर्ट स्किनर ने उनकी रिहाई के लिए प्रार्थना की।

कमांडर राजी तो हो गया लेकिन उसने अपनी सेना के एक जहाज पर कुछ अमेरिकियों के साथ इन दोनों को बंदी बना लिया था। इस जहाज का नाम था HMS माइनडेन और उन्‍हें तब तक बंदी बनाए रखा, जब तक कि जंग पूरी नहीं हो गई। कमांडर ने इन्‍हें इसलिए बंदी बनाया था ताकि कोई ब्रिटिश फौजों की जानकारी अमेरिकी सेनाओं को न देदे। जंग काफी तेज थी और अमेरिकी रोज बमबारी होते देखते थे। एक बार को लगने लगा था कि शायद अमेरिकी आत्‍समर्पण कर देंगे।

ऐसे हुई अमेरिकी राष्‍ट्रगीत की रचना
जैसे ही सूरज डूबता, की को बड़ा सा लाल, सफेद और नीला झंडा किले से लहराते हुए नजर आने लगता। अगली सुबह फिर लगता कि अमेरिकी सेना हार रही है लेकिन फिर वह झंडा लहराता। की इसे देखकर काफी भावुक हुए और उन्‍होंने उसी जहाज पर अपने देश के लिए कुछ शब्‍द लिखे। इस कविता को उन्‍होंने अमेरिका वापस आकर पूरा किया।

इसे छपवाया भी गया लेकिन इस पर किसी का नाम नहीं था। इस कविता को ‘The Defense of Fort M’henry’ टाइटल के साथ छपवाया गया था। 20 सितंबर 1814 को यह कविता छपी और फिर यह अमेरिका का सबसे लोकप्रिय गीत बन गया। 3 मार्च 1931 को इसे आधिकारिक तौर पर देश का राष्‍ट्रीय गीत घोषित कर दिया गया।

यह है अपनी मुंबई का कनेक्‍शन
अब आप सोच रहे होंगे कि जब जहाज पर कविता लिखी गई तो मुंबई, जो उस समय बॉम्‍बे था, वह कैसे बीच में आ गया। की जिस HMS माइनडेन पर सवार थे, उसे मुंबई में वाडिया परिवार ने बनाया था। यह वही मशहूर पारसी परिवार था जो बॉम्‍बे हार्बर के डंकन डॉक का मालिक था। आज यह डॉकयॉर्ड भारतीय नौसेना का सक्रिय डॉकयार्ड बन चुका है। HMS माइनेडन वह पहला जहाज था जो भारत से बनकर गया था और रॉयल नेवी में कमीशंड हुआ था।

इस जहाज ने दुनिया के इतिहास को बदलते हुए देखा है जिसमें सन् 1812 का युद्ध भी शामिल है। आखिर में हांगकांग में सीमेन हॉस्पिटल में इस जहाज को सर्विस के लिए ‘बहुत बूढ़ा’ बताकर, रिटायर कर दिया गया। जहाज को तोड़ दिया गया और य‍ह कबाड़ में बदल गया। तो अगर आप एक भारतीय हैं और आपको अगर कभी अमेरिका का झंडा राष्‍ट्रगान के साथ लहराता हुआ नजर आए तो इसके साथ बॉम्‍बे, हमारा मतलब है मुंबई का कनेक्‍शन याद करना हरगिज मत भूलिएगा।
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