Site icon अग्नि आलोक

*मेंटल हेल्थ का दुश्मन है वन साइडेड रिलेशन*

Share

       ~ नीलम ज्योति 

एकतरफा प्यार जीवन में मानसिक तनाव बढ़ने का सबसे मुख्य कारण है। घूमने फिरने से लेकर खाने तक जहां आप हर जगह पार्टनर की मर्जी को प्राथमिकता देते हैं।

     दूसरा पार्टनर आपकी अहमियत को समझ नहीं पाता है। प्यार करने वाला शख्स हर चीज़ को पार्टनर के अनुसार करने की कोशिश करता हैं। मगर आपका साथी आपकी भावनाओं की कद्र नहीं करता है। इससे धीरे धीरे रिश्ते में उतार चढ़ाव महसूस होने लगते हैं।

*लोग क्यों शामिल हाेते हैं एकतरफा प्यार में?*

     कई बार किसी व्यक्ति का केयरिंग नेचर और झुकाव हमें अपने लिए प्यार लगने लगता है। जो आगे चलकर जीवन में कई तरह के कॉम्प्रोमाइज़ का कारण बन जाता है।

      पहले पहले किसी से भी आकर्षित होकर लोग रिलेशनशिप बिल्ड कर लेते हैं जो आगे चलकर जीवन में एकतरफा रूप ले लेता है। इससे रिश्तों में तकरार, एंग्जाइटी और तनाव बढ़ने लगता है।

       एकतरफा प्यार में आप खुद को कमज़ोर और रिश्ते को बिखरा हुआ महसूस करने लगते हैं। इसमें आप अपने पार्टनर की खुशी के लिए हर कोशिश करते है। मगर पार्टनर की तरफ से लव और केयर न मिल पाना रिश्ते को खोखला कर देता है। एक मज़बूत रिश्ते के लिए उसमें विश्वास, प्यार और केयर का होना ज़रूरी है। इससे दोनों में प्यार बढ़ने लगता है। इस समस्या से निकलने के लिए आप थेरेपी का सहारा ले सकते हैं।

ये संकेत बताते हैं कि आपका रिश्ता एकतरफा है :

     *1. एग्ज़ास्टिड रहना :*

वे लोग जो एकतरफे रिश्ते से जूझ रहे हैं। वे हर वक्त एग्जास्टिड महसूस करते हैं। छोटी छोटी बातें उनकी परेशानी का कारण बनने लगती है।

     वे खुद को हर परेशानी में अकेला पाते हैं। अपने पार्टनर का साथ न मिल पाना उनकी एंगजाइटी का कारण बनने लगता है।

*2. रिश्ता बेमानी लगना :*

      ऐसे लोगों को अपना रिलेशनशिप मिनिंगलेस लगने लगता है। उनके जीवन में उत्साह खत्म हो जाता है।

     वे हर वक्त निराशा महसूस करते हैं। एक रिश्ते में रहकर भी वो अपने जीवनसाथी से कनैक्टिड नहीं हो पाते हैं।

*3. सेल्फ गिल्ट की भावना :*

      हर वक्त आप तनाव से घिरी रहती है। इससे किसी भी काम पर फोक्स कर पाना मुश्किल हो जाता है। हर गलती के लिए आप खुद को दोषी ठहराने लगते हैं।

     सेल्फ केयर और लव की कमी के चलते आप दूसरों की इच्छाओं को जीवन का आधार बना लेती हैं।

ये होता है एकतरफा प्यार का आपके मानसिक स्वास्थ्य पर असर :

    *1. प्यार की कमी महसूस होना :*

      अगर आपका प्यार एकतरफा है, तो आप हर वक्त प्यार की कमी महसूस करते हैं। दरअसल, आप अपनी तरफ से पार्टनर को खुश रखने की हर कोशिश करते हैं। मगर बदले में आपको पार्टनर का प्यार और वो रिस्पेक्ट नहीं मिल पाती है।

*2. बातचीत न हो पाना :*

     रिलेशनशिप अगर वन साइडिड होता हैं, तो दोनों लोगों में कम्यूनिकेशन गैप बढ़ने लगता है। इस तरह के रिश्ते में जहां एक व्यक्ति हर दम नज़दीक आने की कोशिश करता है, तो वहीं दूसरा शख्स अपने जीवन में व्यस्त रहता है और रिश्ते को टेकन फॉर ग्रांटिड लेने लगता है। इससे रिश्ते में अकेलापन और दूरियां बढ़ने लगती है।

*3. हर गलती की जिम्मेदारी लेना :*

     वे लोग जो अपने रिलेशनशिप में पूरी तरह से समर्पित होते हैं। वे अपने पार्टनर की हर गलती की जिम्मेदारी लेने से पीछे नहीं हटते हैं। इसके अलावा हर गलती के लिए खुद ही माफी मांग लेते हैं। किसी भी प्रकार के कॉन्फिलिक्ट को सॉल्व करने के लिए वे खुद आगे आते हैं और पार्टनर की नाराज़गी को भी दूर करते हैं।

*4. अपनी खुशियों की परवाह न करना :*

     हर जगह सेक्रीफाइज़ करते करते आप खुद का ख्याल रखना भूल जाते हैं। अपने पार्टनर को हर दम खुशी देने की कोशिश में आप अपनी खुशी को महत्व नहीं दे पाते हैं।

     एकतरफा प्यार में पार्टनर आपकी अहमियत को नहीं जान पाता है। आपकी खुशी और दुख उसके लिए महत्वपूर्ण नहीं होते हैं। ऐसे लोग केवल अपने बारे में ही सोचते हैं।

*5. इनसिक्योरिटी का अनुभव :*

      ऐेसे रिश्ते में आप हर वक्त पार्टनर को लेकर इनसिक्योर फील करते हैं। हर दम पार्टनर के दूर होने का एक डर मन में बना रहता है। किसी तीसरे के आने का खतरा रिश्ते को खोखला कर देता है।

    इससे रिश्ते में प्यार की जगह शक बढ़ने लगता है। फोन कॉल्स से लेकर ऑफिस क्लीग्स तक आप हर किसी को शक की नज़र से देखने लगते हैं।

*6. हर दम रिश्ते को बचाने का प्रयास करना :*

     एकतरफा प्यार पहले से ही रिश्ते की कमज़ोर कड़ी होता है। ऐसे में वो व्यक्ति जो अपने पार्टनर से ज्यादा प्यार करता है। वो हर पल रिश्ते को बचाने के ही प्रयास में रहता हैं।

    रिश्ते को टूटने से बचाने के लिए पार्टनर की गलतियों को भी नज़रअंदाज़ करने लगता है। ताकि रिश्ता लंबे वक्त तक टिक सके।

Exit mobile version