Site icon अग्नि आलोक

मदद करने वाले लोग कभी भुलाए नहीं जाते  

Share

( रेहान अहमद की वाॅल से )

प्रियदर्शन ने इरफान खान और शाहरुख खान को लीड लेकर एक फिल्म बनाई ‘ बिल्लू बार्बर’ । ये एक मलयालम फिल्म का रिमेक था। इसकी कहानी दो ऐसे दोस्तों की थी जो काफी वक्त पहले एक दूसरे से अलग हो गए। इरफान का किरदार बिल्लू एक छोटे से गांव में नाई बनकर रह गया, और उसका दोस्त साहिर (शाहरुख) बहुत बड़ा फिल्म स्टार बन गया। बिल्लू अपने बीवी बच्चों को अपने बचपन के दोस्त की कहानियां सुनाया करता था। 

एक दिन अचानक साहिर खान शूटिंग के लिए उसी के गांव में आने का फैसला करता है, बीवी बिल्लू को जोर देती है कि जाकर मिल लो उससे दोस्त है तुम्हारा। बिल्लू तमाम कोशिशें करता है पर साहिल के आस पास भी नही पहुंच पाता। गांव में शोर मच जाता है कि बिल्लू साहिल का दोस्त है। गांव वाले बिल्लू की आव भगत शुरू करते है पर जब बिल्लू खुद साहिल से मिलने में नाकाम रहता है तो गांव वाले बिल्लू को धोखेबाज और झूठा मान लेते हैं। फिल्म के क्लाइमेक्स में साहिल खान मंच पर अपने संघर्ष की कहानी बताता है कि किस तरह से बचपन में उसका एक दोस्त था जिसने अपने कान की बाली बेची तो साहिल मुंबई आकर स्टार बना। साहिल ने बहुत ढूंढने की कोशिश की पर बिल्लू मिला नही। बिल्लू की आंखे भर आती हैं ये सोचकर कि उसके दोस्त को वो अब तक याद है। ये फिल्म कृष्ण और सुदामा की दोस्ती से प्रेरणा लेकर बनाई गई थी।

इस फिल्म की रिलीज़ के कई साल बाद दुनिया के मशहूर फुटबॉलर रोनाल्डो एक इंटरव्यू में बैठे बात कर रहे थे, वहा उन्होंने बताया कि संघर्ष के दिनों में वो अपने घर से दूर एक स्टेडियम में रहते थे। इस स्टेडियम के बगल में एक मैकडोनाल्ड था। रोनाल्डो और उनके दोस्त रात के दस – ग्यारह बजे, मैकडोनाल्ड के पीछे वाले गेट पर खड़े हो जाते और अंदर काम कर रही तीन लड़कियों से बचा हुआ हैम बर्गर मांगते थे। वो लड़कियाँ अक्सर रोनाल्डो और बाकी बच्चों को फ्री में बर्गर खाने के लिए देती थी। आगे जाकर रोनाल्डो बहुत कामयाब हुए, अकूत दौलत कमाई, उन्होंने उन लड़कियों को ढूंढने की कोशिश की पर उन्हें मिली नही।

उन तीन लड़कियों में से एक लड़की एडना अपने बच्चों को अक्सर रोनाल्डो और बर्गर वाली बात बताया करती थी। बच्चे यकीन करते थे या नही पता नही। पर रोनाल्डो इतनी ऊंचाई पर पहुंच चुका था कि एडना के लिए रोनाल्डो के आस पास पहुंचना नामुमकिन था।

उस इंटरव्यू में बात करते हुए रोनाल्डो ने इच्छा जताई कि वो इन तीनों औरतों से मिलना चाहते है,उन्हे बस एक लड़की एडना का नाम याद है, वो उन तीनो को अपने घर डिनर पर बुलाना चाहते है, जो उन्होंने रोनाल्डो के लिए किया, रोनाल्डो उस उपकार को वापस लौटाना चाहते थे। इस इंटरव्यू के बाद रोनाल्डो ने एडना को ढूंढ लिया और अपने वादे के मुताबिक एडना से मुलाकात, उनका हाथ चूमा। ये भी कहा जाता है कि रोनाल्डो ने एडना को पुर्तगाल का सबसे बड़ा रेस्त्रा गिफ्ट किया था पर इसमें कितनी सच्चाई है मालूम नही। एडना ने एक इंटरव्यू में कहा कि रोनाल्डो उनके साथ दोस्त के जैसा सलूक करते हैं, और वो उनके साथ कॉफी पीने भी जा चुकी है।

कृष्ण और सुदामा की दोस्ती द्वापर युग की है, बिल्लू और साहिल की दोस्ती काल्पनिक है और  रोनाल्डो और एडना का रिश्ता 21वीं सदी की बात हैं। इसलिए ज़िंदगी में जितने लोगों के साथ आप अच्छा सुलूक कर सकते हैं करिए, उन्हे संभाल सकते है संभालिए,सहारा दे सकते है सहारा दीजिए, क्युंकि मदद करने वाले लोग कभी भुलाए नहीं जाते, चाहे वो द्वापर युग हो, प्रियदर्शन की फिल्म हो, या दुनिया के सबसे बड़े एथलीट रोनाल्डो की मदद करने वाली एडना हो।

रेहान अहमद की पोस्ट सधन्यवाद

Exit mobile version