रमेश सर्राफ धमोरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान राजस्थान में अपनी चुनावी सभाओं में प्रदेश की जनता को गारंटी दी थी कि प्रदेश में भाजपा की सरकार बनते ही पेट्रोल व डीजल की कीमतों में कमी की जाएगी। राजस्थान में भी पड़ोसी प्रदेशों के समान कीमतों पर पेट्रोल, डीजल बेचा जाएगा। मगर राजस्थान में सरकार बने साढ़े तीन महीने से अधिक का समय बीत चुका है। उसके बावजूद भी यहां के लोगों को आज भी पड़ोसी प्रदेशों की तुलना में अधिक महंगी दरों पर पेट्रोल, डीजल खरीदना पड़ रहा है।
कहने को तो राजस्थान सरकार ने पिछले दिनों पेट्रोल व डीजल पर दो प्रतिशत वैट कम किया था। मगर वह तो ऊंट के मुंह में जीरे के समान था। अभी भी राजस्थान के लोगों को पड़ोसी प्रदेशों की तुलना में 8 रूपए पेट्रोल व 5 रुपए डीजल महंगा खरीदना पड़ रहा है। राजस्थान पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह भाटी का कहना है कि सिर्फ दो प्रतिशत वैट की कमी से आम जनता को राहत नहीं मिल सकती है। राजस्थान से सटे पड़ोसी प्रदेशों में पेट्रोल और डीजल काफी सस्ता बिक रहा है। इसकी वजह से सीमावर्ती क्षेत्र के लोग पड़ोसी राज्यों से पेट्रोल, डीजल खरीदते हैं। इसके चलते राजस्थान के पेट्रोल पंप संचालकों को आर्थिक नुकसान तो हो ही रहा है। उसके साथ ही सरकार को राजस्व की हानि भी हो रही है।
ऐसे में सरकार को पेट्रोल, डीजल की कीमतों को कम कर प्रदेश वासियों को राहत देनी चाहिए। राजस्थान में 14 मार्च को पेट्रोल और डीजल पर 2 प्रतिशत वैट कम किया गया था। उसी दिन केंद्र सरकार ने भी पेट्रोल और डीजल को 2 रूपए प्रति लीटर सस्ता कर दिया था। इसके बाद राजस्थान में प्रति लीटर पेट्रोल और डीजल 3 रूपए से लेकर 7 रुपए तक सस्ता हुआ था। मगर फिर भी पड़ोसी प्रदेशों के मुकाबले बहुत महंगा बिक रहा है। वर्तमान समय में राजस्थान में पेट्रोल पर 31.04 प्रतिशत वैट लगता है। वहीं गुजरात में 13.70 प्रतिशत, पंजाब में 13.77 प्रतिशत, हरियाणा में 18.20 प्रतिशत, उत्तर प्रदेश में 19.36 प्रतिशत, दिल्ली में 19.40 प्रतिशत, मध्य प्रदेश में 29 प्रतिशत वैट लगता है। इसी तरह राजस्थान में डीजल पर 19.3 प्रतिशत वैट लगता है। जबकि गुजरात में 14.90 प्रतिशत, पंजाब में 9.92 प्रतिशत, हरियाणा में 16 प्रतिशत लगता है।
अगले महीने राजस्थान में विधानसभा के चुनाव होने हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फिर से प्रदेश में चुनावी रैलियां करेंगे। लेकिन उनके पिछले चुनाव में किए गए वादे ही अभी तक पूरे नहीं हो पायें हैं। जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर बात पर अपनी गारंटी देते देश भर में घूम रहे हैं। ऐसे में प्रदेश कि भाजपा सरकार को चाहिए कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पेट्रोल व डीजल की दरों में कमी करने का किया गया वायदा जल्द से जल्द पूरा कर प्रधानमंत्री की गारंटी को पूरा करें। अन्यथा आने वाले लोकसभा चुनाव में प्रदेश के मतदाता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित किसी भी भाजपा नेता की बातों का विश्वास नहीं करेगें।
जब तक राजस्थान में पेट्रोल व डीजल की कीमत पड़ोसी प्रदेशों के समान नहीं होगी तब तक राजस्थान में पड़ोसी प्रदेशों से होने वाली पेट्रोलियम पदार्थों की तस्करी पर भी रोक नहीं लग पाएगी। पड़ोसी प्रदेशों में पेट्रोलियम पदार्थों की कीमत कम होने के चलते सीमावर्ती जिले के सैकड़ो पेट्रोल पंप बंद हो चुके हैं। पेट्रोल की तस्करी होने के चलते एक ऐसा माफिया गिरोह भी पनप चुका है जो पेट्रोलियम पदार्थों की तस्करी के साथ-साथ शराब व अन्य मादक पदार्थों की तस्करी भी कर रहा है तथा उस क्षेत्र में अपराधी घटनाओं में भी लगातार वृद्धि हो रही है। ऐसे में सरकार को अविलम्ब इस दिशा में सकारात्मक कदम उठाकर प्रधानमंत्री की गांरटी को सच कर दिखाना चाहिये।
(लेखक राजस्थान सरकार से मान्यता प्राप्त स्वतंत्र पत्रकार है।)