Site icon अग्नि आलोक

निजीकरण की राह पर रेलवे-भाग -2;क्या है 100 डेज एक्शन प्लान

Share

जे. एन. शाह

हम देशवासियों में से यदि कोई यह सोच रहा होगा कि समय सीमा की बंदिश लिए इस कार्य योजना में रेलवे के सामान्य डिब्बों में भेड़-बकरियों की तरह ठूंसकर, अत्यंत दारुण अवस्था में यात्रा करने वाले गरीब-प्रवासी मजदूरों का भला होने वाला है, रेलवे की यात्रा सुरक्षित, दुर्घटना मुक्त होने वाली है, रेलवे के संरक्षा श्रेणी समेत विभिन्न श्रेणियों के 2.6 लाख खाली पड़े पद भरे जाने वाले हैं तो उन्हें यह भ्रम त्याग देना चाहिए। वर्तमान की एनडीए-2 सरकार इन छोटे-मोटे कामों को करने के लिए नहीं आई है।

जे. एन. शाह

क्रमशः भाग 3 में…..

Exit mobile version